पतंजलि मस्सा की दवाई : मस्सा जिसे इंग्लिश में Warts कहते है, और इसका इंग्लिश से हिंदी मतलब मौसा है, यह छोटे-छोटे गांठ होते है जो दाने के आकार में होते है, मस्सा हानिकारक और वृद्धि करने वाले होते है यह किशोर अवस्था के लोगों को ज्यादा होते है
मस्सा औरतों और मर्दों दोनों को होते है पर जैसा की यह चेहरे पर भी होते है तो मर्दों से ज्यादा यह औरतों के लिए गंभीर बात है
क्योकि औरतें अपनी खूबसूरती को लेके कुछ ज्यादा ही सचेत होती है यह औरतों की खूबसूरती को कम कर देता है इसलिए इसको हटाना एक महत्वपूर्ण विषय बन जाता है
यह एक वायरस के संक्रमण के कारण होते है यह शरीर पर ही भी हो सकते है और यह मुंह पर भी होते है यह मानव शरीर में पेपिलोमवायरस (HPV) के कारण होता है,
यह कितने हानिकारक है इसके भी प्रकार होते है कुछ मस्से कैसर को बढ़ावा देते है और कैंसर को बढाने का कारण बनते है और कुछ आम होते है
कुछ मस्से कैंसर को बढ़ावा नही देते है, यह एक से संक्रमित होके पूरे समूह को बनाते है यह एक जगह होते है और फिर वहाँ से फैलते फैलते पूरे शरीर में फ़ैल जाते है, कई कारणों में यह शरीर के विशेष हिस्सों को ही प्रभावित करते है
अधिकांश लोगों के जीवन में मस्से की समस्या होती है और सबसे बुरी बात यह है की ये फैलता रहता है यह आकार में भी वृद्धि करता है
और तो और यह आस-पास के एरिया को भी संक्रमित करता है और अगर ये चेहरे पर हो जाए तो चेहरे की खूबसूरती कम करने लगता है इसलिए इसको हटाना और भी ज़रूरी हो जाता है
मस्सा हटाने के आयुर्वेदिक, घरेलु और अंग्रेज़ी दवा से मस्सा हटाने के भी तरीके है
हम सब जानना चाहते है की पतंजलि मस्सा की दवाई क्या है तो आज हम आपको पतंजलि से शुरू करके घरेलु और अंग्रेज़ी दवाई तक मस्सा हटाने के सब तरीके बताएँगे साथ में उनके नुक्सान और फायदे भी बताएँगे
अनुक्रम
पतंजलि मस्सा की दवाई – पतंजलि (Warts) मस्सा की दवा

मस्से के प्रकार (types of warts)
मस्से कई प्रकार के है और इनका आकार और रंग इनसे होनी वाली पीड़ा इनके प्रकार पर निर्भर करती है
-
आम मस्सा (common warts)
यह मस्से का सबसे आम प्रकार है यह दाने के रंग या त्वचा के रंग का ही होता है यह आम तौर पर हाथ, पैर गर्दन और मुंह पर होता है इनका कोइ निश्चित आकार नही होता है
-
चपटे मस्से (plane warts)
यह एकदम दबे-दबे होते है और यह सिर्फ त्वचा के रंग के ही होते है यह ज़्यादातर हाथ पर होते है
-
फिलिफोर्म मस्से (filiform warts)
इनका आकार ऊँगली के आकार जैसा होता है यह चेहरे पर और गर्दन पर होते है यह दर्द देते है और कई हालातों में तो यह असहनीय पीड़ा का भी कारण बनते है
-
प्लान्टर मस्से (planter warts)
यह बड़े आकार के मस्से होते है यह आम तौर पर पैर की सोल पर निकलते है समय के साथ यह गंभीर रूप लेने लगते है
-
आनुवंशिक मस्से ( genetic warts )
यह शरीर के मुख्य हिस्से में होते है यह पुरुष के पेनिस पर और महिला के वुलव में होते है, यह बहुत ही ज़ल्दी से संक्रमित होते है, यह यौन से फैलते है
-
सेबोर्र्होइक मस्से ( seborrhoic warts)
यह चपटे और काले या भूरे रंग के होते है यह बूढ़े लोगों को ज्यादा संक्रमित करते है
-
जुवेनाइल मस्से ( juvenile warts)
यह सिर्फ और सिर्फ बच्चो में पाया जाता है यह बहुत बुरी गंध पैदा करने वाले मस्से होते है और यह संक्रमित भी बहुत तेज़ी से होते है
-
वेर्रुचा मस्से (verruca warts )
यह लाल, पिंक और भूरे रंग के होते है यह ज़ल्दी फैलते है और एक लम्बे समय तक रहते है
Patanjali Warts Masse ki Medicine in Hindi
पतंजलि एक आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनी है आज यह अपनी आयुर्वेदिक से युक्त दवाइयों की खूबी के लिए जाना जाता है, हम सब लोगों में से लगभग बहुत से लोगों ने पतंजलि से बने समान का इस्तेमाल किया होगा यह एक भरोसेमंद और केमिकल मुक्त दवाई या समान बनाते है
हम आपको बताना चाहते है की पतंजलि ने अकेले मस्से की दवा नही बनाई है, अर्थात इसने अलग से कोई ऐसी दवाई नही बनाई जो मस्से को दूर करे पर आप निराश न हो क्योंकि आपको यह जान कर ख़ुशी होगी की पतंजलि ने ऐसी बहुत सी दवाई बनाई है जो चेहरे के हर औगुन को दूर करती है और साथ ही साथ में मस्से को भी मुह और गर्दन से साफ़ कर देती है
तो हुई न ये ख़ुशी की बात, आइये आपको पतंजलि द्वारा बनाये गए उन सब दवाइयों का नाम बताये जो चेहरे से मस्से और अन्य समस्याओं के समाधान के लिए बनाया है आइये जानते है की पतंजलि मस्सा की दवा क्या है
पतंजलि बोरो सेफ एंटीसेप्टिक क्रीम (Patanjali Boro safe antiseptic cream)
यह त्वचा की हर समस्या का समाधान है यह चमक बढ़ाने, चेहरे से मस्सा, दाने आदि चीज़ों से राहत पाने और अपने त्वचा की अच्छी देखभाल के लिए है
यह सिर्फ चेहरे और गले के इस्तेमाल के लिए है और पतंजलि ने अलग से मस्से की दवाई नही बनाई है, अगर आपको अपने शरीर पर मस्से के लिए दवाई जाननी है तो आयुर्वेद के और भी श्रोत है जो भरोसेमंद है और मस्से की दवाई के इलाज के लिए है
पतंजलि बोरो सेफ एंटीसेप्टिक क्रीम के फायदे
- यह त्वचा की चमक बढाता है
- यह त्वचा की हर प्रकार की खामी को धीरे-धीरे दूर करने में सहायक है
- यह त्वचा की मरी कोशिकाओं को वापस से जीवित करने में सहायक है जिससे त्वाचा से जुडी बहुत सी समस्याएं दूर हो जाती है
- यह त्वचा पे मौजूद घाव या दाने या मस्से को भी सही करने में सहायक है
- पतंजलि मस्सा की दवाई हम इसे कह सकते है
- यह त्वचा में किसी भी प्रकार का संक्रमण फैलने से रोकता है
- यह सूर्य की किरणों से त्वचा को होने वाले नुकसान को भी सही करता है
पतंजलि बोरो सेफ एंटीसेप्टिक क्रीम को इस्तेमाल करते समय सावधानी
- इसमें जो चीज़ें पड़ी है अगर आपको उनसे दिक्कत है तो उनका इस्तेमाल मत कीजिएगा
- जितना ज़रूरी हो उतना ही इस्तेमाल करिए फायदा धीरे धीरे दिखेगा फायदा ज़ल्दी देखने के चक्कर में ज्यादा इस्तेमाल करके पारेशानी को मत बुलाइये
- इसका इस्तेमाल बाहरी रूप से करिये
- इस क्रीम को ठंडी और सूखी जगह पर रखिये
- अगर आपको इसको एक दिन में इस्तेमाल करने से कुछ नुक्सान दिख रहे हो तो इसका इस्तेमाल रोक दीजिए क्योंकि हो सकता है इसमें पड़े पदार्थ से आपको एलर्जी हो वैसे ऐसा होने की संभावना बहुत कम है
मस्सा की आयुर्वेदिक दवा
आज भारत में आयुर्वेद की बहुत तरक्की हो गयी है गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज हमारे आयुर्वेद में है आयुर्वेद में त्वचा से जुडी समस्याओं का भी हल मौजूद है
आयुर्वेद में मस्से को चर्मकीला के समान समझा गया है वैसे तो मस्से को हटाने के बहुत तरीके है पर मस्से की अलग-अलग प्रकार के लिए अलग अलग तरीके अपनाये जाते है गंभीर मस्से के इलाज के लिए एक से ज्यादा विशेषज्ञों की देख रेख ज़रूरी है
यह दर्दनाक तरीके से ज़ल्दी ठीक हो जाता है और अगर आयुर्वेद की बात करे तो यह प्रभावी रूप से धीरे-धीरे इसको जड़ से मिटाने का काम करता है
मस्सों को हम अंदरूनी और बाहरी दोनों रूपों से ख़त्म कर सकते है पतंजलि में तो एकदम मस्सा ही दूर करने वाली पतंजलि मस्सा की दवाई नही मिली पर आयुर्वेद है तो चिंता की क्या बात है
आयुर्वेद में ऐसी बहुत सी औषधीया है जिससे आपको ज़ल्द ही मस्से से राहत मिल जायेगा आयुर्वेद में भी आप अंदरूनी रूप से अर्थात दवाइयों या और्शधियों का सेवन करके या बाहरी रूप से मस्से का उपचार करके इसको सही कर सकते है
मस्सा के आयुर्वेदिक उपचार के लिए सामग्री
- पान के पत्ते का डंठल ले लीजिये और थोड़ी मात्रा में चूना और चीने की ही मात्र में उसमे कॉपर सलफेट मिला लीजिये
- क्षार जल= यह एक घोल है जो 10 ग्राम अपामार्ग क्षार को 50 ग्राम आसुत जल में मिला कर बना है
- चंगेरी के पत्तों का पेस्ट
- अग्नि कर्म शलाका आदि औषधी
- मंजिष्ठादी क्वाथ
- वाटरी गुग्गल
मस्से हटाने के आयुर्वेदिक तरीके
- लेखाना कर्मा का इस्तेमाल
निम्बू के रस और कॉपर सलफेट को मिला के एक पेस्ट बना ले, कॉपर सलफेट का पेस्ट बनाने के लिए सिर्फ निम्बू के रस का प्रयोग करे और किसी चीज़ का नही
इसे अपने मस्से पर लगा कर धीरे-धीरे रगड़ना शुरू करे यह प्रक्रिया 5 मिनट तक करिए 5 मिनट बाद पान के पत्ते पर चूना लगा कर रगड़ना है और तब तक रगड़ना है जबतक पूरी तरह से मस्सा ख़त्म न हो जाये
इसको लगाते समय कॉपर सलफेट का पेस्ट भी लगाते रहिये इससे आपको मस्सा हटाने में आसानी होगी
यह प्रक्रिया आम मस्से और फिलिफोर्म मस्से के लिए लाभकारी है
- चंगेरी के पत्ते
यह प्रक्रिया बहुत ही सुरक्षित और नुक्सान न पहुचने वाली प्रक्रिया है इसमें आप चंगेरी के पत्तों का लेप बना कर अपने मस्से पर रख दीजिए और उसको 20 मिनट तक लगा रहने दे ऐसा आप तबतक करे जब तक मस्सा ठीक न हो जाये अर्थात नियमित रूप से लगाये जब तक मस्सा जड़ से न ख़त्म हो जाये
- क्षार जल
आप क्षार जल अपने मस्से पे रोजाना लगाइए आपको असर ज़ल्द ही दिखेगा और इसमें इस बात का ध्यान रखे की क्षार जल आपकी स्वस्थ्य त्वचा पर न फैले ऐसा आप 15 से 20 दिन तक ज्यादा से ज्यादा कर सकते है
- अग्नि कर्म
मस्से की जगह पे यह प्रक्रिया काम करती है यह मस्से के जड़ पर हमला करता है आम त्वचा से इसको दूर रखना होता है पहले पानी को गर्म कर लीजिये फिर कपडे द्वारा धीरे-धीरे उस पानी को मस्से पे लगाइए मस्से की जड़ कमज़ोर हो जाएगी यह प्रक्रिया ख़त्म होने के बाद हल्दी का लेप लगा दीजिए
आयुर्वेदिक के घरेलु उपाय
- लह्सुन
आयुर्वेद में लह्सुन का बड़ा महत्त्व है लहसुन संक्रमण को ख़त्म करने में लाभकारी है मस्सा त्वचा पर संक्रमण के कारण ही होता है, लहसुन का पेस्ट बना कर अपने मस्से पे रखिये आपके मस्सा एक संक्रमण के कारण है इसलिए जैसे ही संक्रमण ख़त्म आपका मस्सा भी ख़त्म हो जायेगा
लह्सुन इस्तेमाल करते समय थोडा सा जलता है इसलिए घबराने की कोई बात नही है यह एक आयुर्वेद की तरफ स्वीकृत औषधि जैसे काम करता है, इसका इस्तेमाल आप कम से कम 1 महीने और ज्यादा से ज्यादा 2 महीने कर सकते है वैसे लहसुन एक बहुत ही लाभकारी औषधि है इसलिए ज़ल्द से ज़ल्द आपको मस्से से मुक्ति मिल जाएगी
- प्याज का रस
प्याज के इस्तेमाल बहुत सी चीज़ों के लिए होता है लह्सुन और प्याज में एंटीबैक्टीरियल गुण होते है जिसके कारण यह दोनों बहुत लाभकारी है और 99.99 प्रतिशत इसका कोई नुक्सान नही है
आपको प्याज को नियमित रूप से अपने मस्से पर लगाना है और इसे लगाकर छोड़ देना है और ऐसा तबतक करिए जबतक आपका मस्सा पूरी तरह से ख़त्म न हो जाये
- आलू का इस्तेमाल
क्या आपको पता है अगर हम आलू को रोजाना अपने चेहरे पर लगाये तो चेहरे की चमक बढती है और आलू त्वचा के लिए बहुत उपयोगी है आप आलू को काट कर उससे अपने चेहरे या जहाँ भी मस्सा हो वहाँ 15 मिनट तक रगड़े और इसका आम तौर पे इस्तेमाल चेहरे को निखारने के लिए होता है पर यह अशुद्धियाँ जैसे मस्सा आदि को दूर करने के लिए उपयोग होता है
- सेब का सिरका
सेब का रस भी बहुत फायदेमंद होता है सेब और सिरका का इस्तेमाल साथ में होने से यह मस्से के लिए बहुत प्रभावी होता है सिरका संक्रमित त्वचा को हटाने के लिए उपयोग होता है सेब के सिरके में थोडा सा पानी मिला कर इसका घोल बना ले और इस घोल को रोजाना अपने मस्से पर लगाये आपको ज़ल्द ही परिणाम दिखने लगेंगे
- बरगद का पत्ता
बरगद के पत्ते का रस निकालकर उसका नियमित रूप से प्रयोग करे इसे नियमित रूप से अपने मस्से पर लगाये
- असली के बीज
असली के बीज को पीस कर लेप बना ले और इस लेप को अपने मस्से पर लगाइए इसका उपयोग आप ज्यादा से ज्यादा एक महीने तक कर सकते है उससे ज्यादा समय तक मत करियेगा
उपाय करते समय सावधानी
हमने जो भी उपाय बताये है वह सब आपके स्वास्थ और त्वचा को देखते हुए किया है इसलिए आप इनका इस्तेमाल बेशक कर सकते है बस कुछ बातों का ध्यान रखियेगा पतंजलि मस्सा की दवाई हो या आयुर्वेद की पर कोई दवाई सिर्फ फायदा नही करती है
पहले दिन ही इस्तेमाल करने पर अगर आपको अपनी त्वचा पे कोई भी गड़बड़ दिखे तो इस उपाय को कीजिए, थोडा सा दर्द या जलन आम बात है पर ज़रुरत से ज्यादा जलन होना परेशानी का कारण है
किसी भी उपाय को एक समय से ज्यादा इस्तेमाल न करे क्योंकि हमारी त्वचा बहुत संवेदनशील है जिसके कारण हमारी त्वचा पे काफी समय के बाद एक ही चीज़ के संपर्क में इस्तेमाल में आने से प्रतिक्रिया देने लगती है
मस्सा होने का कारण
यह एक संक्रमण के कारण होता है और इस संक्रमण को S P V कहते है यह बहुत ज़ल्द फैलता है यह छूने से भी फैलता है यह एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति को भी फैलता है
यह इम्यून सिस्टम के हिसाब से हिसाब से प्रक्रिया करता है जिसका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है उसपे यह धीरे-धीरे असर करता है जिसका कमज़ोर होता है उसपे यह तेज़ी से फैलता है इसलिए इसका असर बाहर तो दीखता है पर इसको अन्दर से भी रोका जा सकता है
यह बहुत प्रकार के होते है कुछ दर्द देते है कुछ दर्द नही देते कुछ बहुत तेज़ी से फैलते है कुछ धीरे-धीरे फैलते है पर सबके सब नुकसान ही करते है कुछ का नुक्सान समय रहते पता चल जाता है कुछ का बस आखिर में परिणाम दीखता है
मस्सा होने के लक्षण
यह एक दाने जैसा तिल जैसा या पानी के दाने जैसा होता है इसके इलावा भी बहुत से लक्षण है जिनसे हम ये संतुष्टि कर सकते है की जो हुआ है वो मस्सा ही है
यह बहुत तरह के होते है इसलिए बहुत सी आशंकाएं हो जाती है
- यह एकदम गोल नही होते है
- यह विभिन्न रंग के होते है
- यह धीरे-धीरे या तेज़ फैले पर फैलते ज़रूर है
- यह दर्द नही देते पर कभी कभी ये दर्द भी देते है
- यह उन अंगों में ज्यादा होते है जो अक्सर खुले में रहते है
- यह बड़े भी होते रहते है यह पोषण तत्व का इस्तेमाल भी करते है
- छूने पर यह नर्म लगते है
मस्सा होने से बचाव
मस्सा होने का मतलब है की आपका शरीर संक्रमण का शिकार हो गया हैऔर यह वायरस के कारण होता है जो धीरे-धीरे हमारे शरीर को कमज़ोर करता है
कोरोना के समय में ही देखा था जो लोग स्वस्थ थे उनको कोरोना नही हुआ या ज़ल्दी ठीक हो गया या आप ऐसा कह सकते है की जिनका इम्यून सिस्टम अच्छा था वह बच गये
हर तरह का वायरस हमारे इम्यून सिस्टम पर ही हमला करता है इसलिए ज़रूरी है की आप अपना इम्यून सिस्टम मजबूत रखे और जो भी चीज़ें हमारे शरीर को पोषण दे उन चीज़ों को खाए जैसे हरी सब्जियां, फल आदि
दाले विटामिन का श्रोत है इसको तो मत भूलियेगा और आपको उन चीज़ों का सेवन नही करना है जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए नुक्सान दायक हो
अगर आप अपने चेहरे पर पतंजलि मस्सा की दवाई अर्थात ऐसी चीज़ें जो आपके चेहरे की सेहत को बना के रखे का इस्तेमाल करेंगे तो चेहरे पर आपको कभी किसी तरह की परेशानी नही दिखेगी जैसे पतंजलि की क्रीम, अलोवेरा जेल आदि
मस्सा नुक्सान देता है या नही
यह सवाल आते ही आप सबसे पहले इस बात पर गौर करे की मस्सा एक वायरस के कारण है और हमारा देश या कह ले की पूरा विश्व ही अभी ही एक वायरस से लड़ के हटा है जिसे हम कोरोना के नाम से जानते है
वायरस असर धीरे दिखाते है पर असर घातक करते है
मस्सा होने काअर्थ है एक संक्रमण का शिकार होना, क्या आप चाहते है की आपके शरीर के काम में कोई वायरस आये और ये कभी आम तरीकों से कभी कुछ विशेष तरीकों से नुक्सान करता है
कुछ लोगों को ऐसा लगता है जैसे सब सही है मस्सा हुआ भी है तो क्या पर कोई नुक्सान तो दे नही रहा है पर असल में ऐसा नही होता वह नुकसान कर रहा होता है पर इतने धीरे-धीरे और अंदरूनी तरीके से करता है की हमें पता भी नही चलता
हमें इससे मतलब नही है की आप इसका इलाज कैसे करते है पर हम यह सलाह ज़रूर देना चाहेंगे की किसी अनचाही चीज़ को अपनी त्वाचा पर न रहने दे अपने शरीर की देखभाल करे क्योंकि शरीर है तो ही सब सुख है
तो आप आज समझ गए होंगे की मस्सा तो नुकसान देता ही है पर मस्से के साथसाथ पतंजलि मस्सा की दवाई या आयुर्वेद मस्से की दवाई या कोई अन्य दवाई भी नुकसान करती है इसलिए सावधानी के साथ इस्तेमाल करे और ज्यादा समय तक इस्तेमाल न करे
FAQs – Patanjali masse ki Dawa in Hindi
सवाल : मस्से को जड़ से कैसे हटाये ?
आप मस्से की समस्या से मुक्त होने के लिए लहसुन का पेस्ट बना के लगाये यह सबसे सेफ और असरदार तरीका है इससे आपकी त्वचा को कोई नुक्सान नही होगा और मस्सा भी ठीक हो जायेगा
सवाल : मस्से की क्रीम क्या है ?
मस्सा हटाने की क्रीम का नाम डर्माटेड है यह एक प्राकृतिक क्रीम है इससे आसानी से और सुरक्षित तरीके से मस्सा ख़त्म हो जायेगा
सवाल : मस्सा होने का क्या कारण है ?
मस्सा होने का कारण एक वायरस है इस वायरस के संक्रमण के कारण मस्सा होता है इस वायरस का कारण पेपिल्लोमाविरस है इसको शोर्ट फॉर्म में HPV कहते है यह एक से दुसरे तक फैलता है यहाँ तक की यह एक शरीर के हिस्से से पूरे शरीर में फैलता है
सवाल : मस्से के क्या लक्षण है ?
मस्से एक फैलने वाले, दर्द नाक और कभी कही दर्द न देने वाले होते है यह लाल भूरे, पिंक कलर के होते है यह फैलता है और इसका कोई आकार नही होता है
सवाल : प्याज के रस से मस्से कैसे दूर करते है ?
प्याज के रस को अपने मस्से पर लगाइए, लगभग 15 दिन में मस्सा पूरी तरह से ठीक हो जायेगा यह एक एंटीबैक्टीरियल दवा जैसा काम करता है यह एक असर दार दवा है इसका कोई नुकसान नही है
Conclusion
इस लेख में आप पतंजलि मस्सा की दवाई के बारे में जाना आशा करते है | आप Patanjali Warts Medicine in Hindi जैसे महत्वपूर्ण विषय की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।
आपको लगता है कि इसे दूसरे के साथ भी Share करना चाहिए तो इसे Social Media पर सबके साथ इसे Share अवश्य करें
हमारा यह लेख पसंद आया हो तो अपने अमूल्य सुझावों को हमारे सुझाव बॉक्स में जरूर लिखें ताकि आगे आने वाले समय में हम आपके लिए इसी प्रकार की सकारात्मक लेख लाते रहे और आपके ज्ञान में वृद्धि करते रहे। धन्यवाद