शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा : शुक्राणु पुरुष शरीर के अंदर पाया जाने वाला वह पदार्थ होता है जिसके द्वारा की किसी भी महिला के गर्भ में एक बच्चा बनता है क्योंकि बिना शुक्राणु के फर्टिलाइजेशन संभव नहीं है और ना ही एंब्रियो या जाईगॉट महिला के शरीर या गर्भाशय में बन सकता है
पर कई बार पुरुषों के शरीर में शुक्राणु की कमी भी होने लगती हैं और ऐसा होने के पीछे बहुत सी वजह भी होती हैं जैसे कि शीघ्रपतन का दोष या सफेद पानी की बीमारी या फिर अत्यधिक हस्तमैथुन या बचपन की गलतियों के कारण ऐसा होता है क्योंकि जानकारी के अभाव में बहुत से लोग इसकी हानि करने लगते हैं और आगे चलकर इसकी सजा उन्हें भुगतनी पड़ती हैं
बायोलॉजी के अनुसार निषेचन के बाद पुरुष के शरीर से लगभग एक करोड़ तक स्पर्म निकलते हैं परंतु उनमें से केवल एक ही महिला के शरीर से निकले हुए अंडाणु के साथ मिलकर फ़र्टिलाइज़ हो पाता है और यदि ऐसा ना हो तो गर्भ में भ्रूण नहीं बनता है
इसी कारण से बहुत से कपल्स को बच्चा नहीं होने की समस्या का सामना करना पड़ता है क्योंकि शुक्राणुओं की कमी होने के कारण फर्टिलाइजेशन होने की प्रक्रिया पर भी फर्क पड़ता है क्योंकि अगर अधिक शुक्राणु होंगे तो इस बात की अधिक संभावना होगी कि उनमें से कोई ना कोई शुक्राणु जाकर अंडाणु से फ़र्टिलाइज़ जरूर होगा
परंतु कई ऐसी अंग्रेजी दवाई भी आजकल मेडिकल साइंस में प्रचलित हैं जिनके द्वारा कोई भी व्यक्ति अपने शुक्राणु को बढ़ा सकता है यानी कि शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा भी उपलब्ध हैं और इसी के बारे में हम आज के इस लेख में चर्चा करने वाले हैं
साथ ही आज के इस लेख का हमारा मुख्य विषय रहेगा शुक्राणु बढ़ाने की दवा का नाम क्या है
अनुक्रम
शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा | Shukranu Badhane ki Angreji Dawa
वर्तमान समय में मेडिकल साइंस द्वारा बहुत सी शुक्राणु बढ़ाने की दवाइयां इजाद की गई हैं जिनमें से कुछ प्रमुख दवाइयां निम्नलिखित हैं :
-
एनास्ट्रोज़ोल (Anastrozole)
यह शुक्राणु बढ़ाने के लिए सबसे प्रचलित दवाइयों में से एक हैं क्योंकि यह स्पर्म काउंट को बढ़ाने के साथ-साथ ही उसे गाढ़ा बनाने का काम भी करती हैं
क्योंकि इस पर मे जितना ज्यादा गाढ़ा होगा वह किसी भी अंडाणु के साथ आसानी से निश्चित हो सकेगा और इस बात की भी प्रबल संभावना रहेगी कि वह काफी देर तक गर्भाशय में टिका भी रहेगा
हालांकि इस दवा का उपयोग पुरुषों के द्वारा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के अलावा महिलाओं द्वारा ब्रेस्ट कैंसर में भी किया जाता है और साथ ही यह ब्रेस्ट कैंसर को काफी हद तक कम करने में भी मदद करती हैं
-
क्लोमैफिन डोज (Clomiphene Dose)
यह पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने के साथ साथ ही उन महिलाओं के लिए भी एक वरदान के रूप में सिद्ध हुई हैं जो कि बांझपन की समस्या से ग्रसित हैं
क्योंकि कहीं ना कहीं महिलाओं में पाए जाने वाले एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की उपयुक्त मात्रा ना निकलने के कारण भी कई बार महिलाओं को संतान प्राप्ति नहीं हो पाती हैं और यह दवा इसमें भी बहुत ज्यादा हेल्पफुल हैं
किसी पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए क्लोमैफिन डोज उत्तरदाई हैं क्योंकि यह पुरुषों के मस्तिष्क में पाई जाने वाली पीयूष ग्रंथि पर अपना प्रभाव बताती हैं और वहां से यह संदेश पीयूष ग्रंथि तक पहुंचता है कि पुरुष के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा को बढ़ाया जाए जिससे कि स्पर्म काउंट अपने आप बढ़ जाए
-
क्लोमीफिन साइट्रेट (Clomiphene citrate)
शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने वाली मेडिकल साइंस की यह दवा भी पुरुष के मस्तिष्क यानी कि हाइपोथैलेमस के भाग पर अपना प्रभाव डाल कर इसे उत्तेजित कर हार्मोन की मात्रा को बढ़ाने का कार्य करती हैं
साथ ही इस दवा के उपयोग द्वारा पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में बहुत अधिक वृद्धि होती हैं और जिन पुरुषों में सामान्य से कम टेस्टोस्टेरोन हार्मोन होता है यह दवा उन पुरुषों में इस हार्मोन को बढ़ा देती हैं
जिससे कि शुक्राणुओं की संख्या अपने आप ही बढ़ जाती हैं क्योंकि टेस्टोस्टेरोन हार्मोन ही शुक्राणुओं या स्पर्म की संख्या को किसी पुरुष के शरीर में निर्धारित करते हैं
और यह हार्मोन जितना ज्यादा अधिक होगा तो इस बात की भी प्रबल संभावना है कि उस पुरुष के शरीर में स्पर्म काउंट भी ज्यादा होगा
-
गोनैडोट्रोपिन इंजेक्शन (Gonadotropin injection)
इस शुक्राणु बढ़ाने वाली दवा को भी से*क्सो*लॉजिस्ट द्वारा बहुत अधिक मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसे एक इंजेक्शन के द्वारा किसी पुरुष के शरीर में इंजेक्ट किया जाता है
ऐसा करने के बाद यह गोनेडोटरोपिन किसी पुरुष के शरीर में हार्मोन को बढ़ावा देने का काम करती हैं जैसे कि टेस्टोस्टेरोन और साथ ही यह पुरुष के टेस्टिस यानी वर्षण को भी स्वस्थ रखती हैं जिससे कि स्पर्म का निर्माण तेजी से हो सके
-
उर्गास टेबलेट (Urgas tablets)
इसका प्रयोग बहुत से पुरुषों द्वारा अपने शुक्राणु को गाढ़ा एवं उसकी मोटिलिटी रेट को बढ़ाने के लिए किया जाता है क्योंकि शुक्राणु की रफ्तार भी कहीं ना कहीं अंडाणु के साथ फर्टिलाइजेशन के लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि यदि इसकी गति अच्छी खासी नहीं होगा
तो यह अंडाणु तक अपनी पहुंच नहीं बना पाएगा और ऐसा नहीं होने के कारण यह अंडाणु के साथ मिलकर फर्टिलाइज भी नहीं होगा तो ऐसे में इस बात की कोई भी संभावना नहीं है कि उस पुरुष को कभी भी पिता बनने का सुख प्राप्त हो
मेडिकल साइंस की दवा के अलावा इसका प्रयोग आयुर्वेदिक दवाई के रूप में भी बहुतायत में किया जाता है
क्योंकि इसमें पाए जाने वाले सब्सटेंस कहीं ना कहीं आयुर्वेदिक औषधियों से ही बनाए गए हैं परंतु उनमें रिसर्च मेडिकल साइंस के डॉक्टर द्वारा करने के कारण इसे मेडिकल साइंस की दवा मान लिया गया है
पुरुषो में शुक्राणु बढ़ाने की अन्य अंग्रेजी दवा के नाम लिस्ट
Human chorionic gonadotropin (HCG) | Coenzyme Q10 (CoQ10) |
Letrozole | L-carnitine |
Tamoxifen | Zinc supplements |
Metformin | Vitamin E supplements |
कृपया ध्यान दें कि यह दवाएं शुक्राणु वृद्धि के लिए मान्यता प्राप्त दवाएं हैं, लेकिन आपको इन्हें लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपकी वर्तमान स्थिति के अनुसार उचित उपचार की सलाह देंगे
पुरुषों में स्पर्म काउंट कैसे बढ़ाए
मेडिकल साइंस की बहुत सी दवाइयों के द्वारा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाई जा सकती है परंतु कुछ ऐसे नेचुरल उपाय भी हैं जिनका प्रयोग करके कोई भी पुरुष अपनी स्पर्म काउंट को बढ़ा सकता है
- एक हेल्दी लाइफ़स्टाइल का होना जरूरी क्योंकि हेल्थी लाइफस्टाइल का अर्थ है हेल्दी स्पर्म
- बहुत अधिक हस्तमैथुन या अन्य अप्राकृतिक क्रियाओं से बचना चाहिए क्योंकि इससे स्पर्म लॉस होता है
- सुबह उठकर व्यायाम एवं योगा को बढ़ावा दें
- खानपान में हरी सब्जियों एवं प्रोटीन को बढ़ावा दें जो कि हेल्दी स्पर्म के लिए जरूरी है
- सुबह जल्दी उठकर कुछ देर वार्म अप करें और साथ ही रनिंग तो जरूर करें जिससे कि आपके वृषण स्वस्थ रहते हैं
- बहुत ज्यादा फास्ट फूड या जंक फूड खाने से बचें
- अनावश्यक दवाइयों का सेवन करने से बचना चाहिए
- बहुत अधिक शारीरिक संबंध बनाने से भी बचना चाहिए
शुक्राणु बढ़ाने वाली दवाइयों के साइड इफेक्ट
हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं जहां एक और शुक्राणु बढ़ाने वाली दवाइयों के द्वारा स्पर्म काउंट तो बढ़ जाता है वही कुछ पुरुषों में इसके साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं
जैसे कि अचानक से उनके सेक्स टाइम में बदलाव आने लगता है, साथ ही उनके साथ मूड स्विंग भी होने लगता है तो ऐसे में चिड़चिड़ापन या अच्छे मूड का ना होना भी शामिल है
इनके सेवन से उल्टी होना या खांसी आना भी स्वाभाविक हैं क्योंकि यह आंतरिक शरीर में अपना प्रभाव जल्दी बताती हैं
इनका सेवन करने से हिमोग्लोबिन या रक्त की मात्रा कई बार ज्यादा बढ़ सकती हैं तो ऐसे में यह भी चिंता का विषय हो सकता है एवं इसके अलावा इससे सिर दर्द या अपर हेड दर्द की प्रॉब्लम भी होती हैं
- बहुत तेज सिर दर्द होना
- अचानक उल्टी जैसी संभावना बनना
- मुंह और सिर में मुहांसों का बनना
- शरीर में कई बार बहुत अधिक शक्ति तो कई बार शरीर का बहुत शक्तिहीन हो जाना
- हड्डियों की कमजोरी आ जाने से शरीर में कमजोरी आ जाना
- आंखों का आंतरिक हिस्सा लाल दिखाई देना
शुक्राणुओं की संख्या और उनकी गति में संबंध
देखा जाए तो शुक्राणुओं की संख्या और उनकी गति में एक समान संबंध विद्यमान होता है क्योंकि अगर शुक्राणुओं में एक पर्याप्त गति नहीं होंगी तो वह महिलाओं के शरीर से निकले अंडाणुओं के साथ मिलकर निषेचित नहीं हो सकेंगे और अगर वह निश्चित नहीं होंगे तो इस बात की कोई भी संभावना नहीं है कि महिला के गर्भाशय की आंतरिक दीवार में कोई भ्रूण बनेगा या एंब्रियो बनेगा
इसीलिए शुक्राणुओं की संख्या बढ़ने के साथ साथ ही यह भी जरूरी है कि उनकी गति भी यानी कि मोटिलिटी रेट भी बड़े क्योंकि यदि मोटिलिटी रेट नहीं बढ़ेगी तो इनकी संख्या बढ़ने का कोई भी फायदा नहीं होगा क्योंकि जिस कार्य के लिए शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाई गई हैं
यानी कि महिला के गर्भ धारण करवाने के लिए ही ऐसा किया गया है तो ऐसे में यह कार्य नहीं हो सकेगा और जाईगॉट का निर्माण भी नहीं होगा
सेक्सियोलॉजिस्ट द्वारा यह सलाह दी जाती है कि प्रोटीन युक्त भोजन जैसे कि विभिन्न प्रकार की ढेले एवं अंडे स्पर्म की गति को बढ़ाने का कार्य करती हैं और उसकी मोटिलिटी रेट को बढ़ाकर उसको अंडाणु से निषेचित होने के लिए प्रेरित भी करती हैं
शुक्राणु बढ़ाने वाली दवाइयों का सेवन कैसे करें
शुक्राणु बढ़ाने वाली दवाइयों का सेवन करने के लिए गर्म दूध से अच्छा कोई भी सब्सटेंस नहीं हो सकता है क्योंकि यह दूध उनकी असर करने की कैपेसिटी को दोगुना कर देता है
विशेषकर ऐसी दवाइयों का सेवन रात को सोने से पहले ही किया जाना चाहिए क्योंकि इस समय शरीर रिलैक्स मोड में होता है और इस प्रकार की दवाइयों का असर भी जल्दी होता है
इसके अलावा गर्म पानी के साथ भी सर्दियों में इनका सेवन किया जा सकता है परंतु बहुत ज्यादा ठंडे पानी या नॉर्मल पानी के साथ इनका सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इनसे इसका संपूर्ण परिसंचरण नहीं हो पाता है और यह हार्मोन को एक्टिवेट करने में सफल नहीं हो पाती हैं
इसकी एक निश्चित मात्रा यानी कि 1 या 2 गोली से अधिक सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इसकी प्रकृति बहुत ज्यादा गर्म होती हैं
इस कारण से कई बार यह व्यक्ति के आंतरिक शरीर के तापमान जो कि 37 डिग्री सेल्सियस होता है, उसे बढ़ाकर बहुत अधिक भी कर देती हैं तो ऐसे में बहुत तेज गर्मी भी लगने लगती हैं और इसका असर भी कम हो जाता है
FAQs : शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा
सवाल : शुक्राणु बढ़ाने की सबसे अच्छी अंग्रेजी दवा कौन सी हैं?
शुक्राणु बढ़ाने की सबसे अच्छी अंग्रेजी दवा क्लोमीफिन साइट्रैट और एनेस्ट्रोज़ल हैं
सवाल : क्या शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए किसी इंजेक्शन का प्रयोग भी किया जाता है?
शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए गोनेडोटरोपिन इंजेक्शन का प्रयोग किया जाता है जो कि सीधे रक्त में मिलकर हार्मोन को बढ़ाता है
सवाल : क्या शरीर में अधिक संख्या में शुक्राणु होने से कोई साइड इफेक्ट भी होते हैं?
ऐसा संभव नहीं है क्योंकि शरीर में एक निश्चित मात्रा में ही वर्षणो द्वारा स्पर्म का निर्माण किया जाता है
सवाल : सहवास करते समय किसी पुरुष के शरीर में एक बार में कितने शुक्राणु बाहर निकलते हैं?
सहवास के समय पुरुषों में शुक्राणु निकलने की संख्या लगभग एक से दो करोड़ होती हैं जो कि बहुत तेज गति के साथ अंडाणु के साथ निषेचित होने के लिए जाते हैं
सवाल : शुक्राणु बढ़ाने वाली दवाइयों का प्रयोग कैसे करना चाहिए?
इन दवाइयों का प्रयोग रात को सोने से पहले ही किया जाना चाहिए ऐसा थी इनका प्रयोग पानी की बजाय दूध के साथ करना चाहिए
सवाल : क्या शुक्राणु बढ़ाने वाली दवाइयों का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है?
इस प्रकार की सेंसिटिव दवाइयों का सेवन करने से पहले अच्छे से सेक्सियोलॉजिस्ट विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए
Disclaimer
Conclusion
शुक्राणु पुरुषों के जीवन की एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, क्योंकि इनकी संख्या, गति और गुणवत्ता पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर प्रभाव डालती हैं। हालांकि, कई लोगों को शुक्राणुओं की कमी की समस्या होती है और वे इसे दूर करने के लिए अंग्रेजी दवाओं का सहारा लेते हैं।
हमने इस लेख में कुछ प्रमुख शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा के बारे में बात की है जो शुक्राणुओं की संख्या और गति में सुधार कर सकती हैं।
क्लोमिफेन, लेट्रोज़ोल, और गोनाडोत्रोपिन जैसी दवाएं हार्मोन उत्पादन को संतुलित करती हैं और शुक्राणुओं को स्वस्थ बनाने में मदद करती हैं।
हालांकि, हम सलाह देते हैं कि आपको इन दवाओं का सेवन करने से पहले एक विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
इसके अलावा शुक्राणु बढ़ाने के लिए अंग्रेजी दवाओं के सेवन के साथ-साथ, आपको स्वस्थ आहार लेना, नियमित व्यायाम करना और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना भी जरूरी है जो आप के शारीरिक स्वस्थ के लिए उचित होगा