भगंदर के लक्षण और उपचार : Bhagandar ke Lakshan in Hindi

भगंदर के लक्षण : आज का हमारा विषय एक ऐसे मानव रोग के बारे में होने वाला है, जिससे आज लगभग हर व्यक्ति परेशान होने की कगार पर है या फिर वह परेशानी झेल रहा है और जिस रोग की हम बात कर रहे हैं वह है भगंदर।

आज हम बात करेंगे कि वास्तविकता में Bhagandar ke Lakshan और साथ ही हम बात करेंगे कि हम इसका उपचार कैसे कर सकते हैं

और साथ ही इससे जुड़ी और कई अन्य जानकारियां भी हम आपके साथ साझा करेंगे ताकि आप इस रोग से अपने आप का बचाव कर पाए और साथ ही अपने परिवार वालों को भी इससे बचा पाए।

जैसा कि आप जानते हैं कि मानव शरीर का आंतरिक भाग कितना कोमल है और साथ ही उसकी संरचना भी कितनी कोमलता से बनी हुई हैं।

अगर हमारे बाहरी अंगों पर चोट पहुंचती है तो शायद वह कुछ दिनों में ठीक भी हो जाए परंतु अगर हमारे आंतरिक अंगों को किसी प्रकार का नुकसान पहुंचता है तो इससे हमें काफी शारीरिक क्षति उठानी पड़ती हैं क्योंकि यह अंग बड़ी मुश्किल से ठीक होते हैं।

इसलिए जिस बीमारी की बात हम करने वाले हैं वह भी हमारे आंतरिक शरीर से जुड़ी हैं और आंतरिक शरीर से जुड़े होने के साथ ही वहां हमारे उस अंग से जुड़ी हुई हैं जो कि हमारे शरीर का एक अहम भाग भी माना जाता है।

अगर हमें भगंदर जैसी बीमारी होती है तो कई बार हम इस बीमारी को किसी को बता भी नहीं पाते हैं क्योंकि यहां ऐसी जगह पर होती हैं जहां पर बताते हुए शायद आपको बहुत ज्यादा शर्म या बहुत ज्यादा लज्जा महसूस होती हो परंतु जैसा कि कहा गया है की शारीरिक गिलास से बढ़कर कुछ भी नहीं है

इसलिए आपको इस बीमारी को किसी से छुपाना नहीं चाहिए और जितना हो सके समय रहते इसका इलाज शुरू करा देना चाहिए।

तो पाठको आइए आज के इस लेख को शुरू करते हैं और आपको बताते हैं कि इस भयानक भगंदर बीमारी से आप अपने आप को कैसे बचा सकते हैं और साथ ही ऐसे कौन से लक्षण हैं जो आपको इस भगंदर बीमारी में देखने को मिलते हैं।

 

भगंदर के लक्षण और उपचार : Bhagandar ke Lakshan in Hindi

 

Bhagandar ke Lakshan in Hindi
Bhagandar ke Lakshan kya hote hai

 

भगंदर कैसे होता है (Bhagandar kaise hota hai)

आप में से शायद कुछ लोग इस भगंदर नामक बीमारी को समझ नहीं पा रहे होंगे और हो सकता है आप में से कई लोगों ने इसका नाम भी ना सुना हो।

इस भगंदर बीमारी को आमतौर पर अंग्रेजी में एनल फिस्टुला (Anal Fistula) कहा जाता है जो कि हमारे गुदाद्वार से संबंधित एक बीमारी हैं।

आप अगर बवासीर नामक बीमारी को जानते हैं तो शायद हो सकता है आप इसे भी समझ पाए क्योंकि यह लगभग बवासीर से मिलती-जुलती ही बीमारी हैं।

आमतौर पर भगंदर होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं परंतु उनमें भी जो सबसे प्रमुख कारण हैं उनकी चर्चा अब हम करने वाले हैं और साथ ही देखने वाले हैं कि ऐसे कौन-कौन से प्रमुख कारण हैं

जिनके कारण आपको भगंदर जैसी भयानक बीमारी का सामना करना पड़ सकता है।

1) इस रोग के होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि जब हमारे गुदाद्वार के पास कोई फोड़ा हो जाता है और अगर हम उसे किसी प्रकार से छेड़छाड़ कर देते हैं तो इसमें रस्सी या पानी भी भर सकता है

और इससे बहुत ज्यादा दर्द होता है और आगे चलकर यहां भगंदर में परिवर्तित हो जाता है जो कि बड़ा ही दुख दायक और पीड़ादायक होता है


2) अगर आप बहुत ज्यादा चटपटी और मसालेदार चीजों के शौकीन हो तो आपको यह जानकारी जरूर होनी चाहिए कि यदि आप बहुत अधिक मात्रा में इनका सेवन करते हो तो भी आपको भगंदर की बीमारी हो सकती है

क्योंकि बहुत अधिक तेल की मात्रा आपके मलाशय और आपके मलद्वार के निकट छोटे-छोटे फोड़े और फुंसियों का निर्माण करते हैं और यही आगे चलकर भगंदर का रूप ले लेते हैं।


3) भगंदर होने का एक और कारण यह है कि यदि आपको बहुत ज्यादा कब्ज रहती है तो भी आप इसका शिकार हो सकते हैं।

इसलिए अगर आपको बहुत ज्यादा कब्ज रहती हैं तो आपको समय रहते इसका इलाज कराना चाहिए क्योंकि आगे चलकर यह आपको बहुत ज्यादा मुसीबत दे सकती है और हो सकता है आपको भगंदर शशि बीमारी का भी सामना करना पड़े।


4) भगंदर होने का एक और कारण है यदि आपके शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी रहती हैं तो इससे भी आपके आंतरिक शरीर में छोटे छोटे फुंसी और फोड़े हो जाते हैं

और कई बार यह फोड़े फुंसी आपके गुदा द्वार के निकट भी हो सकते हैं और इन्हें बहुत ज्यादा खुजली चलती हैं और अगर एक बार आप इनसे छेड़छाड़ कर दे तो यह आगे चलकर आपको भगंदर जैसी बीमारी भी दे सकते हैं परंतु यह बवासीर से पूर्णता भिन्न होता है।


5) इस बीमारी का कई बार संबंध हमारे शरीर के आंतरिक संक्रमण से भी होता है क्योंकि अगर हमारे आंतरिक शरीर में किसी प्रकार का संक्रमण होता है तो उससे भी हमारे आंतरिक अंगों में किसी प्रकार की सूजन या छोटे-छोटे फोड़े फुंसी हो सकते हैं

और इससे भी हमें भगंदर जैसी भयानक बीमारी हो सकती हैं।

इन सभी उपरोक्त कारणों के अलावा भी कई सारे कारण भगंदर के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे कि बहुत ज्यादा मिर्च मसालों का सेवन करना या बहुत ज्यादा शराब का सेवन करना या बहुत ज्यादा मांसाहारी खाने का सेवन करना इत्यादि।

 

भगंदर का देसी इलाज क्या है (Bhagandar ka ilaj)

आज के इस युग में मेडिकल साइंस ने चाहे कितनी भी वर्द्धी क्यों ना करली हो परंतु आप में से कई लोग आज भी दादी नानी के नुस्खे को ही सर्वश्रेष्ठ मानते हैं

क्योंकि इसमें बिना किसी दर्द के आपको राहत मिलती हैं और साथ ही उस बीमारी से आपको हमेशा के लिए छुटकारा भी मिलता है जो कि इसकी सबसे बड़ी विशेषता है।

इसी प्रकार से भगंदर के लिए भी कई देसी इलाज आज लोगों के बीच प्रचलित हैं उन्हीं में से कुछ प्रमुख देसी इलाज अधोलिखित है जिनका प्रयोग करके आप भगंदर से निजात पा सकते हैं

1) आप भगंदर के देसी इलाज के लिए नीम की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं और इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको नीम की पत्तियों को गर्म पानी में उबालकर गर्म करना है

और इसका पानी छानकर इसको ठंडा कर कर रोजाना खाली पेट आपको इसका सेवन करना चाहिए जिससे आपको भगंदर में राहत मिलेगी।


2) इस बीमारी से बचने का दूसरा घरेलू और देसी इलाज यह है कि आप चाहे तो लहसुन का सेवन भी कर सकते हैं।

आप में से कई लोगे कहेंगे कि इस भगंदर बीमारी में इस लहसुन जैसी गर्म चीज का सेवन करना अनुचित है परंतु हम आपको बताना चाहते हैं कि इसमें कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं

जिनकी वजह से आपके गुदाद्वार में हुए फोड़े फुंसियों को ठीक होने में राहत मिलती हैं अर्थात कि यह बहुत ज्यादा जल्दी ठीक होते हैं और बहुत ही ज्यादा जल्दी सूख जाते हैं जिससे आपको भगंदर से राहत मिलती हैं।


3) इस भगंदर बीमारी के लिए एक और यह देसी इलाज है कि आपको फाइबर वाली चीजों का सेवन ज्यादा करना चाहिए

जैसे कि लोग की या खीरा क्योंकि यह हमारे शरीर में ठंडक को प्रदान करते हैं और साथ ही हमें कब्ज से राहत दिलाते हैं चौकी भगंदर होने का एक प्रमुख कारण होता है।


4) अगर आपको भगंदर की बीमारी है तो आपको काली मिर्च का सेवन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में करना चाहिए क्योंकि काली मिर्च हमारे शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट के गुणों का काम करती है

और हमारे आंतरिक अंगों में हुए किसी भी नुकसान को पूर्ण करती हैं और उस अंग को वापस से सुरक्षित बनाती हैं।


5) आपको भगंदर की बीमारी में सबसे बड़ा देसी इलाज यह लेना है कि आपको उन चीजों का सेवन करना चाहिए जो हमारे शरीर में ठंडक प्रदान करती हैं जैसे की छाछ या घी।

तो इस प्रकार से आप ऊपर दिए गए घरेलू नुस्खों का प्रयोग करके आपकी भगंदर जैसी बीमारी से निजात पा सकते हैं।

 

भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज (Bhagandar ka ilaj bina operation)

अगर आपकी यह बीमारी इसके शुरुआती चरण में है तो आप बिना किसी ऑपरेशन के भी इस से मुक्ति पा सकते हैं। तो अब हम जानने वाले हैं कि हम इसका इलाज कैसे बिना किसी चीर फाड़ और बिना किसी ऑपरेशन के करा सकते हैं।

जैसा कि आप जानते हैं कि केवल घरेलू उपचार द्वारा ही भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज संभव है और इसके लिए हमें कौन-कौन से प्रयोग करने चाहिए वह निम्नलिखित हैं।

1) आपको आपके गुदाद्वार पर जिस स्थान पर कोई फोड़ा फुंसी हुई हैं उसी स्थान पर उत्तम क्वालिटी की राल को पीसकर उस का चूर्ण बनाकर आपको रात को सोते समय लगाना चाहिए।

इससे आपको बहुत राहत प्राप्त होगी और आप को ठंडक का एहसास प्राप्त होने के साथ-साथ ही दिया आपको भगंदर से राहत भी दिलाएगी।


2) आपके घर के आसपास नीम का पेड़ जरूर होगा तो आपको उस नीम के पेड़ की पत्तियों तथा उसकी इच्छा इन दोनों को साथ में पीसकर एकदम बारीक चूर्ण बना लेना है

और इसमें कुछ मात्रा में ठंडा पानी मिलाकर आपको कुछ देर के लिए रख देना है और उसके पश्चात जब आप रात्रि काल में सोने के लिए जाते हैं उस समय आप इसे हल्के हाथों से लगा कर छोड़ दीजिए। इससे भी आपको भगंदर से राहत मिलेगी


3) अगर आपको आपके गुदाद्वार में बहुत ज्यादा भगंदर के कारण दर्द हो रहा है तो आपको इसका थोड़े से हल्के गुनगुने पानी से सेक करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपको भगंदर से राहत मिलेगी और कुछ समय के लिए यह दर्द भी शांत हो जाएगा।


4) आपको नीम के पत्तों को उबालकर उसके पानी को ठंडा करके उससे अपने गुदाद्वार को साफ करना चाहिए क्योंकि जैसा कि आप जानते हैं कि नीम में बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो हमारे उस भगंदर पर स्थित बहुत सारे किटाणुओ को नष्ट करने में सक्षम होते हैं।

 

भगंदर में क्या खाना चाहिए (Bhagandarme kya khana chahiye)

आपको यह जानने से पहले की भगंदर में क्या खाना चाहिए इससे पहले यह जान लेना चाहिए कि आपको इसमें क्या नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसकी जड़ भी उसी में छिपी हुई है।

अगर आप भगंदर जैसी भयानक बीमारी से पीड़ित हैं या इससे पीड़ित नहीं होना चाहते हैं तो आपको आज से ही बहुत ज्यादा चटपटी और मिर्च मसालेदार चीजों का त्याग कर देना चाहिए

और साथ ही बहुत ज्यादा तेल से बनी चीजों को भी नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह हमारे आंतरिक भाग में फोड़े फुंसियों को बढ़ावा देते हैं और जिससे हमें भगंदर जैसी बीमारी भी हो सकती है

इसके साथ ही हमें उन चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए जिनकी प्रकृति गरम होती हैं क्योंकि इनका सेवन करने से हमारे शरीर की गर्मी में बहुत ज्यादा वृद्धि होती हैं और उस कारण से भी हमें भगंदर जैसी बीमारी का सामना करना पड़ सकता है।

तो अब हम देखने वाले हैं कि अगर आपको भगंदर की बीमारी लग गई है तो आपको कौन सी चीजों का सेवन करना चाहिए जिससे आपको राहत भी मिले और यह बहुत ज्यादा ना फैले

1) अगर हमें भगंदर की बीमारी हो रखी है तो हमें ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए, जिससे कि हमें कब्ज की समस्या नहीं रहती हैं और साथ ही यह सब्जियां हमारे शरीर को वे सभी पौष्टिक तत्व उपलब्ध कराती है जिनकी जरूरत हमारे शरीर को होती हैं और साथ ही इन में उपलब्ध है एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भी हमें भगंदर में काफी राहत मिलती हैं।


2) हमें भगंदर की बीमारी में बेहद ही हल्का भोजन ग्रहण करना चाहिए क्योंकि बहुत ज्यादा गर्म और मसालेदार भोजन करने से हमारी यह बीमारी बहुत ज्यादा बढ़ भी सकती हैं

और हमें बहुत ज्यादा पीड़ा का भी सामना करना पड़ सकता है।आप चाहे तो इस समय हल्की दाल की खिचड़ी ले सकते हैं और उस पर थोड़ा सा घी लेकर भी इसको ग्रहण कर सकते हैं जो कि आपके लिए फायदेमंद रहेगी और आपको गुदाद्वार पर भी किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा जब आप सौच जा रहे होंगे।


3) आपको भगंदर की समस्या होने पर फलों का सबसे ज्यादा सेवन करना चाहिए क्योंकि यह भी हमारे शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं और हो सके तो हमें इन का जूस भी पीना चाहिए जो कि हमें भगंदर में राहत प्रदान करेगा।


4) आपको ज्यादा से ज्यादा भगंदर की समस्या होने पर खट्टी छाछ और ठंडे दूध का प्रयोग भी करना चाहिए जिससे आपकी पेट की गर्मी शांत होती हैं और जो कि भगंदर के लिए बहुत लाभकारी होती हैं।


5) आपको बहुत ज्यादा मात्रा में दालों का सेवन तो नहीं करना चाहिए परंतु कुछ कुछ मात्रा में सभी दलों को मिलाकर आप इसका सूप बनाकर भी पी सकते हैं

इन सभी दालों में बहुत ज्यादा प्रोटीन और फाइबर की मात्रा होती है जो कि आप की कब्ज की समस्या को भी दूर करती हैं जिसके कारण आपको भगंदर में भी राहत मिलती हैं।

 

भगंदर का ऑपरेशन कैसे होता है (Bhagandarme ka operation kaise hota hai)

अगर किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा मात्रा में भगंदर की समस्या हो गई है या फिर बहुत सारे घरेलू इलाज करने के बावजूद भी उसे किसी प्रकार की राहत प्रदान नहीं हो रही है तो इस भगंदर का अंतिम उपाय एक ही बसता है जोकि है ऑपरेशन।

इस भगंदर का ऑपरेशन बहुत ही ज्यादा पीड़ादायक होता है और अगर आपने बवासीर का ऑपरेशन देखा है तो आप शायद इसका दर्द जान चुके होंगे।

इस ऑपरेशन के सबसे दर्द भरे होने का कारण यह है क्योंकि यह हमारे शरीर के उस अंग पर किया जाता है जो आंतरिक तौर पर सबसे कोमल हैं और जहां की त्वचा भी बहुत ज्यादा कोमल होती हैं।

आज के इस बढ़ते हुए टेक्नोलॉजी के युग ने इस भगंदर के चीर फाड़ भरे ऑपरेशन को भी बहुत ज्यादा सरल बना दिया है

और अब बिना किसी चीर फाड़ के भी मात्र कुछ मिनटों में इसका ऑपरेशन किया जा सकता है जो कि सबसे उचित माना जाता है।

इस भगंदर का ऑपरेशन करने के लिए आप सबसे उचित है लेजर ऑपरेशन का प्रयोग करा सकते हैं जो कि वर्तमान में सबसे अधिक प्रचलित हैं।

इस भगंदर के ऑपरेशन में सबसे पहले आपके गुदाद्वार पर स्थित उस फोड़े के अतिरिक्त भाग को काटा जाता है जो कि भगंदर का सबसे मुख्य कारण बना हुआ है अर्थात की जिस कारण से आपको भगंदर की समस्या बहुत ज्यादा हो रखी है।

इसमें सामान्य तौर पर एक छोटा सा चीरा लगाया जाता है और उसके बाद  फिस्टुला के एक एंड की सिलाई कर दी जाती हैं।

भैया एक छोटा सा ऑपरेशन होने के बाद आपको कुछ समय के लिए आराम करने के लिए कहा जाता है और 15 से 20 दिनों बाद यह जख्म धीरे-धीरे सूख जाता है

और आपको इससे सदा के लिए मुक्ति मिल जाती हैं परंतु इसमें एक ध्यान रखने योग्य बात यह है कि आप को ऑपरेशन हुई जगह पर बार-बार हाथ नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे आपको संक्रमण होने का खतरा भी रहता है

और इस वजह से यह बीमारी दोबारा भी फैल सकती हैं इसलिए जब भी ऑपरेशन कराए तो आपको इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए।

 

भगंदर को जड़ से खत्म करने की दवा (Bhagandarme ko jad se khatm karne ki dava)

आमतौर पर आप कई लोगों से यह सुनते होंगे कि अगर आपको भगंदर की इस बीमारी से मुक्ति पानी है तो आपको ऑपरेशन ही कराना होगा परंतु ऐसा नहीं है

आप इस भगंदर की बीमारी को कई दवाओं द्वारा भी जड़ से खत्म कर सकते हैं परंतु जिस बात का आपको इसमें सबसे ज्यादा ख्याल रखना होता है वह है परहेज।

अगर आप उचित परहेज के साथ इन दवाओं का सेवन करते हैं तो आप इस भगंदर जैसी भयानक बीमारी से सदैव के लिए मुक्ति पा सकते हैं।

अगर आप इस भगंदर बीमारी के लिए रामबाण इलाज की बात करें तो वह है नीम के पत्तों को महीन पीसकर उसमें शहद मिलाकर अगर आप 1 से 2 महीने तक लगातार उसका लेप करते हैं तो इससे आपको बहुत हद तक इस भगंदर जैसी बीमारी में राहत मिलती हैं और आप चाहे तो इसके साथ-साथ कोई आयुर्वेदिक दवाई को भी ले सकते हैं जो की भगंदर के लिए उपयुक्त हो।

इसे खत्म करने का एक और रामबाण इलाज यह है कि आप अपने भोजन और प्रतिदिन की दिनचर्या को सुधारते हुए किसी बढ़िया से आयुर्वेदिक अस्पताल से इसका उपचार लेते हैं तो आपको इसमें शत प्रतिशत लाभ देखने को मिलेगा

और आप देखेंगे कि कुछ समय बाद आपको इस भगंदर की बीमारी से राहत मिल गई है क्योंकि जैसा कि आप जानते हैं की आयुर्वेदिक दवाइयों का प्रभाव थोड़े दिनों बाद दिखाई देता है

और साथ ही इन दवाइयों का प्रयोग करते समय हमें बहुत सारे परहेज का पालन भी करना होता है। अगर आप ऐसा करने में सक्षम हो तो शायद आप बिना किसी ऑपरेशन के भी इस भगंदर जैसी बीमारी से मुक्ति पा सकते हैं।

 

भगंदर के लेजर ऑपरेशन का खर्च कितना आता है (Bhagandarme main operation ka kharcha)

अगर आप इस बीमारी के लिए सभी प्रकार के इलाज को करा चुके हैं और अब शायद आप यह जानते हैं कि इसका एकमात्र इलाज केवल यह लेजर ऑपरेशन ही हो सकता है तो आप हम आपको बताने वाले हैं कि आपको इस लेजर ऑपरेशन के लिए कितने रुपए खर्च करने होंगे और आप ही ऑपरेशन कहां पर करा सकते हैं।

अगर आप इसका ऑपरेशन किसी सरकारी अस्पताल से कराते हैं तो आपको लगभग 5 से ₹10 हजार का खर्च इसको कराने में आता है

और हो सकता है, शायद आप में से कई लोगों को यह लगे कि सरकारी अस्पताल में इसका ऑपरेशन अच्छी तरह से नहीं होता है

और यह समस्या हमें वापस भी हो सकती हैं तो इस प्रकार की समस्या से बचने के लिए आप चाहे तो प्राइवेट हॉस्पिटल में भी इसका ऑपरेशन करा सकते हैं

जिसका खर्चा आपको 40 से ₹50 हजार तक आएगा और इसके साथ ही आपको अलग से दवाइयों के पैसे भी खर्च करने होंगे और इन सभी को मिलाकर आपका यह ऑपरेशन लगभग 60 से 65 हजार के तकरीबन होता है

 

FAQ  : Bhagandar ke lakshan kaise hote hain

सवाल : भगंदर की बीमारी क्या है।

भगंदर की बीमारी आमतौर पर हमारे गुदाद्वार पर होने वाले फोड़े फुंसी की एक समस्या है जो कि हमारे आंतरिक शरीर के विभिन्न कारणों के कारण होती हैं।

सवाल : भगंदर बीमारी होने के क्या कारण है।

यह बीमारी होने के अनेक कारण हो सकते हैं परंतु उनमें से जो सबसे प्रमुख कारण हैं, वह यह है कि अगर आपको बहुत ज्यादा कब्ज की समस्या रहती हैं या फिर आपके शरीर मे बहुत ज्यादा गर्मी है तो आपको यह समस्या होने की ज्यादा संभावना है।

सवाल : भगंदर की बीमारी का देसी इलाज क्या है।

भगंदर की बीमारी के देसी इलाज के लिए आप नीम के पत्तों और उसकी छाल को पीसकर अपने गुदाद्वार पर लगा सकते हैं, इससे आपको राहत प्राप्त होगी।

सवाल : भगंदर की बीमारी होने पर हमें किस प्रकार का भोजन ग्रहण करना चाहिए।

अगर हमें भगंदर की समस्या हो रखी है तो हमें बहुत ही ज्यादा हल्का भोजन ग्रहण करना चाहिए, जिसमें की बहुत अधिक मात्रा में मिर्च मसाले ना हो।

सवाल : क्या भगंदर का ऑपरेशन बिना किसी चीर फाड़ के संभव है।

हां, भगंदर का इलाज बिना किसी चीर फाड़ के भी संभव है और आप इसका ऑपरेशन एक लेजर टेक्नोलॉजी के द्वारा करा सकते हैं।

 

Disclaimer

इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न विशेषज्ञों के अध्ययन और राय के साथ-साथ आम आदमी के स्वास्थ्य पर आधारित है। इस जानकारी को देने का उद्देश्य विषय से परिचित होना है। पाठकों को अपने स्वास्थ्य के आधार पर कोई भी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

Conclusion

हम आशा करते हैं आपको आज का  यह लेख भगंदर के लक्षण पसंद आया होगा और आज के इस लेख में भगंदर के बारे में दी गई जानकारियां आपको बहुत पसंद आई होगी और हम भी आशा करते हैं, आपको जो इस लेख में जानकारियां दी गई हैं वह आपके जरूर काम आएगी।

अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो हमारे इस लेख के सुझाव बॉक्स में अपने अमूल्य सुझाव को जरूर लिखें ताकि आगे आने वाले समय में हम आपके लिए इसी प्रकार के लेख लाते रहे और आपके ज्ञान में सकारात्मक वर्द्धी करते रहे। धन्यवाद