पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए : अगर बात की जाए महिलाओं के स्वास्थ्य की तो उनके स्वास्थ्य से संबंधित ऐसे कई बातें हैं जो अक्सर उनके द्वारा छुपाई भी जाती हैं और कई लोगों को इसके बारे में पूछने में शर्म भी आती हैं और कुछ उन्हीं विषयों में से एक विषय है पीरियड्स
हालांकि यह महिलाओं के लिए 1 महीने में एक बार होने वाली एक सामान्य सी शारीरिक परिवर्तन की घटना है
परंतु हमारे द्वारा इसे इतना ज्यादा अलग बना दिया गया है कि बहुत सारी महिलाओं को इसके बारे में बताने के लिए भी झिझकना पड़ता है
आज के इस लेख में हम इसी विषय को ध्यान में रखते हुए देखने वाले हैं कि पीरियड्स के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए और साथ ही इससे जुड़ी वे सभी बातें जो शायद आपके मन में एक बहुत बड़े सवाल के रूप में उठ रही होगी
अगर आप भी अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाना चाहते हैं तो आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा होगा कि क्या हम उनके पीरियड की अवधि के दौरान संबंध बना सकते हैं या नहीं क्योंकि जब हमारे द्वारा महिला स्वास्थ्य की बात की जाती है तो उसमें पीरियड्स भी एक अहम हिस्सा बन जाता है
आप बहुत सारे लोगों द्वारा यह सुनते हैं कि अगर हमारे द्वारा पीरियड्स के समय में अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाया जाता है तो हमें और हमारे पार्टनर को विभिन्न प्रकार के संक्रामक रोग हो सकते हैं
जैसे कि एचआईवी या एड्स या एसआईटी आदि इसलिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां भी जान लेनी चाहिए क्योंकि कई बार हमारे द्वारा जानकारी के अभाव में बहुत बड़ी गलतियां हो जाती है
अनुक्रम
पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए | Period ke kitne din baad sambandh banana chahiye
आमतौर पर महिलाओं को 1 महीने में एक बार इस घटना से गुजरना होता है तथा जिसकी अवधि 5 दिन से 7 दिन की होती है
कई लोगों द्वारा सामान्य भाषा में इसे यह भी कह दिया जाता है कि इस घटना के द्वारा महिलाओं के शरीर से खराब खून बाहर निकल रहा है
परंतु ऐसा नहीं है और जिन लोगों द्वारा यह बातें कहीं जाती हैं उनको इसकी जानकारी मेडिकल के पॉइंट ऑफ व्यू से सही नहीं है
आमतौर पर होता यह है कि महिलाओं के शरीर की फेलोपीन ट्यूब में अंडाणु का निर्माण होता है
और अगर यह अंडाणु एक निश्चित समय पर किसी शुक्राणु से मिल जाए तो यह गर्भधारण का कारण बन जाते है
परंतु अगर उन्हें कोई भी शुक्राणु ना मिले तो वह महिलाओं के शरीर से बाहर निकल जाते हैं और इस प्रकार से इन अंडाणु के महिलाओं के शरीर से बाहर निकलने की प्रक्रिया को ही सामान्य भाषा में पीरियड्स कहा जाता है और बात की जाए हिंदी में तो इसे रजोधर्म भी कहा जाता है
अब सोचने वाली बात यह है कि क्या ऐसा केवल महिलाओं के साथ ही होता है या फिर पुरुषों के साथ भी इस प्रकार की घटना होती है तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महिलाओं के शरीर के जो पदार्थ एक बच्चा उत्पन्न करने के लिए जरूरी है
वह है अंडाणु और वहीं दूसरी और बात की जाए पुरुषों की तो उनके शरीर में बच्चा उत्पन्न करने के लिए जो महत्वपूर्ण पर्दाथ हैं वह है शुक्राणु
आमतौर पर यह शुक्राणु पुरुषों के शरीर से एक निश्चित समय के बाद अपने आप ही बाहर निकल जाते हैं
और कई बार किसी पुरुष द्वारा स्वयं ही ऐसा कर लिया जाता है परंतु महिलाओं के शरीर में ऐसी कोई प्रक्रिया नहीं होती हैं
जिसके द्वारा वे स्वयं अपने इन अंडाणु के कणों को अपने शरीर से बाहर निकाल पाए इसलिए उनके शरीर में रासायनिक प्रक्रिया के द्वारा 1 महीने में एक बार रजोधर्म की प्रक्रिया होती हैं
और इस प्रक्रिया में उनके शरीर से सामान्य मात्रा में खून भी निकलता है जिसे ही अंग्रेजी में पीरियड्स कहा जाता है
इस प्रकार से यह पीरियड की प्रक्रिया 1 सप्ताह तक चलती हैं, जिसने की महिलाओं के शरीर से लगातार ब्लीडिंग होती रहती है
और कई बार यह बहुत ही ज्यादा पीड़ादायक होती है परंतु आज कल ऐसी बहुत सारी दवाइयां भी उपलब्ध है जिनके द्वारा इस दर्द को थोड़ा कम किया जा सकता है
आमतौर पर यह देखा जाता है कि इस पीरियड की अवधि के दौरान महिलाओं का शरीर बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता है और उनके अंदर बहुत ज्यादा चिड़चिड़ापन भी छाया रहता है
क्योंकि उनके शरीर से लगातार खून की मात्रा कम होती रहती है और जिस कारण से वह शक्ति हीन भी महसूस करती है
शायद अब इस वाक्य को पढ़कर आपको इस बात का अंदाजा लग गया होगा कि हमें अपने पार्टनर के साथ पीरियड्स के कितने समय बाद संबंध बनाना चाहिए
और साथ ही साथ आपको इस प्रश्न का भी उत्तर मिल गया होगा कि क्या हमें अपने पार्टनर के साथ पीरियड्स की अवधि के दौरान संबंध बनाने चाहिए या नहीं
पीरियड्स के कितने समय बाद संबंध बना सकते है – Period ke kitne samay baad sambandh bana sakate hai
जब बात की जाए माहवारी के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए तो इसका कोई भी एक निश्चित समय नहीं निर्धारित किया गया है कि आपको अपने पार्टनर के पीरियड खत्म होने के इतने दिनों बाद संबंध बनाना चाहिए परंतु सामान्य तौर पर यदि आपके पार्टनर के पीरियड्स की अवधि खत्म हो गई है तो उसके 1 सप्ताह बाद आप अपने पार्टनर के साथ संबंध बना सकते हैं
परंतु यह अवधि आपके पार्टनर की शारीरिक स्थिति पर भी निर्भर करती है हो सकता है कि अगर वह आंतरिक रूप से बहुत ज्यादा कमजोर है तो यह अवधि और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं
और आपको इसके लिए अपने पार्टनर की सलाह भी जरूर लेनी चाहिए क्योंकि जब आप ऐसा करने जा रहे हैं तो यह भी जरूरी है कि आपके दोनों के स्वास्थ्य को किसी प्रकार का खतरा ना पहुंचे
पीरियड्स की अवधि खत्म होने के तुरंत बाद आपको अपने पार्टनर के साथ किसी भी प्रकार के संबंध बनाने से बचना चाहिए
क्योंकि यह वह अवधि होती है जब आपके पार्टनर का आंतरिक शरीर वापस रिकवरी कर रहा होता है क्योंकि उनके शरीर से पिछले 5 से 7 दिनों में बहुत ज्यादा रक्त की मात्रा प्रवाहित हो चुकी है
इसीलिए यह हमारा नैतिक दायित्व भी बनता है कि हम हमारे पार्टनर की शारीरिक स्थिति को समझते हुए अपने निर्णय करें
क्योंकि अगर आप उनके साथ किसी प्रकार की जोर जबरदस्ती भी करते हैं तो यह केवल ना उनके स्वास्थ्य के लिए खराब है बल्कि इससे आपके शरीर पर भी कुछ विपरीत प्रभाव पड़ सकते हैं
आता अब अगर संक्षिप्त में बात की जाए तो इसका उत्तर यही रहेगा कि हमें अपने पार्टनर के साथ उनके पीरियड्स खत्म होने के 7 से 10 दिन के बाद संबंध बनाने चाहिए और इसके अलावा हमें अपनी यौन संबंधी स्वच्छता को भी बनाए रखना चाहिए
पीरियड्स के दौरान शारीरिक संबंध बनाए जा सकते हैं ?
आप में से शायद बहुत लोगों का प्रश्न यह भी होगा कि क्या हम हमारे पार्टनर के साथ उनकी पीरियड की अवधि के दौरान संबंध बना सकते हैं या नहीं
यह प्रश्न आप में से बहुत सारे लोगों के अंदर रहता है परंतु आप इसे किसी डॉक्टर से पूछने से भी कतराते हैं और साथ ही साथ आप किसी अन्य व्यक्ति के साथ भी यह प्रश्न नहीं पूछ पाते हैं
तो इस बात का उत्तर शायद आपके सामने आ चुका होगा क्योंकि सोचिए अगर आपका शरीर इतनी ज्यादा आंतरिक पीड़ा से गुजर रहा हो तो क्या आप किसी अन्य प्रकार के दर्द को सहन कर पाएंगे
और संक्षेप में कहा जाए तो अपने पार्टनर के साथ उनकी पीरियड की अवधि के दौरान संबंध बनाना एक मूर्खतापूर्ण कार्य होगा क्योंकि इस अवधि के दौरान उनके शरीर से लगातार रक्त प्रवाहित होता रहता है जिसमें कि बहुत ज्यादा संक्रामक पर्दाथ भी होते हैं
और अगर ऐसे समय में हमारे द्वारा जानबूझकर उनके साथ संबंध बनाए जाते हैं तो इससे ना केवल उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा
बल्कि उससे ज्यादा हमारे यौन स्वास्थ्य पर भी इसके प्रभाव बहुत ज्यादा विपरीत होंगे अगर किसी व्यक्ति द्वारा ऐसा किया जाता है तो उसे विभिन्न प्रकार के संक्रामक रोगों का भी सामना करना पड़ सकता है जैसे कि स्किन इनक्शन या एस आईटी
वहीं अगर इस बात को हम एक सामान्य तौर पर समझे तो हमें यह भी देखना चाहिए कि हमारा पार्टनर वैसे भी बहुत ज्यादा पीड़ादायक स्थिति से गुजर रहा है
और ऐसे समय में अगर हमारे द्वारा उनके साथ शारीरिक संबंध स्थापित किए जाते हैं तो उन्हें और भी ज्यादा दर्द होगा इसीलिए आपके इस प्रश्न का उत्तर यही है कि हमें हमारे पार्टनर्स की पीरियड की अवधि के दौरान संबंध नहीं बनाने चाहिए
पीरियड्स के कितने समय पहले संबंध बनाना बंद कर देना चाहिए ?
अभी तक के इस लेख में हमने यह तो जान लिया कि पीरियड्स के कितने समय बाद संबंध बनाना चाहिए और साथ ही साथ हम यह भी जान चुके हैं कि क्या हम पीरियड की अवधि के दौरान शारीरिक संबंध बना सकते हैं या नहीं परंतु अब जो प्रश्न आपके मन में उठ रहा होगा तो यह है कि हमें पीरियड्स के कितने समय पहले संबंध बनाना बंद कर देना चाहिए
आमतौर पर यह सवाल ना केवल पुरुषों के द्वारा पूछा जाता है अपितु उतना ही ज्यादा यह महिलाओं के द्वारा भी पूछा जाता है
क्योंकि हम सभी को यह तो पता है कि हमें अपने पार्टनर के साथ उनके पीरियड समाप्त होने के कितने समय बाद संबंध बनाना चाहिए परंतु हमारे मन में इस प्रश्न को लेकर कई बार संका बनी रहती है कि हमें पीरियड्स के कितने समय पहले संबंध बनाना बंद कर देना चाहिए
तो इसका उत्तर यह है कि इसकी भी कोई एक निश्चित अवधि नहीं है क्योंकि पीरियड्स के 1 दिन पहले महिलाओं के आंतरिक शरीर में कुछ हलचल होने लगती है और कुछ बदलाव आने लगते हैं जो कि महिलाओं के लिए संकेत होता है कि अब उन्हें पीरियड्स होने वाले हैं
वही बात की जाए तो महिलाओं को इस बात का पता होता है कि उन्हें हर महीने की कौन सी तारीख से लेकर कौन सी तारीख तक पीरियड्स होंगे परंतु कई बार इनकी अवधि मे थोड़ा सा बदलाव भी हो सकता है तो ऐसे समय में हमें संबंध बनाने से बचना चाहिए
परंतु आप अपने पीरियड्स के बारे में यह जानती हैं और इस बारे में सुनिश्चित है कि आपको हर महीने की इस तारीख से लेकर उस तारीख के बीच में पीरियड्स होंगे तो आपको अपने पार्टनर के साथ एक या दो दिन पहले संबंध बनाना बंद कर देना चाहिए
क्योंकि अगर आपके द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तो इससे आपके पीरियड्स की अवधि पर भी प्रभाव पड़ सकता है और उनका जो शेड्यूल निर्धारित है वह भी ख़राब हो सकता है
साथ ही साथ आपको इससे बहुत सारी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है जैसे कि असमय पीरियड्स का होना जिससे कि आपको गर्भधारण करने में भी समस्या उत्पन्न हो सकती हैं
पीरियड्स की अवधि के दौरान शारीरिक संबंध बनाने के क्या नुकसान होते हैं ?
अगर आपने यह गलती कर दी है कि आपने अपने पार्टनर के साथ उनके पीरियड्स के दौरान शारीरिक संबंध स्थापित कर लिए तो अब आप शायद यह सोच रहे होंगे कि हमें इस से क्या-क्या शारीरिक नुकसान हो सकते हैं
हालांकि ऐसा करना आपके यौन स्वास्थ्य के लिए 100% ही नुकसानदायक रहता है क्योंकि इससे आपको ना केवल संक्रामक रोग हो सकते हैं बल्कि उससे भी ज्यादा आपको अपनी स्किन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं
पीरियड्स की अवधि के दौरान शारीरिक संबंध बनाने के निम्नलिखित नुकसान होते हैं
- अगर आपने अपने पार्टनर के साथ पीरियड्स की अवधि के दौरान संबंध स्थापित किए हैं और संबंध स्थापित करने के दौरान यदि आपके द्वारा हाइजीन का ख्याल नहीं रखा जाता है तो उनकी शारीरिक जननांगों से जो रक्त की मात्रा स्रावित होती है उससे आपको स्किन संबंधी कोई संक्रामक रोग हो सकता है जैसे कि जननांगों के आसपास लाल रंग के फोड़े होना या दाद खुजली होना जो कि आमतौर पर आप के जननांगों के निचले भाग में होते हैं
- इस अवधि के दौरान अगर आपने अपने पार्टनर के साथ संबंध स्थापित किए हैं और इस अवधि के दौरान अगर आपके द्वारा किसी भी प्रकार के प्रोटेक्शन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है जैसे कि आपने उनके साथ संबंध स्थापित करते समय कंडोम का प्रयोग नहीं किया है तो भी आपको कई प्रकार के संक्रामक रोग होने की संभावना हैं
- इस प्रकार से अगर आप बिना प्रोटेक्शन के शारीरिक संबंध स्थापित करते हैं तो आपको यूरीन नली में इन्फेक्शन हो सकता है और साथ ही साथ आप के जननांग के ऊपर भी स्किन इंफेक्शन फैल सकता है
- अगर आपने गलती से किसी ऐसी महिला के साथ संबंध बना लिया है जिसे आप नहीं जानते और उसकी पीरियड्स की अवधि चल रही है तो आपको एचआईवी और एड्स जैसे भयानक रोग भी हो सकते हैं क्योंकि आपके द्वारा पहले यह गलती कर दी गई है कि आप जिस महिला को नहीं जानते उसके साथ आपने क्यों संबंध बनाए और साथ ही साथ आपने जो दूसरी गलती यहां पर करती हैं कि उसकी पीरियड की अवधि के दौरान आपने उसके साथ संबंध स्थापित कर लिए
- अगर बात की जाए महिलाओं के शरीर की तो अगर उनके द्वारा अपने पार्टनर के साथ पीरियड्स की अवधि के दौरान संबंध स्थापित कर लिए जाते हैं तो उनके शरीर को भी विभिन्न प्रकार के नुकसान पहुंच सकते हैं जैसे कि उनके जननांगों में असहनीय दर्द होगा और हो सकता है कि जो रक्त की मात्रा उनके शरीर से पहले स्त्रावित हो रही हो उसे भी ज्यादा स्त्रावित हो
- पीरियड्स की अवधि के दौरान अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध स्थापित करने से महिलाओं को और असमय पीरियड्स आने की संभावना भी बढ़ जाती है जो कि आगे चलकर उनके गर्भ धारण करने में भी समस्या उत्पन्न करती हैं
इस प्रकार से अब शायद आप यह जान गए होंगे कि अगर हमारे द्वारा अपने पार्टनर के साथ उनके पीरियड्स की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के शारीरिक संबंध स्थापित किए जाते हैं तो हमें और हमारे पार्टनर को कौन-कौन से शारीरिक नुकसान उठाने पड़ सकते हैं और साथ ही साथ यह नुकसान बहुत ज्यादा भयानक भी हो सकते हैं
पीरियड्स की अवधि के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से कैसे बचे
यह प्रश्न आप में से बहुत से लोगों के मन में उठ रहा होगा कि पीरियड्स की अवधि के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से हम कैसे बच सकते हैं तो इसका उत्तर भी सीधा साधा है की
- हमें अपने आप को अन्य कार्यों में इतना ज्यादा व्यस्त रखना है कि हमें यह सब कुछ करने का समय ही ना प्राप्त हो
- इसके अलावा आप चाहे तो अपने पार्टनर के रूम और अपने रूम में भी बदलाव कर सकते हैं क्योंकि बहुत सारे कपल एक साथ रूम शेयर करना पसंद करते हैं तो ऐसे समय में आपको अपने घर के अलग-अलग कमरों में सोना चाहिए
- आप अपना मनोरंजन करने के लिए अपने पार्टनर के साथ कहीं घूमने के लिए या कोई सिनेमा देखने के लिए भी जा सकते हैं और ऐसा करने पर भी आप इस से बच सकते हैं क्योंकि जब आपके मन में इस प्रकार के विचार ही नहीं आएंगे तब ऐसा कुछ कार्य होना भी असंभव होगा
- हमें अपने जीवन में थोड़ा सा धार्मिक भी बनना चाहिए और जब आपके पीरियड्स की अवधि चल रही हो तो हमें इस प्रकार के यौन संबंधों को बढ़ावा देने के बजाय उसी समय को भगवान की पूजा अर्चना में लगाना चाहिए जिससे कि हम भी इस प्रकार के शारीरिक संबंध बनाने से बच सकते हैं
- शारीरिक संबंध बनाने के इलावा भी बहुत से तरीकों से अपने प्यार को ज़ाहिर किया जा सकता है इंसान ही बस एक ऐसा जीब है जो शारीरिक संबंध बनाये बिना भी प्यार कर सकता है
- इस प्रकार के शारीरिक संबंध बनाने से बचने के लिए अंतिम उपाय यह है कि हमें इस खाली समय में कुछ अच्छी किताबों को पढ़ना चाहिए और हो सके तो हमें योगा भी करना चाहिए और साथ ही साथ हमें अपनी लाइफ स्टाइल में थोड़ा सा बदलाव करते हुए कुछ अलग करने का भी सोचना चाहिए
FAQ : पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए
सवाल: पीरियड्स के कितने समय बाद संबंध बनाना चाहिए
पीरियड समाप्त होने के लगभग 5 से 7 दिन के बाद शारीरिक संबंध स्थापित करने चाहिए
सवाल: क्या पीरियड्स के दौरान शारीरिक संबंध स्थापित किए जा सकते हैं
नहीं, पीरियड्स की अवधि के दौरान हमें किसी भी प्रकार की शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए
सवाल: हमें पीरियड्स होने के कितने दिन पहले शारीरिक संबंध बनाना बंद कर देना चाहिए
आमतौर पर पीरियड होने के एक या दो दिन पहले हमें शारीरिक संबंध बनाने बंद कर देना चाहिए
सवाल: पीरियड्स की अवधि के दौरान शारीरिक संबंध बनाने का सबसे बड़ा नुकसान क्या होता है
पीरियड्स की अवधि के दौरान शारीरिक संबंध बनाने का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि हमें विभिन्न प्रकार के संक्रामक रोग जैसे कि एचआईवी या एसआईटी भी हो सकते हैं
Conclusion
इस लेख में आप पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए के बारे में जाना आशा करते है | आप Period ke kitne din baad sambandh banana chahiye जैसे महत्वपूर्ण विषय की पूरी जानकारी जान चुके होंगे pPeriod औरतों को होने वाली एक आम समस्या है
जिसमे उनको पहले से ही बहुत दर्द का सामना करना पड़ता है इसलिए पुरुषों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए की वह औरतों के पीरियड को और दुखदायी न बनाये
वैसे तो औरतों के पीरियड 28 दिन बाद आते है अर्थात 28 दिन के 2 दिन पहले और उसके कुछ दिन बाद तक सम्बन्ध बनाने से बच सकते है यह महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए लाभदायी है
आपको लगता है कि इसे दूसरे के साथ भी Share करना चाहिए तो इसे Social Media पर सबके साथ इसे Share अवश्य करें इस जानकारी को लिखने में भी बहुत लोग झिझकते है पर यह भी हमारे जीवन का ही एक हिस्सा है इसका भी सम्मान करना चाहिए हमें आपसे आशा है की आप इस लेख को ज़रुरत मंदों तक अवश्य पहुचाएंगे
हमारा यह लेख पसंद आया हो तो अपने अमूल्य सुझावों को हमारे सुझाव बॉक्स में जरूर लिखें ताकि आगे आने वाले समय में हम आपके लिए इसी प्रकार की सकारात्मक लेख लाते रहे और आपके ज्ञान में वृद्धि करते रहे। धन्यवाद