पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है: जब भी हम पीरियड्स के बारे में बात करते हैं तो हमें कुछ प्रश्नों को लेकर बहुत ज्यादा असमंजस होती हैं और जिन प्रश्नों को हम हर किसी से पूछ भी नहीं सकते हैं
जैसे कि अगर किसी महिला को पहली बार पीरियड्स की समस्या हो रही है तो उसके मन में यह सवाल होंगे कि यह पीरियड्स क्या होते हैं
और यह कब होते हैं तो वहीं दूसरी और कुछ महिलाओं को पीरियड से संबंधित कुछ अन्य प्रकार के प्रश्न भी हो सकते हैं
जैसे कि पीरियड्स मिस के क्या कारण हैं या पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है इत्यादि
तो आज के इस लेख में हम पीरियड से संबंधित इन्हीं सब बातों को आप के साथ विस्तार पूर्वक साझा करने वाले हैं, और साथ ही साथ देखने वाले हैं कि Periods mis hone ke kitne din bad ulti lagti hai और इसके क्या क्या कारण हो सकते हैं
आज के इस लेख में हम जिन जिन बातों की चर्चा करने वाले हैं जो कि पीरियड से संबंधित हैं, निम्नलिखित वर्णित है :
पीरियड से संबंधित इन सभी बातों को हम एक-एक करके आपके सामने इनकी विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे और साथ ही आपको पीरियड्स के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इससे जुड़ी भी सभी जानकारियां आपको बताएंगे जो आपके लिए जानना बेहद जरूरी है
अनुक्रम
पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है | Periods miss hone ke kitne din bad ulti lagti hai
आमतौर पर महिलाओं में जो सबसे सामान्य प्रश्न पीरियड्स को लेकर रहता है, वह यह है कि अगर उनके पीरियड्स मिस हो जाए तो ऐसा होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है
तो इसका सही उत्तर है कि पीरियड्स मिस होने के 2 से 3 दिन बाद आपक उल्टी होने की संभावना रहती है परंतु आपको बहुत ज्यादा मात्रा में उल्टी नहीं होगी
इसके बजाय आपको ऐसा महसूस होगा कि आप को उल्टी होगी परंतु फिर भी आपको इसे लेकर सचेत रहना चाहिए
हालांकि कई महिलाओं को ऐसा भी देखने को मिलता है कि जिस तारीख को उन्हें पीरियड्स होने थे उस तारीख को पीरियड्स ना होकर उन्हें केवल उल्टियां होती है और बहुत ज्यादा सर दर्द रहता है
इसके पीछे भी कई सारे आंतरिक शारीरिक परिवर्तन के कारण हो सकते हैं,
जैसे कि अगर हमारे पीरियड्स पिछले दो-तीन महीनों से अनियमित हो रहे हैं तो इसकी प्रबल संभावना है कि आगे भी यह इसी प्रकार से चलते जाएंगे और हमें इसका पता उल्टी आदि से ही चल पाता है
पीरियड्स के मिस होने के कारण जो उल्टी आपको होती है उसकी मात्रा बहुत ज्यादा तो नहीं होती है परंतु आपको यह उल्टी खाना खाने के कुछ समय बाद हो सकती है जिससे कि आपको बहुत ज्यादा शारीरिक कमजोरी का सामना भी करना पड़ सकता है
पीरियड्स मिस होने के बाद जब भी आप खाना खाएंगे तो आपके द्वारा ग्रहण किया गया संपूर्ण भोजन इस उल्टी के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाएगा
आमतौर पर देखा जाता है कि यह उल्टियां इसलिए भी होती है, क्योंकि महिलाओं के शरीर से जिस अशुद्ध रक्त की मात्रा बाहर निकलनी होती है
वह नहीं निकल पाती हैं और वह रक्त उनके शरीर में पुनः प्रवाहित होता रहता है जिस कारण से उन्हें पीरियड्स मिस होने के 2 से 3 दिन बाद उल्टियां होती रहती है
पीरियड्स मिस होने के क्या कारण हो सकते हैं | Periods mis hone kai kya karan hote hai
पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टियां होती हैं इसका उत्तर जानने के बाद अब शायद आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर वे कौन कौन से कारण हैं जिनके कारण हमारे पीरियड्स अनियमित रूप से होते हैं और वे मिस हो जाते हैं
पीरियड्स मिस होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं जैसे कि अनियमित रूप से खानपान या अपनी लाइफ स्टाइल में हुआ बदलाव इत्यादि
तो इसके कारणों का पता लगाने के लिए हमें एक एक करके समझना होगा कि वे कौन से कारण हैं जिनके कारण पीरियड्स मिस हो जाते हैं
1) बहुत ज्यादा ऑइली और फास्ट फूड खाने से भी हो सकता है पीरियड मिस होने की समस्या
पीरियड्स मिस हो ने का सबसे पहला कारण यह होता है कि अगर आपके द्वारा बहुत ज्यादा मात्रा में ऐसे खानपान को बढ़ावा दिया जा रहा है
जो कि अपनी प्रकृति में बहुत ज्यादा गर्म होता है या जिसमें बहुत ज्यादा ऑयल की मात्रा रहती है तो भी आपको पीरियड के मिस होने की शिकायत हो सकती हैं
क्योंकि इस प्रकार का भोजन ग्रहण करने पर आपके आंतरिक शरीर का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, और जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हमारा आंतरिक शरीर का तापमान बाहरी शरीर से बहुत ज्यादा होता है
अतः हमें इससे बचने के लिए इस प्रकार के भोजन का त्याग करना चाहिए और ऐसे भोजन का सेवन करना चाहिए जिसमें की पोषक पदार्थों की मात्रा भरपूर हो जैसे कि प्रोटीन, विटामिन,आयरन और अन्य प्रकार के पोषक पदार्थ
2) अन हेल्दी लाइफ़स्टाइल से भी हो सकता है पीरियड मिस होने की समस्या
पीरियड्स मिस होने का दूसरा कारण हो सकता है अन हेल्थी लाइफस्टाइल अगर आपकी लाइफ स्टाइल अच्छी नहीं है
जैसे कि आप समय पर नहीं उठते हैं और ना ही आप समय पर सोते हैं, इसके साथ ही ना तो आप समय पर भोजन ग्रहण करते हैं और ना ही उस भोजन को पचाने के लिए व्यायाम इत्यादि करते हैं तो भी आपको पीरियड्स के मिस होने की समस्या हो सकती हैं
क्योंकि अगर हम हमारे शरीर को लेकर अनियमित रहेंगे और अचेत रहेंगे तो इसका दुष्प्रभाव हमारे आंतरिक शरीर पर सबसे पहले देखने को मिलेगा और जिस कारण से हमें पीरियड्स के मिस होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं
3) शरीर का बहुत ज्यादा वजनी होना से भी हो सकता है पीरियड मिस होने की समस्या
पीरियड्स मिस होने का एक कारण यह भी हो सकता है कि अगर आपके शरीर का वजन बहुत ज्यादा है अर्थात कि अगर आप अपने मोटापे की वजह से परेशान हैं तो भी आपको यह समस्या उठानी पड़ सकती हैं
क्योंकि आपके शरीर का वजन बहुत ज्यादा होने के कारण आपके पीरियड्स साइकिल का समय भी बदल जाता है जो कि आमतौर पर 28 दिन से लेकर 31 दिन का होता है
परंतु कुछ महिलाओं को इससे जुड़ी भी कई समस्याएं होती हैं, जैसे कि कुछ महिलाओं को पीरियड 28 दिन से पहले ही आ जाते हैं
कुछ महिलाओं को 31 दिन होने के बाद तक भी पीरियड्स नहीं आते हैं और इसी प्रक्रिया को पीरियड्स की अनियमितता या पीरियड्स का मिस होना कहा जाता है
4) शरीर का वजन बहुत ज्यादा कम होना से भी हो सकता है पीरियड मिस होने की समस्या
पीरियड्स की अनियमितता होने का एक और अन्य शारीरिक कारण यह हो सकता है कि यदि आपके शरीर का वजन बहुत ज्यादा कम है
अर्थात की आपके उम्र के हिसाब से आपका वजन नहीं है तो भी आपको पीरियड्स से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याएं उठानी पड़ सकती है
पीरियड्स के साइकिल में बार-बार बदलाव होना या पीरियड्स का कई बार पहले आ जाना या पीरियड्स का कई बार बहुत ज्यादा लेट आना
इसके लिए आपको अपने शरीर के वजन को बढ़ाने पर बहुत ज्यादा ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर आपको यह पीरियड से संबंधित समस्याएं लगातार परेशान कर रही है तो इसके पीछे आपका ही कोई शारीरिक कारण हो सकता है
5) बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेना से भी हो सकता है पीरियड मिस होने की समस्या
आमतौर पर विशेषज्ञों द्वारा यह देखा गया है कि पीरियड्स उन महिलाओं के ज्यादा मिस होते हैं जो महिलाएं बहुत ज्यादा स्ट्रेस में होती है
क्योंकि बहुत ज्यादा तनाव लेने के कारण भी कई बार पीरियड्स में अनियमितता देखने को मिलती हैं
बहुत ज्यादा तनाव लेने के कारण आपके आंतरिक शरीर में हार्मोन भी बहुत ज्यादा असंतुलित हो जाते हैं
जिस कारण से आपको आंतरिक शरीर के स्वास्थ्य संबंधी भी कई सारी शिकायतों का सामना करना पड़ सकता है, अचानक आपके शरीर का वजन बहुत ज्यादा बढ़ने लगता है या अचानक ही आपके शरीर का वजन बहुत ज्यादा घटने लगता है इत्यादि
6) गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करना से भी हो सकता है पीरियड मिस होने की समस्या
पीरियड्स के मिस होने का जो सबसे बड़ा कारण माना जाता है वह यह है कि यदि किसी महिला द्वारा गर्भनरोधक गोलियों या दवाइयों का सेवन किया जाता है तो उन्हें पीरियड्स की अनियमितता बहुत ज्यादा होती है
क्योंकि यह गोलियां महिलाओं के शरीर के अंदर उत्पन्न होने वाले हार्मोन जिनका नाम है एस्ट्रोजन और पोजेस्ट्रॉन का बहुत अधिक मात्रा में स्त्राव करने लगती है
जिस कारण से महिलाओं की फेलोपियन ट्यूब से अंडो का स्त्रावण बंद हो जाता है और यही कारण होता है कि बहुत सारी महिलाओं को पीरियड्स की अनियमितता शुरू हो जाती हैं
7) आपके शरीर में कोई अन्य बीमारी का होना से भी हो सकता है पीरियड मिस होने की समस्या
पीरियड्स के मिस होने का एक अन्य कारण यह भी हो सकता है कि अगर आप किसी बहुत बड़ी बीमारी से ग्रसित हैं तो भी हो सकता है आपको पीरियड्स की अनियमितता हो जाए
जैसे कि आपको शुगर या ब्लड प्रेशर जैसी बहुत सारी छोटी बड़ी बीमारियां लगी हुई है तो यह भी आपके पीरियड्स की अनियमितता मैं सहायक हो सकती है
तो इस प्रकार से उपरोक्त यह सभी कारण हैं जिनके कारण किसी महिला के पीरियड्स मिस हो सकते हैं या फिर उनमें बहुत ज्यादा अनियमितता देखने को मिल सकती हैं
पीरियड्स मिस होने को कैसे रोके और इससे बचने के घरेलू उपाय – Periods mis hone ko kaise roke
अब हम आपके साथ साझा करने वाले हैं कि हम अपने पीरियड्स की अनियमितता और उनके मिस होने को कैसे रोक सकते हैं
और उसके साथ ही हम आपको बताने वाले हैं कि वह कौन कौन से घरेलू उपाय हैं जिनका उपयोग करके आप अपनी इस समस्या से निजात पा सकते हैं
पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है केवल यह जान लेना ही हमारे लिए जरूरी नहीं है बल्कि हमें यह भी जानना है कि हम पीरियड्स के मिस होने को कैसे रोके ताकि यह उल्टीओ की समस्या हमें देखनी ही ना पड़े
1) एक हेल्दी लाइफ़स्टाइल को अपनाना भी है पीरियड को सही रखने का उपाय
अगर आपको अनियमित रूप से पीरियड्स होते हैं तो इसके लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करते हुए एक हेल्दी लाइफ़स्टाइल को अपनाना चाहिए
जिसमें कि आपको रोजाना व्यायाम व योग को बढ़ावा देते हुए अपने खान-पान को भी सुधारना चाहिए और एक ऐसे भोजन का सेवन करना चाहिए जिसमें की वे सभी पोषक तत्व सम्मिलित हो जिन की आवश्यकता आपके शरीर को रहती है
2) दालचीनी का प्रयोग करना भी है पीरियड को सही रखने का उपाय
आप एक घरेलू उपाय के तौर पर दालचीनी का प्रयोग कर सकते हैं, क्योंकि इसकी तासीर बहुत ज्यादा गर्म होती हैं और अगर आप पीरियड्स की अनियमितता को लेकर परेशान हैं तो इसे सही करने में यह बहुत ज्यादा सहायक सिद्ध होती हैं
आप चाहे तो दालचीनी को पानी में भिगोकर इसके पानी का सेवन भी थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कर सकते हैं और अगर आप चाहे तो इसकी कुछ मात्रा को आप सीधे ही सेवन कर सकते हैं
3) सौंफ का सेवन करना भी है पीरियड को सही रखने का उपाय
पीरियड्स मिस होने की समस्या को रोकने के लिए एक और घरेलू उपाय हैं
सौंफ का सेवन करना क्योंकि सौंफ की तासीर बहुत ज्यादा गरम तो नहीं होती परंतु इसमें जो एंटीऑक्डेंट पाए जाते हैं वह आपके पीरियड्स की अनियमितता को रोकने में बहुत ज्यादा सहायक सिद्ध होंगे
4) पपीते और दही का सेवन करना भी है पीरियड को सही रखने का उपाय
पीरियड्स की अनियमितता को रोकने के लिए आप चाहे तो कच्चे पपीते का सेवन भी कर सकती हैं और अगर आप कच्चे पपीते का सेवन थोड़ी सी मात्रा में दही के साथ करती हैं तो भी आपको पीरियड्स की अनियमितता से राहत मिलेगी
अगर कच्चे पपीते का सेवन थोड़े से दही के साथ किया जाए तो यह एक सबसे अच्छा और सबसे विश्वास पूर्ण घरेलू उपाय आपके लिए सिद्ध होगा अगर आप अनियमित पीरियड्स की समस्या से जूझ रही है तो
5) अल्कोहल और सिगरेट को छोड़ना भी है पीरियड को सही रखने का उपाय
अगर आपको अनियमित पीरियड्स की समस्या बहुत ज्यादा महीनों से हो रही है तो आपको अल्कोहल और सिगरेट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए और हो सके तो आपको इन्हें छोड़ ही देना चाहिए
इसके साथ ही आपको फास्ट फूड और अन्य किसी ऐसे खाने से भी बचना चाहिए जिसमें कि बहुत ज्यादा ऑयल की मात्रा होती है क्योंकि यह भी कहीं ना कहीं आपके पीरियड्स की अनियमितता को बढ़ाने में सहायक होते हैं
6) व्यायाम और योगा पर ध्यान देना भी है पीरियड को सही रखने का उपाय
सुबह जल्दी उठकर व्यायाम और योगा करने से आपको शुद्ध ऑक्सीजन की मात्रा प्राप्त होगी और आपके रक्त का शुद्धिकरण भी अच्छे प्रकार से होगा
और इसका प्रभाव यह पड़ेगा कि आपको जो पीरियड्स की अनियमितता की समस्या का सामना करना पड़ रहा है वह आगे से नहीं करना पड़ेगा
7) अपने शरीर के वजन को संतुलित रखना भी है पीरियड को सही रखने का उपाय
अगर आप यह चाहती है कि आपके पीरियड साइकिल में किसी प्रकार का बदलाव ना हो और आपके पीरियड्स में अनियमितता ना हो तो आपके शरीर को लेकर आपका यह दायित्व बन जाता है
आप अपने शरीर का वजन बहुत ज्यादा ना बढ़ाए और ना ही आप अपने शरीर का वजन बहुत ज्यादा घटाएं क्योंकि कई बार आसामान्य वजन की वजह से भी आपको पीरियड की अनियमितताओं संबंधी शिकायतों का सामना करना पड़ सकता है
तो इस प्रकार से आप इन सभी घरेलू उपायों का उपयोग करके और अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा सा परिवर्तन करके पीरियड्स की समस्याओं से निजात पा सकते हैं और अपने पीरियड साइकिल में सुधार कर सकते हैं
पीरियड्स के कितने दिन बाद शारीरिक संबंध बनाए – Periods kai kitne baad sambadh banaye
जब हम पीरियड से संबंधित इतनी सारी बातों को जान ही रहे हैं तो अब शायद आपके मन में यह सवाल भी उठ रहा होगा कि हम पीरियड्स के कितने दिन बाद अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध स्थापित कर सकते हैं
तो इसका उत्तर यह है कि एक बार आपका पीरियड समय समाप्त हो जाए तो उसके 2 से 3 दिन बाद आप अपने पार्टनर के साथ उचित रूप से शारीरिक संबंध स्थापित कर सकते हैं और अपनी लाइफ स्टाइल को इंजॉय कर सकते हैं
परंतु अगर आप पीरियड्स की अवधि के दौरान अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने की सोच रहे हैं तो यह कार्य आपके लिए मूर्खतापूर्ण से तो हो सकता है क्योंकि ऐसा करना ना केवल आपके लिए घातक सिद्ध होगा बल्कि आपके पार्टनर के लिए भी यह घातक हो सकता है
अतः पीरियड्स के खत्म होने के तुरंत बाद ही हमें शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए क्योंकि अगर हमारे द्वारा ऐसा किया जाता है तो हमारे पार्टनर को बहुत ज्यादा शारीरिक पीड़ा और कष्ट उठाना पड़ सकता है और साथ ही उनके जननांगों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है
पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे – Periods kai kitne din baad pregnency test kare
पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे यह सवाल भी आमतौर पर बहुत ज्यादा महिलाओं के मन में उछल रहा होता है क्योंकि जो महिलाएं पहली बार मां बनने जा रही हैं उनके लिए यह पल उनके जीवन का सबसे सुनहरा पल जो होता है
तो अगर आप यह जानना चाहते हैं कि हमें पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए तो इसका उत्तर यह है कि सबसे पहले हमें पीरियड्स खत्म होने के कुछ समय बाद अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध स्थापित करने चाहिए अगर आप गर्भधारण करने की सोच रहे हैं तो यह शारीरिक संबंध आपको रोजाना या फिर सप्ताह में दो से तीन बार जरूर बनाने चाहिए
आपके द्वारा इस प्रकार से शारीरिक संबंध स्थापित करने की लगभग एक से डेढ़ महीने के बाद जब आपका दूसरा पीरियड समाप्त हो जाता है तब आपको अपना प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए
आप चाहे तो यह प्रेगनेंसी टेस्ट आप किसी घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट किट के द्वारा भी कर सकते हैं और आप चाहे तो इस प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए आप किसी महिला डॉक्टर या किसी महिला विशेषज्ञ डॉक्टर कि सलाह भी ले सकते हैं
पीरियड्स के दौरान क्या करें – what to do during periods
उन सभी महिलाओं के लिए जिनको उनके पीरियड्स उनकी पीरियड्स साइकिल के अनुसार होते हैं यह जानना चाहिए कि उन्हें पीरियड्स के दौरान क्या-क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए तो सबसे पहले हम देखने वाले हैं कि पीरियड्स के दौरान क्या करें
1) सम्पूर्ण आराम
पीरियड्स की अवधि के दौरान आपको और आपके शरीर को बहुत ज्यादा आराम की जरूरत होती हैं क्योंकि इस अवधि के दौरान आपके शरीर से बहुत ज्यादा रक्त की मात्रा बाहर निकल जाती हैं
जिस कारण से आपको बहुत ज्यादा थकावट और चिड़चिड़ापन रहता है अतः आपको इस अवधि के दौरान आराम करना चाहिए और कुछ देर के लिए आप सामान्य सा व्यायाम भी कर सकती हैं
2) मन को व्यस्त रखिये
पीरियड के दौरान आप चाहे तो अपने खाली समय में कुछ अच्छी किताबों को भी पढ सकती हैं या फिर कुछ ऐसे कार्य भी कर सकती हैं जिन्हें आप करना भूल गई थी क्योंकि यह समय आपके लिए फ्री टाइम की तरह होता है जब आपको किसी प्रकार का काम करने के लिए नहीं कहा जाता है
3) स्वछता का ध्यान रखिये
पीरियड्स के दौरान जिस बात का आप को सबसे ज्यादा ख्याल रखना होता है वह होती है स्वच्छता क्योंकि अगर आप पीरियड्स की अवधि के दौरान अस्वच्छता रखते हैं तो इससे आपको विभिन्न प्रकार के संक्रामक रोगों का सामना भी करना पड़ सकता है
अत स्वच्छता के लिए आपको मार्केट में मिलने वाले ओरिजिनल पैड का प्रयोग करना चाहिए जो कि पीरियड्स के लिए बनाए जाते है
आमतौर पर यह देखा जाता है कि बहुत सारी महिलाओं द्वारा और विशेषकर उन महिलाओं द्वारा जो कि छोटे-छोटे गांवों में निवास करती हैं इन पीरियड्स के पेड की जगह उनके द्वारा कोई गंदे कपड़े का प्रयोग कर लिया जाता हैं जिससे उन्हें कई संक्रामक रोगों का सामना करना पड़ जाता है
4) हाइजीन बना के रखना
पीरियड्स की अवधि के दौरान आपको अपने जननांगों को निरंतर रूप से साफ करते रहना चाहिए और उनकी हाइजीन का विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए
इसके लिए आपको टाइम टू टाइम अपने पीरियड्स के पैड को बदलते रहना चाहिए और साथ ही साथ अन्य हाइजीन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी आपको कर लेना चाहिए
5) पोषण तत्व का सेवन
पीरियड की अवधि के दौरान आप चाहे तो फल फ्रूट का सेवन भी कर सकते हैं और इसके अलावा आप अपने मनपसंद भोजन का भी सेवन कर सकती है परंतु उसकी यह शर्त है कि उसमें उचित रूप से वे पोषक पदार्थ होने चाहिए जिन की आवश्यकता आपके शरीर को होती हैं
6) शारीरिक सम्बन्ध बनाने से बचे
पीरियड्स की अवधि के दौरान आपको अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध को बनाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे ना केवल आपको कई संक्रामक रोग हो सकते हैं बल्कि उस से बढ़कर आपके पार्टनर को भी बहुत सारे इनफेक्शंस का सामना करना पड़ सकता है
पीरियड्स के दौरान क्या ना करें – what not to do during periods
अब बात आती है कि हमें पीरियड्स के दौरान क्या नहीं करना चाहिए या फिर हमें किन किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए जिनसे की हमें पीरियड्स की अवधि के दौरान किसी समस्या का सामना ना करना पड़े
1) पीरियड्स के दौरान हमें हमारे नैपकिंस को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए क्योंकि अगर हम एक ही नैपकिन को बहुत ज्यादा समय तक बहने रखेंगे तो इससे हमें जननांगों पर बहुत से प्रकार का इंफेक्शन हो सकता है
कुछ समय बाद ही हमारा नैपकिन हमारे जनन अंगों से बहने वाले रक्त के कारण बहुत ज्यादा गीला हो जाता है और इसी गैलेपन की वजह से हमें स्किन संबंधी कई इन्फेक्शन भी हो सकते हैं
अतः हमें स्वच्छता का पूरा ध्यान रखते हुए अपने इन नैपकिन पैड्स को बदलते रहना चाहिए
2) पीरियड्स की अवधि के दौरान आपको बहुत ज्यादा काम करने से बचना चाहिए या कहा जाए तो आपको वह सब काम नहीं करने चाहिए जिनमें आपको बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम की आवश्यकता होती हैं
आप को पहले से ही पीरियड्स की अवधि के दौरान बहुत ज्यादा थकावट हुई होती हैं और इस कारण से यदि आप अपनी इस अवधि के दौरान बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम करेगी तो आपके शरीर पर इसका विपरीत प्रभाव जरुर दिखाई देगा
3) इस अवधि के दौरान आपको किसी भी प्रकार के शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए अर्थात कि आपको अपने पार्टनर के साथ रूम शेयर नहीं करना चाहिए
हो सके तो आपको अपने घर के किसी अन्य कमरे में सोना चाहिए ताकि आप इस अवधि के दौरान अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने से बच सकें
4) आपको इस अवधि के दौरान बहुत ज्यादा शक्ति की जरूरत होती है यानी कि आप इस समय शारीरिक रूप से बहुत ज्यादा कमजोर महसूस करती है
इसलिए आपको ऐसे भोजन का सेवन करना चाहिए जिसमें बहुत सारे पौष्टिक पदार्थों का मिश्रण हो जैसे कि ग्रीन वेजिटेबल या सलाद या अन्य प्रकार के ड्राई फ्रूट्स इत्यादि
5) पीरियड्स की अवधि के दौरान आपको बहुत ही ज्यादा ढीले ढाले कपड़े पहनने चाहिए जिनसे की आपके शरीर जो भी पसीना या जो भी अन्य पदार्थ निकलता है वह सूख जाए और आप को ठंडक का अहसास हो
अगर आप इस दौरान बहुत ही ज्यादा मजबूत कपड़ों को पहनती है तो हो सकता है इससे आपका नैपकिन का पैड भी आप के जननांग से इधर उधर हो जाए और जिससे आपको स्वच्छता संबंधी किसी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है
पीरियड्स क्या होते हैं
जब हम अपने इस संपूर्ण लेख में पीरियड्स के बारे में इतनी बार जिक्र कर रहे हैं तो एक बार हमें विस्तार पूर्वक यह भी जान लेना चाहिए कि आखिर पीरियड्स क्या होते हैं और साथ ही साथ यह उन लोगों के लिए भी ज्ञानवर्धक सिद्ध होगा जिनको अभी तक यह नहीं पता है कि आखिर पीरियड्स होते क्या है
आमतौर पर पीरियड्स महिलाओं के शरीर खास तौर पर उनके आंतरिक शरीर में 1 महीने में एक बार होने वाली प्रक्रिया होती हैं और इस प्रक्रिया के द्वारा महिलाओं के ओवरी से स्रावित अंडाणुओ का स्त्रावण महिलाओं के जननांग अर्थात कि उनकी योनि के द्वारा होता है
यह प्रक्रिया हर महीने होती रहती हैं जिसे की महिलाओं का पीरियड साइकिल कहा जाता है कुछ महिलाओं में यह पीरियड साइकिल 28 दिनों का होता है तो कुछ महिलाओं में यह 31 से 32 दिनों का भी हो सकता है
कहने का तात्पर्य है कि अगर किसी महिलाओं को आज पीरियड हुए हैं तो आज से लेकर 31 या 32 दिनों के बाद में उसे एक बार फिर से पीरियड होंगे और इस प्रकार से 50 साल तक की अवधि तक महिलाओं को इस प्रक्रिया से गुजरना होता है जिसे हिंदी में रजोधर्म भी कहा जाता है
हालांकि यह प्रक्रिया सुनने में जितनी ज्यादा आसान और सरल लग रही है तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक महिला ही आपको इस के दर्द के बारे में बता सकती हैं
क्योंकि यह पीरियड्स की अवधि उनके लिए किसी श्राप से कम नहीं होती है क्योंकि इस दौरान उन्हें बहुत ज्यादा कष्ट और बहुत ज्यादा पीड़ा उठानी पड़ती है
पीरियड्स की अवधि के दौरान लगभग 5 से 7 दिनों तक महिलाओं के जननांग अर्थात कि उनकी योनि द्वारा लगातार रक्त का स्त्राव होता रहता है जो कि ओवरी से निकले अंडाणु होते हैं
अगर इन अंडाणु को कोई शुक्राणु मिल जाए तो यह गर्भधारण के लिए जिम्मेदार बन जाते हैं अर्थात की महिला में गर्भ धारण हो जाता है परंतु जब इन अंडाणु को कोई शुक्राणु नहीं मिलता है
तो यह स्वता ही महिलाओं के शरीर से पीरियड्स या रजोधर्म की प्रक्रिया द्वारा बाहर निकल जाते हैं जबकि पुरुषों के शरीर में इस प्रकार की कोई घटना नहीं होती है क्योंकि उनके अंदर बनने वाला शुक्राणु या विर्य उनके द्वारा स्वता ही बाहर निकाल दिया जाता है
FAQs – पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है
सवाल: पीरियड्स के मिस होने के कितने दिन बाद उल्टियां होती है ?
आमतौर पर पीरियड्स के मिस होने के दो से तीन दिन बाद उल्टियां होने लगती हैं
सवाल: क्या पुरुषों को भी पीरियड की समस्या होती है ?
अमेरिका के एक अखबार के सर्वे के अनुसार पुरुषों में भी पीरियड की समस्या होती है परंतु वह महिलाओं के पीरियड से पूर्णता भिन्न होते हैं
सवाल: पीरियड्स के समय हमें सबसे ज्यादा किस बात का ख्याल रखना चाहिए ?
पीरियड्स के समय हमें अपने जननांगों के स्वच्छता का व उनकी हाइजीन का विशेष ख्याल रखना चाहिए
सवाल: पीरियड्स की अनियमितता को रोकने के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपाय क्या है ?
पीरियड्स की अनियमितता को रोकने के लिए अगर आप कच्चे पपीते का सेवन थोड़े से दही के साथ करते हैं तो यह सबसे अच्छा घरेलू उपाय आपके लिए सिद्ध होगा
सवाल: पीरियड्स की अनियमितता होने का सबसे बड़ा कारण क्या है ?
अगर आपके द्वारा गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन किया जाता है तो यही आपके पीरियड की अनियमितता होने का सबसे बड़ा कारण बनता है
Conclusion
तो पाठको हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख पीरियड मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है पसंद आया होगा
अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो अपने महत्वपूर्ण कमेंट हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें ताकि आगे आने वाले समय में हम आपके सुझावों के मुताबिक इसी प्रकार के ज्ञानवर्धक लेख आपके लिए लाते रहे
और आपके ज्ञान में सकारात्मक वृद्धि करते रहें, इस लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !