Behoshi Ki Dawa Medicine Name : अगर आप भारत में किसी भी मेडिकल स्टोर पर जाकर अगर बेहोशी की दवा मांगेंगे तो आपको शायद वह नहीं मिलेगी और यह भारत में गैरकानूनी भी मानी जाती हैं क्योंकि सीधे तौर पर इस प्रकार की दवाइयों को बेचना अवैध माना जाता है
ऐसा करने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह रहा कि बेहोशी की दवा को अपना हथियार बनाकर बहुत से अपराधी बहुत सारी वारदातों को अंजाम दे रहे थे जैसे कि बलात्कार और अपहरण इत्यादि और इन्हीं सब समस्याओं को कम करने के लिए सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया
पर आज के इस लेख में हम देखने वाले है कि बेहोशी के लिए प्रयोग की जाने वाली दवाइयों में कौन-कौन सी दवाईया है जो कि डॉक्टर द्वारा एक रेगुलेशन के बाद प्रयोग की जाती है अर्थात की इन दवाइयों का प्रयोग करने के लिए विशेष परमिशन की आवश्यकता भी होती है
आज के इस लेख का हमारा मुख्य विषय रहेगा Behoshi Ki Dawa Medicine Name और साथ ही इसके अलावा यह बेहोशी की दवाइयां किस प्रकार से काम करती है, बेहोशी की दवा का प्रयोग किस प्रकार करना चाहिए इत्यादि अन्य विषयों पर भी हम आज के इस लेख में चर्चा करने वाले हैं
आज अगर भारत में कोई व्यक्ति इन बेहोशी की दवाइयों का प्रयोग करना चाहता है तो उसे सीधे तौर पर यह दवाईया मेडिकल स्टोर से प्राप्त नहीं होगी और इन दवाइयों को लाने के लिए उसे एक विशेष डॉक्टर की हर आज्ञा की आवश्यकता पड़ेगी
जिस पर यह लिखा हो कि इस मरीज को इन बेहोशी वाली दवाइयों का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है
आप में से बहुत से लोगों ने इस बात को महसूस किया होगा कि जब भी हम फिल्मों वगरह में देखते हैं कि किसी व्यक्ति को बेहोश करने के लिए एक विशेष प्रकार के पाउडर का प्रयोग किया जाता है या किन्हीं विशेष प्रकार की दवाइयों का प्रयोग किया जाता है तो तो उनका असर सीधे ही शुरू हो जाता है
पर इसकी वास्तविकता की जांच की जाए तो हम पाएंगे कि बेहोशी की दवाइयां अपना काम शुरू करने में लगभग आधे घंटे का समय लेती है और इस निश्चित समय अवधि के बाद ही इनका प्रभाव शुरू होता है और इस संदर्भ में भी हम आज के इस लेख Behoshi Ki Dawa Medicine Name मे समझने वाले हैं

अनुक्रम
Behoshi Ki Dawa Medicine Name
अब हम आपके सामने उन टॉप 5 दवाइयों के बारे में चर्चा करने वाले हैं जिनका प्रयोग बेहोशी की दवा के रूप में किया जाता है और इनका प्रयोग करने से पहले हमें डॉक्टर की परमिशन की आवश्यकता भी पड़ती है
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Mankind Clonafit
यह बेहोशी के लिए एक विश्वसनीय दवाई के तौर पर मानी जाती है और इसमें भी कई प्रकार आते हैं जिनका प्रयोग रोगी की स्थिति के आधार पर किया जाता है
अगर किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा स्ट्रेस या अवसाद रहता है तो डॉक्टर द्वारा इस दवाई को रिकमेंड किया जाता है क्योंकि यह सीधे मानव शरीर में जाकर उसे एक रिलैक्स मोड में कन्वर्ट कर देती है
0.50Mg की मात्रा में इस दवाई का प्रयोग सबसे ज्यादा किया जाता है
इसकी एक नकारात्मक विशेषता यह मानी जाती है कि इंसान को इसकी आदत लग सकती हैं क्योंकि इसका सेवन करने के बाद उसका शरीर बहुत ही ज्यादा हल्का हो जाता है तो ऐसे में हो सकता है कि वह इंसान हमेशा इस दवाई का सेवन करना शुरू कर दें
इस समस्या से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह का सहारा लिया जा सकता है
इसका प्रयोग आप बिना किसी पानी के भी कर सकते हैं क्योंकि यह आपकी जीब पर रखते ही पिघल जाएगी और आपके शरीर में महज आधे घंटे में ही अपना प्रभाव शुरू कर देगी
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Sun Pharma Forte
इस दवाई का प्रयोग डॉक्टर्स द्वारा उन मरीजों के लिए किया जाता है जो कि मानसिक रोगी है और किसी कारणवश उनकी मानसिक स्थिति बहुत ज्यादा बिगड़ चुकी हैं और जैसा कि हम जानते हैं कि मानसिक स्थिति बिगड़ने के बाद व्यक्ति अपनी सभी प्रकार की मानसिक चेतना को खो देता है
तो ऐसे में उसे शांत करने के लिए और उसकी घबराहट को कम करने के लिए इस बेहोशी की दवा Sun Pharma Forte का प्रयोग किया जाता है जो कि अधिकतर मामलों में डॉक्टर्स द्वारा ही रिकमेंड की जाती हैं
यह आमतौर पर हैप्पी मूड स्विंग दवाई के नाम से भी प्रसिद्ध है क्योंकि इसका सेवन करने के साथ ही व्यक्ति के व्यवहार में भी बदलाव शुरू हो जाते हैं
हालांकि इसकी एक नकारात्मक विशेषता यह मानी जाती है कि इसका अधिक प्रयोग करने पर किसी व्यक्ति को सेक्सुअल संबंधित एवं साथ ही हड्डियों से संबंधित कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है
इसका प्रयोग एक सामान्य सी मेडिसन की तरह किया जा सकता है यानी कि आप इसे पानी के साथ भी ग्रहण कर सकते हैं
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Pfizer Ativan Tablet
बेहोशी के लिए प्रयोग की जाने वाली इस दवाई का इस्तेमाल उन रोगियों के लिए किया जाता है जिनको कई कई दिनों तक नींद नहीं आती है
तो ऐसे में डॉक्टर द्वारा इस दवाई के माध्यम से उनको 7 से 8 घंटे की नींद प्रदान करवाई जाती हैं
वैसे देखा जाए तो इसे बेहोशी की दवा ना मानकर आप इसे एक अच्छी नींद देने वाली दवाई मान सकते हैं
इसका प्रयोग भी डॉक्टर की सलाह पर ही किया जाना चाहिए क्योंकि इसके नकारात्मक विशेषता यह है कि इसका बहुत ज्यादा सेवन करने पर आपका मुंह सूख सकता है और आपके शरीर में बहुत ज्यादा कमजोरी भी छा सकती हैं
इसका प्रयोग करने के लिए किसी रोगी को सोने से पहले एक गिलास पानी के साथ इसे ग्रहण कर लेना चाहिए और 15 से 20 मिनट बाद इसका असर शरीर में शुरू हो जाता है और महज आधे घंटे में ही वह निद्रा की अवस्था में चला जाता है
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Valium Diazepam
बेहोशी के लिए प्रयोग होने वाली इस दवाई का प्रयोग उन मरीजों के लिए किया जाता है जिनको मिर्गी के दौरे पड़ते हैं या फिर जिन मरीजों को बहुत ही ज्यादा नशे की लत पड़ चुकी हैं क्योंकि अगर इस प्रकार की दवाइयां देकर उनको बेहोश कर दिया जाएगा तो धीरे-धीरे उनकी यह आदतें भी छूट जाएंगी
ऐसा इसलिए भी किया जाता है क्योंकि बेहोश होने के बाद उनका शरीर अचेतन अवस्था में चला जाएगा और उन्हें किसी भी प्रकार का कोई भी नशा करने की नहीं सूजेगी
पर इस बेहोशी की दवा का अधिक इस्तेमाल करने पर व्यक्ति को चक्कर आ सकते हैं और उसकी याददाश्त भी कमजोर हो सकती हैं तो ऐसे में इसका प्रयोग डॉक्टर्स द्वारा मरीजों को सोच समझकर ही कराया जाता है
यह सभी बेहोशी की दवाइयों में एक ऐसी प्रमुख दवाई है जिसका इस्तेमाल करने के बाद व्यक्ति को सबसे ज्यादा गहरी नींद आती है और इतनी ज्यादा बेहोशी छा जाती है कि उसे 12 से 13 घंटे तक भी अचेतन अवस्था में पड़े रहना पड़ता है
इस दवा का प्रयोग सामान्य दवाइयों की तरह ही किया जाता है
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NS FAINTE Spray
बेहोश करने के लिए हम जानते हैं कि सबसे अधिक स्प्रे का प्रयोग ही किया जाता है और इनका प्रयोग होते हम बहुत सी फिल्मों में भी देखते हैं तो ऐसा असलियत में भी हैं जो NS FAINTE SPRAY के नाम से जाना जाता है
इस स्प्रे के अंदर मेलाटोनिन और एथेन नामक तत्व होते हैं जो कि बेहोश करने के लिए प्रयोग किए जाते हैं और इसका प्रभाव भी लगभग 25 से 30 मिनट बाद होता है
यह स्प्रे किसी भी सामान्य से मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है क्योंकि इसका प्रभाव इतनी देर तक नहीं रहता है जितना की अन्य बेहोशी वाली दवाइयों का रहता है
पर इसका भी बहुत अधिक प्रयोग करना हानिकारक माना जाता है और आपके शरीर पर विभिन्न प्रकार के साइड इफेक्ट भी इसके द्वारा छोड़े जा सकते हैं तो ऐसे में डॉक्टर्स द्वारा पर्टिकुलर सलाह लेकर ही इसका प्रयोग किया जाना चाहिए
Behosh karne ki Dawa (Category)
आज मेडिकल साइंस में विभिन्न प्रकार की बेहोशी की दवाई उपलब्ध हैं, पर उनमें से कुछ दवाइयां ही हमारे शरीर के लिए सही होती हैं
तो अब हम उन्हें कुछ विशेष प्रकार की बेहोशी की मेडिसन की बात करने वाले हैं जो की बहुतायत में भारत में इस्तेमाल की जाती है
किसी व्यक्ति को बेहोश करने के लिए प्रयोग में ली जाने वाली दवाइयों को तीन भागों में बांटा गया है :
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Severe medicines related to faintness
यह behoshi ki davaiyon का प्रकार सबसे उच्च माना जाता है क्योंकि इसका प्रयोग ऑपरेशंस इत्यादि से पहले डॉक्टर्स द्वारा किया जाता है क्योंकि बहुत बड़े-बड़े ऑपरेशंस के समय मरीज को बेहोश करना होता है तो उस समय बेहोशी की दवा कि इस कैटेगरी में आने वाली दवाइयों का ही प्रयोग उनके द्वारा किया जाता है
इसी कारण से इन मेडिसन को सीवर का नाम दिया गया है यानी कि जो बहुत ही ज्यादा गंभीर होती है
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Mediocre medicines related to faintness
यह बेहोशी की दवाइयों का दूसरा प्रकार होता है जो कि कुछ हद तक सामान्य माना जाता है परंतु इसकी एक नकारात्मक विशेषता यह है कि इस कैटेगरी में आने वाली बेहोशी की दवाइयों की आदत लग सकती हैं
सामान्यता इन दवाइयों का प्रयोग करने के लिए भी डॉक्टर की विशेष परमिशन की आवश्यकता होती है क्योंकि इनका प्रभाव लगभग शरीर में 8 से 10 घंटे तक होता है और जब किसी मरीज को इनकी बहुत ज्यादा ही आवश्यकता पड़ती है तो डॉक्टर द्वारा इसे Recommend किया जाता है अन्यथा नहीं
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Normal medicines related to faintness
यह बेहोशी की दवाइयों का तीसरा प्रकार है और इसे इन सभी कैटेगरी में सबसे अंत में रखा गया है क्योंकि इनका प्रयोग करने के लिए हमें किसी विशेष परमिशन की आवश्यकता नहीं होती है और इनका किसी इंसानी शरीर पर प्रभाव भी 5 से 6 घंटे ही रहता है
इतनी कम अवधि तक इसका प्रभाव रहने के बावजूद भी इंसान इन दवाइयों को लेने के बाद पूरी तरह से बेहोशी की अवस्था में नहीं आता है बल्कि उसकी बजाए उसके कुछ अंग सुन्न पड़ जाते हैं
बेहोशी की इन दवाइयों का प्रयोग आमतौर पर डॉक्टर्स द्वारा इसलिए किया जाता है ताकि कोई छोटा मोटा ऑपरेशन किया जा सके
उदाहरण के तौर पर किसी व्यक्ति को 2 से 3 इंजेक्शन लगाने हो तो ऐसे में जहां इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं उस अंग को सुन्न करने के लिए और कुछ देर के लिए व्यक्ति को बेहोश करने के लिए इस प्रकार की बेहोशी की दवाइयों का प्रयोग किया जाता है
इस प्रकार की दवाइयों का प्रयोग अपेंडिक्स या दांतो के ऑपरेशन के समय किया जाता है क्योंकि उस समय पूरे शरीर को सुन्न करने की बजाय शरीर के कुछ हिस्से को ही सुन्न किया जाता है
Behoshi Ki Dawa Ka Paryog
बेहोशी की दवाइयों का प्रयोग ऐसा नहीं है कि किसी विशेष प्रकार से किया जाता है उसके उलट इनका प्रयोग भी बेहद सामान्य किस्म से किया जाता है जैसा कि अन्य दवाइयों का होता है
पर हम सभी के मन में यह धारणा बन चुकी है कि इन बेहोशी की दवाइयों का प्रयोग केवल और केवल गलत कामों के लिए ही किया जाता है परंतु ऐसा नहीं है इनका प्रयोग करने के पीछे सबसे बड़ी साइंटिफिक वजह यह है कि व्यक्ति को बहुत ज्यादा मानसिक और शारीरिक रूप से तकलीफ ना उठानी पड़े
उदाहरण के तौर पर किसी व्यक्ति की हड्डी का ऑपरेशन किया जा रहा है और यदि ऐसे में उसे किसी बेहोश करने वाली दवाई यानि की एनेस्थीसिया का प्रयोग ना किया जाए तो इससे उसकी मौत भी हो सकती है क्योंकि वह इतना ज्यादा शारीरिक कष्ट सहन नहीं कर पाएगा
कोई भी रोगी इनका प्रयोग एक गिलास पानी के साथ कर सकता है और चाहे तो ऐसे सीधे ही अपनी जीभ पर रखकर इसे अपने शरीर में ग्रहण कर सकता है
पर बहुत सी ऐसी बेहोशी की दवाइयां भी होती हैं जिनका इस्तेमाल करने के लिए विशेष प्रकार की पद्धति का प्रयोग किया जाता है तो ऐसे में उस पद्धति का प्रयोग किया जाना चाहिए जो कि डॉक्टर द्वारा सुझाव गई है
Behoshi Ki Injection
कई बार किसी मरीज को बेहोश करने के लिए बेहोशी वाले इंजेक्शन का प्रयोग भी किया जाता है क्योंकि उनके शरीर पर बेहोशी वाली दवाइयों का प्रयोग बहुत जल्दी से नहीं हो पाता है
इसके उलट यदि हम इन इंजेक्शंस की बात करें तो यह सीधे ही हमारे रक्त में घुल जाते हैं और लाल रक्त कणिकाओं के साथ मिलकर हमारे शरीर को बेहोशी की अवस्था में ला देते हैं
पर वही जब हम बेहोशी की दवाइयों का प्रयोग करेंगे तो उसे हमारे शरीर में घूमने के लिए एक अच्छे खासे समय की आवश्यकता होती है जैसे कि आधा घंटा या फिर एक घंटा
सामान्यता इन बेहोशी वाले इंजेक्शन का प्रयोग डॉक्टर्स द्वारा ऑपरेशन से पहले किया जाता है क्योंकि उस दौरान मरीज को जल्दी से जल्दी बेहोश करना होता है तो ऐसे में उन्हें जानबूझकर इनका प्रयोग करना पड़ता है
मेडिकल साइंस में मौजूद कुछ बेहोशी वाले इंजेक्शन निम्नलिखित हैं :
- KETMIN 100 MG INJECTION
- RANDLAB SEDATOR
- LORAZEPAM INJECTION
- PROFOL INJECTION
- DORMOSDEAN INJECTION
हालांकि बेहोशी के लिए इनके अलावा भी बहुत से इंजेक्शंस का प्रयोग किया जाता है परंतु जो इंजेक्शन मुख्य रूप से प्रयोग किए जाते हैं, वह यह सभी ही हैं
बेहोशी की दवा शरीर में कैसे काम करती है?
जब भी किसी व्यक्ति द्वारा किसी भी प्रकार की बेहोशी की दवा का प्रयोग किया जाता है तो हम यह सोचते हैं कि वह उसके शरीर के कौन से भाग पर प्रभाव डालती हैं जिससे कि वह अचेतन हो जाता है और अपने शरीर को काबू में नहीं रख पाता
इस बात को समझने से पहले आप सभी को यह मालूम होगा कि हमारे शरीर का पूरा कंट्रोल हमारा ब्रेन यानी कि हमारा दिमाग करता है और इसके भी अलग-अलग हिस्से होते हैं जैसे कि अग्र मस्तिक, मध्य मस्तिक और पाछ मस्तिक
इसी दिमाग में मौजूद होता है, नर्वस सिस्टम यानी कि जहां से इलेक्ट्रोलाइट्स हमारे पूरे शरीर में प्रवाहित होते हैं और हमें किसी भी काम को करने के लिए संकेत देते रहते हैं
आप इनको एक प्रकार से बिजली के तारों की तरह मान सकते हैं क्योंकि जिस प्रकार से उनमें करंट दौड़ता रहता है उसी प्रकार से इनमें संकेत दौड़ते रहते हैं
जब हम या कोई भी व्यक्ति इन बेहोशी की दवाइयों का प्रयोग करता है तो वह दवाई उसके शरीर मैं मौजूद रक्त में मौजूद लाल रक्त कणिकाओं तथा प्लाज्मा का सहारा लेती है और इसी रक्त के द्वारा इन दवाइयों में मौजूद तत्वों का प्रभाव हमारे दिमाग में पहुंच जाता है और वही से यह नर्वस सिस्टम तक पहुंचता है
इन्हें तत्वों के द्वारा हमारे नर्वस सिस्टम को अनेक प्रकार के संकेत एक साथ दिए जाते हैं, जिससे कि वह इन संकेतों को सही ढंग से समझ नहीं पाता है और काम करना बंद कर देता है और इसी कारण से हमारा शरीर बेहोशी की अवस्था में चला जाता है और हमें नींद आने लगती हैं
यह संपूर्ण प्रक्रिया जब हमारे शरीर में घटित हो रही होती है तो उस समय हमारे सर में बहुत ज्यादा तेज दर्द भी रहता है तो इस दर्द के पीछे यही सारी कहानी विद्यमान है और इन्हीं दवाइयों में मौजूद तत्वों के द्वारा ही यह सब प्रक्रिया की जाती है
यह कि यह बात बेहोशी के लिए प्रयोग किए जाने वाले इंजेक्शन पर भी लागू होती हैं क्योंकि उनमें भी वही तत्व होते हैं जो कि बेहोशी के लिए प्रयोग की जाने वाली दवाइयों में होते हैं
बस इन का अंतर इतना सा है की इंजेक्शन में मौजूद बेहोशी वाले तत्वों की प्रकृति लिक्विड के फॉर्म में होती है, तो वहीं दूसरी और यह दवाइयों में ठोस रूप में मौजूद होती हैं
FAQs : Behoshi Ki Dawa Medicine Name List
सवाल : Behoshi Ki Dawa का प्रभाव शरीर में कितनी देर तक रहता है?
एक सामान्य बेहोशी की दवा का असर इंसानी शरीर में 5 से 6 घंटे तक रहता है
सवाल : बेहोश करने के लिए सबसे अच्छी दवाई कौन सी मानी जाती है?
बेहोश करने के लिए सबसे अच्छी दवा Chloroform को माना जाता है और इसका असर होने में लगभग आधा घंटा लगता है
सवाल : क्या सभी बेहोशी की दवाइयों का प्रयोग करने के लिए डॉक्टर की परमिशन की आवश्यकता होती है?
ऐसा नहीं है परंतु अधिकतर बेहोशी की दवाइयों का प्रयोग करने के लिए डॉक्टर की परमिशन की आवश्यकता होती हैं
सवाल : क्या भारत में बेहोशी की दवा का प्रयोग अवैध है?
कुछ विशेष बेहोशी की दवाइयों के लिए भारत में परमिशन की आवश्यकता होती है और इस बारे में अधिक जानकारी आईसीएमआर की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है
सवाल : बेहोशी के लिए प्रयुक्त होने वाली दवाइयां किसी मानव शरीर के किस हिस्से पर अपना प्रभाव डालती हैं?
यह बेहोशी के लिए प्रयुक्त होने वाली दवाइयां मानव के नर्वस सिस्टम पर अपना प्रभाव डालती है और किसी नशे की तरह ही उसे अपने काबू में कर लेती हैं
सवाल : क्या बेहोशी की दवाइयों की लत लग सकती हैं?
अगर इन दवाइयों का प्रयोग किसी व्यक्ति द्वारा रोजाना किया जा रहा है तो ऐसे में यह प्रबल संभावना है कि उसे इसकी लत लग सकती हैं
सवाल : किसी व्यक्ति को नींद ना आने पर ली जाने वाली दवाइयों को बेहोशी की दवाइयां माना जाएगा?
अभी तक इंडिया में इस प्रकार की दवाइयों को बेहोशी की दवाइयों की कैटेगरी में नहीं रखा गया है तो इस कारण से इन्हें बेहोशी की दवाइयां नहीं माना जाएगा
Disclaimer
Conclusion
तो पाठको हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख Behoshi Ki Dawa Medicine Name बहुत ज्यादा पसंद आया होगा और इस लेख को पढ़कर आप बेहोशी की दवाइयों से संबंधित विभिन्न प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियों को समझ चुके होंगे
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इस लेख को पढ़ने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद
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