बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम – Bawasir ke Masse Hatane ki Cream

बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम – बवासीर को Piles या Hemorrhoids भी कहा जाता है। जो एक ऐसी बीमारी है, जो बेहद तकलीफदेह होती है। इसमें एनस के अंदर और बाहर तथा रेक्टम के निचले हिस्सों में सूजन आने लगती है।

इसकी वजह से एनल के अन्दर-बाहर या किसी एक जगह पर मस्से बनने लग जाती है। और यह कभी अन्दर या कभी बाहर निकल जाती है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ने लगती है वैसे-वैसे इसके होने की संभावना भी बढ़ जाती है, लेकिन अब युवाअवस्था में भी होने लग गई है।

जब कोई व्यक्ति इससे पीड़ित हो जाता है तब उनको शुरुआती लक्षण को देखते हुये समय पर ही बवासीर का इलाज (piles treatment in hindi) करवाना चाहिए, जिससे यह आगे चलकर घातक साबित नही हो।

जब भी मलद्वार में दर्द, जलन और ब्लीडिंग होने लगे, तब समझ जाना चाहिए कि व्यक्ति विशेष में पाइल्स का लक्षण आ रही है।

डॉक्टर अक्सर पाइल्स वाले लोगों को फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने और अत्यधिक मात्रा में पानी पीने की सलाह देते है। दरअसल, जब रोगी पानी का सेवन अधिक करने लगता है तब उसके मस्से में जलन और बढ़ने की वृद्धि कम होने लग जाती है।

यह एक ऐसी गम्भीर बीमारी होती है जो अब के समय में काफी बढ़ने लग गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल 10 मिलियन से अधिक भारतीय पाइल्स यानि बवासीर से पीड़ित होते है (विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है)

दुनिया में हर दूसरे व्यक्ति को 45 से 65 वर्ष की आयु के बीच किसी न किसी बिंदु पर बवासीर होता है और गर्भावस्था के दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं को बवासीर का अनुभव होता है। हालाँकि, सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि किशोरावस्था और युवावस्था में अपने शुरुआती बिसवां दशा (twenties ) में भी इन दिनों बवासिर के मरीज सामने आ रहें है

जिसका मुख्य वजह उनके द्वारा अधिक मसालेदार भोजन और जंक फूड खाना है, जिससे उनको यह अधिक देखने को मिल रही है, इसके लिए उनको अपनी दिनचर्या में बदलाव की जरूरत है।

अगर आप या आपके कोई परिचित इस गम्भीर बीमारी से परेशान है और आप इंटरनेट पर बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम के बारें में सर्च कर रहें है

तब आपको इस लेख में बवासीर का प्रकार, लक्षण, कारण, इलाज, ऑपरेशन और मस्से की क्रीम | Piles In Hindi  के बारें में विस्तार जानकारी मिलने वाली है।

 

बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम – Bawasir ke Masse Hatane ki Cream

 

Bawasir ke Masse Hatane ki Cream
Bawasir ke Masse Hatane ki Cream

 

बवासीर क्या होता है – what is piles in hindi

पाइल्स एक बहुत ही सामान्य बीमारी है जो किसी भी उम्र में पुरुषों या महिलाओं को प्रभावित कर सकती है। यह नसों में लगातार उच्च दबाव के कारण होते हैं।

जिससे कब्ज, मल त्याग के दौरान अत्यधिक दर्द, जलन और लगातार दस्त होने लगती है।

जब व्यक्ति अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करते है या उनके परिवार में पहले भी किसी को बवासीर हो चुकी है तब व्यक्ति में इसे होने में संभावना और बढ़ जाती है।

जब कोई भी व्यक्ति इससे पीड़ित हो जाता है तब वह उनको मल त्यागने में दर्द महसूस होती है और उस मार्ग से खून आने लगता है।

इस तरह के बीमारी में मरीज को शर्म भी अधिक आती है और वह इसके बारें में किसी से खुलकर भी बात नही कर पाता है और इसे सामान्य समस्या बताते हुये उनपर ध्यान नही देता है

या फिर वह खुद से इलाज़ करने लग जाते है, जिससे कई बार यह बहुत बड़ी तकलीफ़देह साबित हो जाती है।

जब इससे पीड़ित व्यक्ति इसपर ध्यान नही देकर सामान्य घटना बताते रहता है और वह बहुत पुराना हो जाती है तब यही पाइल्स भगन्दर का रूप ले लेती है, जिसे डॉक्टर की भाषा में फिस्टुला कहा जाता है, जिसके बाद मरीज को हर समय असहनीय दर्द और जलन महसूस होती रहती है।

 

बवासीर के प्रकार – Types of piles in Hindi

Hemorrhoids को तीन भागों में विभाजित की गई है जो इस प्रकार है :

1) आंतरिक बवासीर (internal piles) : 

जिसे हम खूनी बवासीर के नाम से भी जानते है, जो रोगी के मलाशय के अंदर इतनी दूर होती है कि वह आमतौर पर उन्हें देख या महसूस नहीं कर सकते। जो चोट और पीड़ा नहीं पहुंचाते क्योंकि इसमें दर्द-संवेदी तंत्रिकाएं कम होती हैं।

जब पीड़ित मलत्याग करते है तब उस समय खून मल के साथ थोड़ा-थोड़ा बाहर निकालने लगती है या फिर डायरेक्ट ही बाहर आने लगती है। पुराना होने पर बाहर आने पर हाथ से दबाने पर ही अन्दर जाता है। आखिरी स्टेज में हाथ से दबाने पर भी अन्दर नहीं जाता है।

 

2) बाहरी बवासीर (external piles): 

जिसे बादी बवासीर भी कहा जाता है, जिसमें मरीज को पेट की समस्या ज्यादा होने लगती है और उनमें कब्ज और गैस की समस्या बनती रहती है। यह सबसे पीड़ादायक स्थिति होती है, जिसमें जलन, दर्द, खुजली, शरीर में बेचैनी, काम में मन न लगना इत्यादि होने लग जाती है।

बाहरी बवासीर आपकी गुदा के आसपास की त्वचा के नीचे होती है, जहाँ बहुत अधिक दर्द-संवेदी नसें होती हैं। बाहरी बवासीर के लक्षणों के रूप में गुदा के पास दर्द, बिलीडिंग, खुजली और सूजन शामिल हैं। इसके मस्सों में रक्तस्राव नहीं होता है यह मस्से बाहर आसानी से देखे जा सकते हैं।

जब रोगी पहले स्टेज को पार कर दूसरे स्टेज पर चला जाता है तब उनको जिससे मरीज को मलोत्सर्जन के समय दर्द और जलन महसूस होती है। जिससे उन्हे ठीक से शौच करने में भी नही बनती है साथ ही अन्य समय पर चलने, बैठने इत्यादि क्रिया करने में भी असहज महसूस करते है

 

3) प्रोलेप्सड बवासीर (Prolapsed hemorrhoids): 

जब अंदरुनी बवासीर में सूजन आ जाती है और वह मलाशय से बाहर की तरफ निकलने लग जाती है तब इस स्थिति को प्रोलेप्सड बवासीर कहा जाता है।

इसमें बवासीर एक सूजन ग्रस्त गांठ की तरह या गुदा से बाहर की तरफ निकली हुई गांठ की तरह दिखाई देती है। देखिये बवासीर चार स्टेज में होती है जिसमें विभिन्न लक्षणों को देखने को मिलती है, जिसके बारें में नीचे बताई गई है: –

  • स्टेज 1:  इसे फ़र्स्ट डिग्री भी कही जाती है, जिसमें बवासीर गुदा बाहर नही आते है, लेकिन बिलीडिंग होने की संभावना रहती है।
  • स्टेज 2:  सेकेंड डिग्री में पाइल्स की गुदा मल त्याग के दौरान बाहर आने लगती है, लेकिन बाद में स्वतः अंदर चली जाती है।
  • स्टेज 3: थर्ड डिग्री में यह गुदा बाहर तो आती है, लेकिन जब हाथ से दबाया या धक्का दी जाती है तब यह अंदर चली जाती है।
  • स्टेज 4:  फ़ोर्थ डिग्री में यह आंशिक रूप से गुदा के बाहर आ जाते है, लेकिन उसमें बल देने पर भी अंदर नही जाती है, जिसका वजह उनमें गाठ के अंदर रक्त का थक्का हो जाना और उसमें सूजन हो जाना होती है।

 

बवासीर (पाइल्स) का कारण – Piles causes in Hindi

यदि आपके माता-पिता जैसे परिवार के अन्य सदस्यों को भी बवासीर हो, तो आपको बवासीर होने की अधिक संभावना हो सकती है। आपके निचले मलाशय में दबाव बढ़ने से रक्त प्रवाह प्रभावित हो सकता है और वहां की नसें सूज सकती हैं।

इसके अलावा जब गुदा के आस-पास की नसों में दवाब बढ़ती है तब उसमें उभार और सूजन हो जाती है। जिससे Rectum (मलाशय) में बढ़े हूए दवाब के कारण बवासीर (piles) विकसित होने लग जाती है। इसके अलावा नीचे और भी कारण बताई गई है:

  • भोजन में फाइबर की कमी
  • आवर्ती कब्ज
  • गंभीर डायरिया
  • भारी वजन उठाना
  • स्टूल पास करते समय तनाव
  • अत्यधिक तरल और जंक फूड खाना

 

बवासीर (पाइल्स) के लक्षण – Piles symptoms in Hindi

जब पाइल्स में एनस के अंदर-बाहर के हिस्से व रेक्टम में सूजन हो जाती है जिससे Blood vessels में भी swelling होने लगती है।

इससे रेक्टम के आसपास गांठ अथवा मस्सा जैसा महसूस होता है। जिससे दर्द या फिर खून आ सकता है। साथ ही इसके अलावा, मल त्याग के बावजूद पेट साफ न होना, पीड़ा, खुजली व जलन होना भी बवासीर के लक्षण हैं:

  • मलत्याग के दौरान दर्द होना
  • गुदा के आसपास खुजली होना
  • गुदा से बलगम जैसा बाहर निकलना
  • मलत्याग के दौरान ब्लीडिंग होना
  • साथ ही इसके आस-पास के क्षेत्र का लाल हो होना
  • मल त्याग के बाद भी ऐसा लगना कि पेट साफ नहीं हुआ है

 

बवासीर से बचाव – Prevention of piles in Hindi

अगर आप इस बीमारी के शिकार हो चुके है तब कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखते हुये इसे कम किया जा सकता है, लेकिन इसे खतम करने के लिए इस रोग विशेषज्ञ से इलाज़ और उनसे सलाह लेना आवश्यक होती है:

  • टॉयलेट सीट पर ज्यादा समय तक नही बैठे।
  • अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें।
  • मलत्याग की इच्छा को अनदेखा नही करें।
  • फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
  • नियमित व्यायाम करते रहें।
  • हर घंटे काम से ब्रेक लेकर घूमें और एक्टिव रहें।
  • शरीर के वजन को कम करने पर ध्यान देना चाहिए।

 

बवासीर का इलाज़ कैसे किया जाता है

Piles treatment in hindi इसके शुरुआती दिनों में आप डॉक्टर की सलाह लेकर दवा ले सकते है, जिसमें चिकित्सा विज्ञान के तीनों प्रकार होम्योपैथिक, एलोपैथिक और आयुर्वेदिक है। हालाँकि एलोपैथीक दवा दे इलाज़ करने पर राहत जल्द मिलती है,

लेकिन वही अगर आप इसके जगह पर हेमोंपैथिक दवाओं से इलाज़ करवाते है तो आपको इसमें धीरे-धीरे सुधार देखने को मिलती है,

लेकिन जब आपको इसकी सही दवा दी जाती है तब मरीज को जड़ से पाइल्स की छुटकारा मिल जाती है। मरीज असहनीय दर्द के कारण अन्य तरह के उपचार करवाना अधिक अच्छा समझते है।

जब उनको दवाओं से पाइल्स ठीक नहीं होती है, तब डॉक्टर उन्हे ऑपरेशन (सर्जरी) करवा लेने के बारें में बोलते है।

जिसके बाद वह बीमारी हमेशा के लिए ठीक हो जाती है और गुदा में होने वाली सूजन, जलन, दर्द ठीक होने लगती है और उस स्थान से ब्लीडिंग नही होती है।

बहुत से लोग इसके लिए घरेलू उपचार करने का सलाह देते है, लेकिन अधिकतर बार यह सकारात्मक परिणाम देने में विफल हो जाते है, जिससे उन्हे डॉक्टर की मदद पड़ने लग जाती है अधिक देरी होने पर अंतिम विकल्प सर्जरी ही होती है।

इसके लिए दो तरह के लेजर सर्जरी और ओपन सर्जरी विकल्प होती है। ओपन सर्जरी से भी इसका इलाज़ होती है, लेकिन इसकी प्रक्रिया थोड़ी जटिल और दर्द देने वाली होती है, हालाँकि इसमें खर्च कम आती है, लेकिन सर्जरी होने के एक हफ्ते से महिना भर में ठीक होने में समय लग जाती है

तो वही लेजर सर्जरी में यह सबसे बढ़िया तरीका है, जिसमें मरीज को ब्लीडिंग, कोई कट नही होती है और किसी भी प्रकार की इन्फेक्शन होने की संभावना भी कम होती है। अधिक बात करें तो इसमें रिकवरी तेजी से होती है।

Anal specialist के अनुसार लेजर सर्जरी बवासीर का सबसे अच्छा उपचार करने का तरीका है, क्योंकि एडवांस और सेफ ट्रीटमेंट टेक्निक होने के के कारण इसके उपचार में कम समय लगती है

और रोगी को कोई जटिलता नहीं होती है। लेजर सर्जरी थोड़ी महँगी पड़ती है, लेकिन यह सबसे बेहतरीन होती है।

 

बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम

हर तरह के चिकित्सक विज्ञान में Bawasir ke masse hatane ki cream मौजूद है जो उस गुदा पर लगाने पर मरीज को राहत देती है

और धीरे-धीरे वहाँ सूजन, दर्द और खून का आना बंद करती है। यहाँ आपको हर तरह के बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम  के बारें में बताई जायेगी।

यहाँ हम ऐसे क्रीम के बारे में जानने वालें है जिस क्रीम को अगर आप सुबह-शाम लगाने पर इससे आपको बवासीर की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। साथ ही साथ आपकी सेहत अच्छी बनाने में भी मदद करती है।

 

बवासीर के मस्से हटाने की होम्योपैथिक क्रीम

जब पीड़ित इसके शुरुआती स्टेज डिग्री पर होता है और वह होम्योपैथिक मेडिसिन का प्रयोग करने लग जाते है, तब उनको धीरे-धीरे सुधार होने लगती है और कुछ दिनों बाद यह जड़ से खतम हो जाती है। जैसा की आप सभी को पता होगी,

यह चिकित्सा पद्धति मरीज को धीरे-धीरे असर पहुंचाता है और उसे शुरुआती दिनों में और बढ़ा देता है, लेकिन उसके बाद यह उसे हमेशा के लिए इसके piles wart in hindi को खतम कर देती है। जिसके फलस्वरूप इसे फिर से होने की संभावना कम हो जाती है।

  • Aesculous 30:  यह नसों, सूजन और बिलिडींग के उपचार के लिए सर्वोत्तम उपचार है अगर पाइल्स के साथ कमर दर्द की समस्या है तब इस होम्योपैथिक दवा को दिन में चार-चार गोली 3 बार लेना होता है।
  • Aloes 30: अगर पाइल्स का साइज बड़ा है मसलन अंगूर के साइज का है।
  • Collin Sonia 30:  प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले पाइल्स के लिए इसका सेवन करें, जो महिलाओं के लिए सबसे उत्तम बवासीर की दवा में से एक है।
  • Hamammelis 30:  मरीज को अगर तेज दर्द और अधिक बिलीडिंग हो रही है तब इसका सेवन करें।
  • Thuja 200:  व्यक्ति को अगर पाइल्स की समस्या होती रहती है तब वह इसका सेवन हर हफ्ते एक डोज़ लेकर कर सकता है।
  • Acid-Mur:  मलद्वार में अत्यधिक दर्द होता है और उसे छूने पर दर्द बढ़ जाती है, तब इसका सेवन बवासीर, गले में दर्द, चिड़चिड़ापन, बेचनी जैसी रोग में भी किया जा सकता है।

 

अगर हम मस्से के लिए होम्योपैथिक क्रीम की बात करें तो मार्केट में ऐसी बहुत सारी क्रीम मौजूद है, लेकिन डॉक्टर अधिकतर उन्हे Dr Willmar Schwabe India Topi Thuja Cream के बारें में ही सजेस्ट करते है।

इसके अलावा नीचे दी गई क्रीम और दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद की जा सकती है: –

  • Schwabe Topi Aesculus Cream
  • Aesculus Hipp Cream
  • Sbl Fp Ointment Cream
  • Wheezal WL 28 Piles Drops
  • Blooume 18 Hemosan Drops
  • Reckeweg R13 Hemorrhoid drops

 

बवासीर मस्से हटाने की आयुर्वेदिक क्रीम

बवासीर पाइल्स की बीमारी ठीक करने के लिए आयुर्वेदिक की दवा का सेवन भी लाभप्रद है, अगर दवा काम कर गयी तो आपकी बवासीर जल्दी सही हो जाएगी, साथ आयुर्वेदिक दवा होने के कारण इससे शरीर पर इसका बुरा प्रभाव भी नहीं पड़ता।

Piles Ayurvedic cream गुदा में किसी तरह का नुकसान नही पहुंचाती है, बल्कि प्रकृतिक रूप से उसमें ठंढक प्रदान कर दर्द से निजात दिलाती है।

नीचे बताई गई पाइल्स आयुर्वेदिक क्रीम उस गुदा के स्थान पर लगाने से उसमें जल्द राहत मिलने लग जाती है: –

  • Piles Care Cream
  • Anafine Cream
  • Arshomin Ointment
  • Sukhda piles cream
  • Swarnakshree arshaza cream
  • Blessings aayurveda cream
  • Green Ayurveda Pile Free Ointment
  • Piloral – Ayurvedic Medicine
  • Bhaishajya chikitsa
  • Pilief Ointment cream

 

पतंजलि बवासीर पाइल्स मस्से हटाने की क्रीम

अगर आपको बवासीर पाइल्स की बीमारी हैं तो इसे ठीक करने के लिए आप पतंजलि की दवा का सेवन करें। इस दवा से बवासीर पाइल्स की बीमारी कुछ ही दिनों में ठीक हो जाएगी:

  • दिव्य सर्वकल्प क्वाथ – 200 ग्राम
  • दिव्य कायाकल्प क्वाथ – 200 ग्राम

 

इन दोनों आयुर्वेदिक औषधियों को मिलाकर 1 चम्मच (लगभग 5-7 ग्राम) की मात्रा में लेकर 400 मिली ग्राम पानी में गरम करें और बचें शेष 100 मिली रहने पर छानकर सुबह-शामप्रात खाना खाने से पहले सेवन करें। जिससे पीड़ित को बवासीर से छुटकारा मिलने लग जाती है।

साथ ही इससे पेट में बनने वाली कब्ज की समस्या दूर हो जाती हैं। जिससे शौच के दौरान जोर लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती हैं और इंसान को बवासीर की समस्या से छुटकारा मिल जाता हैं।

  • कांकायन वटी (2 गोली सुबह व शाम)
  • अर्श कुठार रस (1 गोली सुबह व शाम)
  • अभ्यारिष्ट व द्राक्षासव (4-4 चम्मच भोजन के बाद)
  • कुटज धन वटी (1 गोली सुबह व शाम)

 

खूनी बवासीर की अंग्रेजी दवा – Allopathic piles medicine

वैंसे तो आजकल बाजार में खूनी बवासीर हो या फिर बादी बवासीर दोनों की बहुत सारी दवाइयां उपलब्ध है

लेकिन खूनी बवासीर के लिए कुछ बेहतर दवाइयों की सूची नीचे दी गई है जो इससे पीड़ित रोगी के लिए एक अच्छा उपचार साबित हो सकती है: –

Hemamelis: – इस अंग्रेजी दवा का इस्तेमाल तब किया जा सकता है, जब मरीज को अधिक बिलीडिंग आने लगें और वह दर्द से बेचैन की स्थिति में हो। डॉक्टर के अनुसार इसका सेवन से इससे पीड़ित मरीज को जल्द राहत मिलती है।

Aesculus Hipocysteine: – खूनी बवासीर के लिए यह दवा ज्यादा प्रसिद्ध है इस दवा का इस्तेमाल खूनी बवासीर को दूर करने के लिए किया जाता है जब बवासीर बहुत ज्यादा भयंकर स्थिति में होता है तो डॉक्टर इस दवा का भी सुझाव देते हैं।

Pilorap Forte: – जब मलद्वार से अधिक खून आने लगती है और वह बंद नही होती है तब डॉक्टर उन्हे पाइलोरैप फोर्टी देते है, जिससे यह जल्द बंद हो जाती है। आपको बताते चले इसका निर्माण आयुर्वेदिक तरीकों से हुई है, जिससे इसके सेवन से किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट भी नही होती है।

Collinsonia: – इसका इस्तेमाल गंभीर स्थिति में की जाती है, तब मरीज को इसके अलावा सिर दर्द देने लग जाती है, तब डॉक्टर इसका सुझाव देते है।

 

बवासीर के मस्से सुखाने की क्रीम

वैसे तो जब पाइल्स अपने पहली स्टेज पर होती है तब क्रीम यानि इसके मरहम लगाने से यह उपयोगी साबित हो सकती है,

लेकिन जब खून अधिक मात्र में बहने लग जाती है तब इस तरह के क्रीम और अन्य दवाएं केवल दर्द और लक्षण को कम करने के लिए ही काम करते है।

अगर आप भी इस बीमारी से पीड़ित हो गए है और पहली या दूसरी स्टेज पर है तब आप नीचे दी गई क्रीम को अपने उस गुदा वाली स्थान पर लगा सकते है, जिससे आपको ठीक होने में काफी मदद मिल सकती है: –

  • Shield rectal ointment
  • Tronolane hemorrhoid cream
  • Recticare anorectal cream
  • Doctor butler’s hemorrhoid and fissure cream
  • Anusol hemorrhoidal ointment
  • Equate hemorrhoide cream

 

बवासीर क्रीम लगाने का तरीका  – Method apply hemorrhoids cream?

  • जब ऊपर में बताई गई किसी भी मस्से की क्रीम लगाए, तब उसके बाद कुछ घंटों तक मलत्याग नही करें।
  • क्रीम को उँगलियों की मदद से अच्छे से लगाएँ और जहाँ तक पाइल्स मस्से हो गए है उस पर बल का प्रयोग नही करें।
  • उसके बाद ऐसे साबुन का प्रयोग करें जिससे किटाणु को खतम की जाती है उससे उस गुदा के स्थान पर अच्छे से गरम पानी से धोएँ।
  • फिर गीले गुदा को सुखाने के लिए तौलिया का इस्तेमाल करें।
  • शरीर की सुरक्षा के लिए अपनी हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं।
  • क्रीम लगाने से पहले नाखून काट लें, अन्यथा स्क्रैच होने की संभावना बनी रहती है।
  • हर तीन घंटे बाद आप दोबारा से क्रीम लगाने के लिए यही प्रक्रिया अपना सकते हैं।

 

बवासीर के मस्से हटाने के घरेलू उपाय

  • घरेलू उपाय के रूप में आक के पत्ते और सहजन के पत्ते को पीसकर मलहम यानि क्रीम बना कर लगाने से मस्सों से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा हल्दी कड़वी तोरई के रस और नीम तेल में इसे  मिलाकर मस्सों पर लगाने से भी इसमें सुधार आती है।
  • नीम के कोमल पत्ते घी में भूनकर इसमें थोड़ा सा कपूर डालकर इसकी टिकिया बना लें। अब प्रतिदिन 1 टिकिया गुदाद्वार पर बांधने पर मस्से नष्ट होने लगते है। इसके अलावा सेहुंड के दूध में थोड़ी हल्दी मिलाकर इसकी एक बूंद को मस्से पर लगाने से यह अपने आप सुख कर गिर जाएगा।
  • हल्दी को कड़वी तोरई के रस में लेप बनाकर मस्सों पर लगाने से सब तरह के मस्से नष्ट हो जाते हैं।
  • इसमें अगर नीम का तेल या कोई भी कड़वा तेल मिलाकर मस्सों पर लगाया जाए तो और भी जल्दी राहत मिलती है।
  • नीम के बीजों की गिरी को लेकर गुड़ के साथ एक गिरी प्रतिदिन सुबह खाली पेट 7 दिन तक चबाकर खाने से खूनी एवं बादी बवासीर नष्ट हो जाते है।
  • रात को सोने से पहले 100 ग्राम किशमिश पानी में भिगो कर रखे और सुबह इसी पानी में किशमिश को मसलकर इस पानी का सेवन करे। इस उपाय को करने से बवासीर में सुधार आने लगती है।

 

FAQ’s – Bawasir ke masse hatane ki cream bataiye

सवाल : बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने का उपाय
जवाब : अगर आपको खूनी या बादी बवासीर है और उससे बहुत परेशान है तब आपको लेजर सर्जरी करवा लेना चाहिए, जिसके बाद जीवनभर के लिए यह समस्या खतम हो जायेगी। कई मरीज दवा के सहारे रहते है, जिससे उनको जल्द ठीक नही होती या उनके शरीर पर उस उपचार का असर नही होती है।

सवाल : खूनी बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय
जवाब : जामुन के पेड़ की छाल का रस निकालने के बाद 10 ग्राम उसके रस में शहद मिलाकर सुबह-शाम पीने से खूनी बवासीर के मस्से सुखाने लगते है और शरीर के खून साफ होकर बिलीडिंग को बंद कर देती है। इसके अलावा आप जामुन के बीज और उसके, पतियाँ छाल भी असर कर सकती है।

सवाल : मिट्टी के तेल से बवासीर का इलाज
जवाब : मिट्टी के तेल से बवासीर का इलाज नहीं करना चाहिए। यह शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचाता है और कई बार यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। कई बार ऐसी खबर भी आई है कि गुदा में मिट्टी के तेल के उपयोग से रोगी की मौत हो गयी है।

सवाल : बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज
जवाब : नारियल का तेल आयुर्वेद में कई बीमारियों के इलाज में अहम रोल निभाता है। बवासीर कि समस्या होने पर नारियल के तेल में थोड़ा सा हल्दी पाउडर मिलाकर इसे अपने पाइल्स की जगह पर यानी हल्के हाथों से या कॉटन लगाने से आपको गुदा के हिस्से पर होने वाले बवासीर से राहत मिलती है।

सवाल : बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम
जवाब : एनोवेट क्रीम एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल बवासीर के इलाज के लिए किया जाता है। यह एनल हिस्से में समस्या से पीड़ित लोगों में मल के गुजरने से जुड़े दर्द, सूजन, खुजली और परेशानी से राहत देता है। जिसका इस्तेमाल बाहरी बवासीर के लिए ही करना चाहिए।

 

अगर पाइल्स की समस्या बहुत ज्यादा है और काफी समय से है, तो हमारी सलाह है कि आप डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें। यह बहुत जरूरी है एलोपैथिक लेने के बाद डॉक्टर की सलाह से होम्योपेथिक या घरेलु इलाज ले सकते है। लेकिन इस क्रीम का उपयोग आप बवासीर मस्से के शुरूआती समय में कर सकते है।

 

Disclaimer

इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न विशेषज्ञों के अध्ययन और राय के साथ-साथ आम आदमी के स्वास्थ्य पर आधारित है। इस जानकारी को देने का उद्देश्य विषय से परिचित होना है। पाठकों को अपने स्वास्थ्य के आधार पर कोई भी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

 

Conclusion

इस लेख में आपने बवासीर का प्रकार, लक्षण, कारण, इलाज, ऑपरेशन और मस्से की क्रीम | Piles In Hindi के बारें में जाना। आशा करते है आप बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।

आपको लगता है कि इसे दूसरे के साथ भी Share करना चाहिए तो इसे Social Media पर सबके साथ इसे Share अवश्य करें। शुरू से अंत तक इस Article को Read करने के लिए आप सभी का तहेदिल से शुक्रिया…