पेनिस पर सरसों का तेल लगाने के नुकसान (Penis par sarso ke tel ke fayde aur nuksan)

पेनिस पर सरसों का तेल लगाने के नुकसान : किसी भी पुरुष के लिए उसके जननांग सबसे अहम अंगों में से एक होते हैं और किसी भी पुरुष शरीर का यह अंग बहुत ही ज्यादा सेंसिटिव भी माना जाता है

अगर इस पार्ट पर किसी भी प्रकार की चोट पहुंचती है तो उसके ठीक होने में भी काफी समय लगता है और कई बार यह इन प्राइवेट पार्ट्स को काफी ज्यादा नुकसान भी पहुंचा सकती हैं

इसलिए यह भी एक कारण है, कि जब भी पुरुषों द्वारा विभिन्न प्रकार की दवाइयों और क्रीम का प्रयोग अपने जननांगों पर किया जाता है तो इससे पहले वे किसी अच्छे से डॉक्टर की सलाह जरूर लेते हैं और सोच समझकर ही इनका उपयोग करते हैं

विभिन्न पुरुषों द्वारा सरसों के तेल या फिर किसी अन्य प्रकार के प्राकृतिक मोशुराइजर का प्रयोग संभोग के दौरान किया जाता है

ताकि वहां पर रगड़न कम हो और नमी बनी रहे जिससे कि उन्हें संभोग में भी मजा आता है और साथ ही साथ उनके पार्टनर को भी ऑर्गेज्म की प्राप्ति होती हैं

पर कभी कभी किसी चीज के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, तो देखा जाए तो सरसों के तेल के भी कुछ नुकसान पेनिस पर लगाने से हो सकते हैं

जो कि हम आज के इस लेख में आपको बताने वाले हैं और साथ आज के इस आर्टिकल का मुख्य विषय रहेगा पेनिस पर सरसों का तेल लगाने के नुकसान

इसके अलावा कुछ अन्य विषयों जैसे कि सरसों का तेल पेनिस पर कैसे लगाएं, क्या पेनिस पर सरसों के तेल लगाने की कोई नुकसान है,सरसों का तेल का इस्तेमाल पेनिस पर कैसे करें, सरसों का तेल पेनिस पर लगाने के फायदे इत्यादि पर भी चर्चा करने वाले हैं

आजकल के पुरुष अपनी इन शारीरिक समस्याओं को किसी के सामने प्रकट करने में शर्माते हैं और साथ ही जनन अंगों से संबंधित भी विभिन्न प्रकार की परेशानियों को वह छुपाते रहते हैं

तो ऐसे में उन्हें इन सभी परेशानियों को ना छुपाते हुए खुलकर इनके बारे में बात करनी चाहिए ताकि कुछ प्राकृतिक तरीकों से ही इनका उपचार किया जा सके

 

Penis par sarso ke tel ke nuksan
Penis par sarso ke tel ke nuksan in Hindi 

 

अनुक्रम

पेनिस पर सरसों का तेल लगाने के नुकसान – Penis par sarso ke tel ke Nuksan

अगर सही प्रकार से पेनिस पर सरसों के तेल का इस्तेमाल ना किया जाए तो इससे कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जो कि निम्नलिखित हैं :

  • पेनिस के आसपास के भाग लाल पड़ जाना

बहुत ज्यादा देर तक सरसों के तेल से पेनिस पर मालिश करने से पेनिस के अंदरूनी भाग में और फॉरेस्किन के नीचे लालिमा छा जाती हैं और कई बार वहां पर छोटी-छोटी दाद भी पड़ जाती हैं

ऐसा होने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह रहता है कि जब भी पेनिस पर सरसों के तेल से मालिश की जाती है तो उस मालिश करने वाले के द्वारा पेनिस की फॉर स्किन को बार-बार नीचे की ओर खींचा जाता है

बार-बार नीचे की ओर आने के कारण फॉरेस्किन के आगे वाला भाग धीरे-धीरे पेनिस से अलग होने लगता है और फॉरेस्किन भी नीचे आने लगती हैं

इसलिए जब भी सरसों का तेल पेनिस पर लगाया जाता है तो पेनिस के बाहरी भाग पर ही इसकी मालिश करनी चाहिए ना की अंदरूनी भाग में

 

  • पेनिस की मांसपेशियों पर विपरीत प्रभाव

कई बार सरसों के तेल से पेनिस पर मालिश करते समय पेनिस को जोर-जोर से खींचा और रगड़ा जाता है जिससे कि वहां की सेंसिटिव मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं

कई बार ऐसा होना आपकी सेक्सुअल लाइफ के लिए भी घातक हो सकता है क्योंकि सेक्स के दौरान पेनिस में इरेक्शन होना भी इस दौरान बंद हो जाता है, अगर इसकी मालिश करते समय सही ध्यान ना रखा जाए तो

वैसे भी पेनिस के आसपास की मांसपेशियां बहुत ज्यादा मजबूत नहीं होती हैं, यदि उनकी तुलना हमारे हाथों और पैरों की मांसपेशियों से की जाए तो

इसलिए कई बार इन मांसपेशियों में जकड़न या खिंचाव भी पड़ सकता है और ऐसे में पेनिस में बहुत जोर से दर्द भी होने लगता है

 

  • पेनिस और उसके आसपास के भागों में सूजन आ जाना

बार-बार पेनिस के आसपास के भागों को रगड़ने से वहां पर सूजन आने की संभावना भी बढ़ जाती हैं और सरसों के तेल से यह संभावना और भी बढ़ जाती हैं

हालांकि यह बात सत्य है कि सरसों का तेल एक नेचुरल मोशुराइजर के तौर पर काम आता है परंतु बहुत ज्यादा प्रयोग करने पर यह पेनिस के आसपास के हिस्सों में सूजन को भी बढ़ा सकता है

साथ ही इस प्रकार की सूजन आने से व्यक्ति को पेशाब करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और साथ ही इससे सेक्सुअल लाइफ भी डिस्टर्ब होती है

 

  • पेनिस में टेढ़ापन आ जाना

सरसों के तेल की पेनिस पर मालिश करते समय यह ध्यान रखा जाना चाहिए की मालिश एक ही डायरेक्शन में की जाए क्योंकि पेनिस को बार-बार घुमाते हुए मालिश करने से इसकी मांसपेशियों में खिंचाव हो जाता है

ऐसा होने से लिंग सीधा होने की बजाए टेढ़ा हो जाता है और उसमें यह टेढ़ापन काफी लंबा चलता रहता है

इसकी मालिश करते समय पेनिस के निचले भाग से हल्के हाथों से मालिश करते हुए ऊपर की ओर आना चाहिए या फिर इसके विपरीत भी इस तेल से मालिश की जा सकती हैं, परंतु यह मालिश एक ही डायरेक्शन में होनी चाहिए

 

  • पेनिस की नसों का कमजोर हो जाना

अगर किसी व्यक्ति द्वारा सरसों के तेल से पेनिस की मालिश रोजाना की जाती है तो उसे ऐसा करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करना पेनिस की नसों को नुकसान पहुंचा सकता है

और इन नसों में नुकसान पहुंचने का सीधा सा अर्थ यह है कि यह आपको विभिन्न प्रकार की जनन अंगों से संबंधित तकलीफ है दे सकती हैं

उदाहरण के तौर पर कई बार पेशाब करने में भी कई बार समस्या उत्पन्न हो सकती है, तो वही कई बार पेनिस से वीर्य भी नहीं निकलता है, चाहे पेनिस में कितना ही इरेक्शन क्यों ना हो रखा हो इत्यादि

इस प्रकार की समस्या होने पर कई बार पुरुषों की सेक्स लाइफ भी खतरे में पड़ जाती हैं

तो सरसों के तेल से पेनिस की मालिश करते समय इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए कि पेनिस की नसों को किसी भी प्रकार की समस्या ना पहुंचे और मालिश करते समय हल्के हाथों का प्रयोग भी किया जाना चाहिए

 

सरसों के तेल का पेनिस पर इस्तेमाल करने का तरीका

किसी भी ऐसे प्रोडक्ट को या घरेलू उपचार को जो कि हमारे जनन अंगों से संबंधित होते हैं, उन्हें अपनाने से पहले कुछ सावधानियां हमें बरतनी चाहिए और एक निश्चित तरीके से ही उसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए

सरसों के तेल से पेनिस पर मालिश करने का निम्नलिखित तरीका है :

  • रात को सोने से पहले पेनिस को हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लेवे और कुछ समय बाद इसे कपड़े से साफ कर लें
  • अब सूखने के बाद कुछ मात्रा में सरसों के तेल को हथेली में लेकर अपनी दोनों हथेलियों के बीच में इसको अच्छे से रगड़े
  • हथेलियों में रगड़ने से यह अच्छी तरह से घुट जाएगा और अब इसे पेनिस के निचले भाग से ऊपरी भाग की और दोनों हथेलियों में रखते हुए मालिश करें
  • दो से तीन बार नीचे से ऊपर की ओर मालिश करें तो वही दो से तीन बार ऊपर से नीचे की ओर पेनिस पर इस सरसों तेल की मालिश करें
  • थोड़ा सा अतिरिक्त तेल लेकर पेनिस के अगले भाग यानी कि उसके हेड या सिसन पर धीरे-धीरे मालिश करनी चाहिए और इस हेड की मालिश ज्यादा देर तक ना करें क्योंकि ऐसा करने से यह लाल पड़ सकता है
  • इसके अलावा आप अपने पेनिस के अलावा इस सरसों के तेल को अपने वर्षणो पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं
  • सरसों के तेल से की जाने वाली इस पेनिस की मालिश को रोजाना नहीं करना चाहिए और इसकी जगह 1 सप्ताह में दो से तीन बार इसकी मालिश 10 से 15 मिनट तक की जानी चाहिए
  • सुबह उठने के बाद अतिरिक्त सरसों के तेल को किसी सूती कपड़े को लेकर पेनिस पर से हटा दें और उसके बाद इसे हल्के गुनगुने पानी से साफ कर ले
  • सुबह गुनगुने पानी से साफ करने पर यह पेनिस काफी ज्यादा लचीला और साफ लगने लगता है और ऐसा होना पेनिस को संक्रमण से भी बचाता है

 

पेनिस पर सरसों के तेल की मालिश के फायदे

अगर किसी चीज के कोई नुकसान है तो दूसरी और उसके कई फायदे भी होते हैं क्योंकि प्रत्येक सिक्के के दो पहलू होते हैं

जिस प्रकार से सरसों के तेल की पेनिस पर मालिश करने के कुछ नुकसान हैं तो वहीं इसके कुछ फायदे भी होते हैं जो कि निम्नलिखित हैं :

  • पेनिस में ब्लड सरकुलेशन को बढ़ाता है

सरसों के ऑयल की प्रकृति गर्म होने के कारण यह सर्दियों में पेनिस में ब्लड सरकुलेशन को भी बढ़ाने का कार्य करता है और साथ ही इससे ब्लड का फ्लो भी बराबर रहता है

  • पेनिस का साइज बढ़ाने में मददगार

जब पेनिस पर सरसों के तेल की मालिश की जाती है तो इससे मांसपेशियों में खिंचाव बहुत ज्यादा बढ़ता है और इसी कारण से यह मांसपेशियां लंबी होती हैं जिससे कि पेनिस का साइज भी बढ़ जाता है

साथ ही मांसपेशियों के अलावा इसमें रक्त का प्रवाह बढ़ने से भी साइज में वृद्धि होती हैं और किसी नेचुरल मॉइश्चराइजर के बिना ऐसा संभव नहीं है

  • सरसों का तेल है, एंटीसेप्टिक और एंटी इंफेक्शन

अगर पेनिस पर सरसों के तेल की मालिश का सबसे बड़ा फायदा देखा जाए तो यही है कि यह पुरुषों के पेनिस को किसी भी इनफेक्शन या चोट से बचाने का कार्य करता है

सरसों के तेल में मौजूद ओमेगा फैटी 3 कार्बोहाइड्रेट इसमें सबसे ज्यादा मददगार होता है क्योंकि यह एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर रहता है

  •  टाइमिंग में वृद्धि

सरसों के तेल की मालिश होने से पेनिस में लचीलापन बढ़ जाता है और यह नसों को भी सही रखता है, जिस कारण से टाइमिंग में भी बढ़ोतरी होती है और ज्यादा समय तक पुरुष अपने पार्टनर के साथ एंजॉय ले सकता है

  • सरसों का तेल दिलाता है शीघ्रपतन से छुटकारा

अगर कोई पुरुष शीघ्रपतन की समस्या से परेशान है तो उसे सरसों के तेल की मालिश अपने पेनिस पर जरूर ही करनी चाहिए क्योंकि यह मात्र 1 सप्ताह में शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा दिला देता है

ऐसा होने के पीछे सरसों के तेल की उष्ण प्रकृति हैं, जो कि पुरुषों के पेनिस को शीघ्रपतन से छुटकारा दिलाती हैं

  • सरसों का तेल है एक प्राकृतिक मॉइश्चराइजर

सरसों का तेल एक प्राकृतिक मॉइश्चराइजर के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है और सेक्स के दौरान भी मोशुराइजर के तौर पर इस तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है

ऐसा करने से सेक्स के दौरान रगड़न कम होती है और सेक्स करने का मजा लाख गुना बढ़ जाता है

 

पेनिस पर सरसों का तेल लगाते समय रखी जाने वाली सावधानियां

इस सरसों के तेल का इस्तेमाल करते समय हमें कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए जैसे कि इस सरसों के तेल को बहुत ज्यादा गर्म करके इसका इस्तेमाल पेनिस पर नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि ऐसा करना पेनिस को नुकसान पहुंचा सकता है

सरसों के तेल की प्रकृति बहुत ज्यादा गर्म होती हैं, इस कारण से पेनिस पर इसका इस्तेमाल सर्दियों में ज्यादा किया जाना चाहिए ना कि गर्मियों में क्योंकि गर्मियों में ऐसा करने से पेनिस में संक्रमण भी हो सकता है

पेनिस पर रोजाना सरसों के तेल की मालिश करने से बचना चाहिए वही इसकी मालिश केवल 1 सप्ताह में दो से तीन बार की जानी चाहिए और सर्दियों की ऋतु में ऐसा 4 से 5 बार भी किया जा सकता है

इस सरसों के तेल से मालिश करते समय हस्तमैथुन करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करना हमारी पेनिस की नसों के लिए खतरनाक हो सकता है और उन में टेढ़ापन भी आ सकता है

एक ही दिशा में इस सरसों के तेल द्वारा पेनिस पर मालिश की जानी चाहिए ना कि पेनिस को घुमाते हुए इस पर यह तेल लगाना चाहिए क्योंकि ऐसा करना हमारे पेनिस के फोरहेड के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है

 

पेनिस पर सरसों के ऑयल की मालिश की अवधि 15 से 20 मिनट की होनी चाहिए

इसे काफी ज्यादा लंबी देर तक नही करना चाहिए और यह मालिश करते समय हमें यह ध्यान रखना है कि इससे हमारा सीमन बाहर ना निकले अन्यथा इस मालिश का कोई भी फायदा नहीं रहेगा और आपकी सारी मेहनत व्यर्थ चली जाएगी

 

FAQs : पेनिस पर सरसों का तेल लगाने के नुकसान

सवाल : पेनिस पर सरसों का तेल लगाने पर होने वाला सबसे बड़ा नुकसान कौन सा है?

पेनिस पर सरसों के तेल की मालिश करने से कुछ पुरुषों के पेनिस पर लालिमा आ जाती हैं और बहुत ज्यादा रगड़ने के कारण पेनिस का अंदरूनी भाग भी लाल हो जाता है

सवाल : क्या पेनिस पर सरसों का तेल लगाने से वीर्य में वृद्धि होती है?

सरसों का तेल अपने एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक गुणों के लिए जाना जाता है और यदि उचित मात्रा में इसका प्रयोग पेनिस पर मालिश करने के लिए किया जाए तो इससे वीर्य में वृद्धि भी होती हैं और साथ ही हमारे जननांग भी विभिन्न प्रकार के संक्रमण से बचे रहते हैं

सवाल : क्या सरसों का तेल पेनिस पर लगाने से पेनिस बड़ा होता है?

पेनिस पर सरसों का तेल लगाने से यह पेनिस की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे कि पेनिस का साइज भी बढ़ता है और उसकी मोटाई भी बढ़ती है

सवाल : क्या सरसों के तेल के साथ नारियल का तेल मिलाकर पेनिस पर मालिश करनी चाहिए?

नहीं, पेनिस पर मालिश करने के लिए या तो सरसों का तेल इस्तेमाल करें या फिर नारियल का तेल, इसके अलावा दोनों प्रकार के तेलों को साथ मिलाकर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

सवाल : क्या पेनिस पर सरसों के तेल की मालिश करने से सेक्स के दौरान ज्यादा समय प्लेजर रहता है?

पेनिस पर सरसों के तेल की मालिश करने से इसमें मौजूद रक्त धमनियों में अधिक समय तक रक्त मौजूद रहता है और जिस कारण से पेनिस में भी काफी देर तक उठाव रहता है

सवाल : क्या पेनिस पर सरसों के तेल की मालिश करने से ब्लड सरकुलेशन भी कंट्रोल में रहता है?

अगर सर्दियों में सरसों के तेल की मालिश पेनिस पर की जाए तो उस दौरान जननांगों के आसपास में ब्लड सरकुलेशन अच्छा रहता है और इससे पेनिस में मजबूती भी आती है

सवाल : क्या प्रतिदिन सरसों के तेल से पेनिस की मालिश की जा सकती हैं?

नहीं, रोजाना सरसों के तेल से पेनिस की मालिश करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करना पेनिस की मांसपेशियों को कमजोर बना सकता है

सवाल : 1 सप्ताह में कितनी बार सरसों के तेल से पेनिस पर मालिश करनी चाहिए?

1 सप्ताह में दो से तीन बार सरसों के तेल को गर्म करके फिर उसे ठंडा करके पेनिस पर मालिश करनी चाहिए

 

Conclusion

हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख पेनिस पर सरसों का तेल लगाने के नुकसान बहुत ज्यादा पसंद आया होगा

और इस लेख को पढ़कर आप यह जान चुके होंगे कि सरसों के तेल का इस्तेमाल पुरुष द्वारा पेनिस पर किस प्रकार से किया जाना चाहिए और इसे इस्तेमाल करते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

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इस लेख को पढ़ने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार