प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए | Pregnancy me pati se kab dur rahna chahiye

प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए- प्रेगनेंसी एक ऐसी अवस्था है जब एक महिला अपने पेट में एक बच्चे को धारण करती है

गर्भावस्था के बाद भले ही घर में खुशियां आती हैं मगर प्रेगनेंसी के वक्त होने वाली परेशानी सिर्फ और सिर्फ एक महिला ही समझ सकती है

प्रेगनेंसी के दौरान अनेकों बदलाव महिलाओं के अंदर आते हैं जिनकी वजह से पर्सनल जिंदगी में भी बदलाव होना चालू हो जाते हैं

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के अंदर होने वाले हार्मोनल बदलाव भी एक आम बात है

प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को शुद्ध एवं पौष्टिक आहार लेना बहुत ही ज्यादा जरूरी हो जाता है क्योंकि महिला के खान-पान से पेट में पल रहे बच्चे पर भी असर पड़ता है

गर्भावस्था के दौरान जहां एक गर्भवती महिला की बहुत ही ज्यादा देख-भाल करनी पड़ती है जिसमें महिला का पति पूरी देख-भाल करता है वहीं दूसरी ओर ऐसा भी समय आता है जब प्रेगेंट पत्नी को पति से दूर रहना पड़ता है

अक्सर लोगों का सवाल होता है कि प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए हम सभी जानते हैं कि ये बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल है तो चलिए जानते हैं

 

Pregnancy me pati se kab dur rahna chahiye
Pregnancy me pati se kab dur rahna chahiye

 

प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए – Pregnancy me pati se kab dur rahna chahiye

प्रेगनेंसी के दौरान महिला के अंदर होने वाले हार्मोनल बदलाव बहुत ज्यादा देखने को मिलते हैं वहीं उसके अंदर ऐसे भी हार्मोन तेजी से बदलने और बढ़ने लगते हैं

जिसमें संभोग के लिए मन प्रचलित होने लगता है लेकिन प्रेगनेंसी के शुरुआत से लगभग 5 महीने के बाद संभोग करने से डॉक्टर भी मना करते हैं

डॉक्टर्स के मुताबिक प्रेगनेंसी के शुरुआती 5 महीनों में संभोग कर सकते है, इससे पल रहे बच्चे पर फर्क नहीं पड़ता है, परंतु 5 महीने के बाद संभोग करने से बचें क्योंकि उसके बाद बच्चे पर प्रभाव पड़ सकता है

डॉक्टरों की शोध में बताया गया है कि प्रेगनेंसी के बाद सेक्स हार्मोन्स पहले ही तुलना में अधिक बढ़ जाते है

प्रेगनेंसी के दौरान जहां एक पुरुष अपनी पत्नी से संबंध बनाने के लिए पीछे हटता है क्योंकि उस वक्त उसको अपनी पत्नी और पेट में पल रहे बच्चे की फिक्र होती है

वहीं प्रेग्नेंट महिला संबंध बनाने के प्रति उसकी इच्छा बढती जाती है क्योंकि इसी दौरान उनके सेक्स हार्मोन बढ़ते रहते हैं

5 महीने के बाद एक ऐसा समय आ जाता है जिस वक्त पति को अपनी पत्नी से दूर रहना चाहिए और सिर्फ अपनी पत्नी का मानसिक और शारीरिक रूप से ख्याल रखना चाहिए

प्रेगनेंसी के वक्त एक महिला अनेकों परेशानियों से घिरी रहती है, सिर दर्द, सर्दी, शरीर में सूजन आदि बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है

ऐसे लक्षण होना आम बात है, अगर परेशानी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं

  • डॉक्टर्स के मुताबिक जब भी किसी महिला को ब्लीडिंग की समस्या हो तो उस समय संभोग नहीं करना चाहिए ऐसे समय में प्रेगनेंट महिला को अपने पति से दूर रहना चाहिए
  • एमनॉयटिक फ्लूड के लीक होने से महिला के पेट में पल रहे बच्चे पर खतरा अधिक बढ़ जाता है तो एक प्रेगनेंट महिला को इस समय भी अपने पति से दूर रहना चाहिए
  • डॉक्टर्स के मुताबिक अगर पहले कभी भी मिसकैरेज की समस्या का सामना करना पड़ा तो इस समय भी प्रेगनेंट महिला को अपने पति से दूर रहना चाहिए
  • प्रेगनेंट महिला के पेट में अगर 1 से अधिक बच्चे पल रहे है अगर सीधे शब्दों में कहें तो ट्विन ( जुड़वा बच्चे ) और ट्रिपलेट्स ( तीन जुड़वां बच्चे ) हो तो तब उस महिला को पूरे 9 महीने अपने पति से दूर रहना चाहिए और संभोग करने से बचना चाहिए

प्रेगनेंसी में पति से कब संबंध बनाना चाहिए – Pregnancy me pati se kab sambandh banana chahiye

प्रेगनेंसी में ज्यादातर लोग संबंध बनाने से कतराते हैं क्यों बहुत से लोगों को लगता है कि ये गलत है परन्तु इसमें घबराने बाली कोई भी बात नही है

लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए जिससे संबंध बनाते वक़्त किसी को भी नुकसान न हो तो चलिए जानते हैं कि प्रेगनेंसी में पति से कब संबंध बनाने चाहिए

प्रेगनेंसी के दौरान संबंध 5 महीने तक बना सकते हैं लेकिन डॉक्टर्स के अनुसार ये बताया गया है कि प्रेगनेंसी के दौरान संबंध कभी भी बना सकते हैं कुछ सावधानियां के चलते आप संबंध प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिएबना सकते हैं

जिससे प्रेगनेंट महिला और उसके पेट में पल रहे बच्चे पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा, आपको गर्भवती महिला के साथ 1 दिन में कितनी बार करना चाहिए इसका भी ध्यान रखना चाहिए

प्रेगनेंसी के दौरान प्रेगनेंट महिला के शरीर में खून का प्रवाह बहुत तेज़ी से होता है जिसकी वजह से वह अतिसंवेदनशील हो जाती हैं

इसी दौरान प्रेगनेंट महिला के अंदर संबंध बनाने की इच्छा अधिक हो जाती है

डॉक्टर्स की शोध में भी ये बताया गया है कि प्रेगनेंसी के दौरान महिला पहले के मुकाबले अधिक उत्तेजित हो जाती हैं और महिलाओं के लिए ये एक सुखद अवसर होता है


प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए – Pregnancy me pati patni ko kaise rehna chahiye

प्रेगनेंसी के दौरान प्रेगनेंट महिला को बहुत परेशानी होती है और उसी परेशानी में साथ देने वाला प्रेगनेंट महिला का पति होता है जो पूरा देख-भाल करता है

महिला के खाने का पूरा ध्यान पति रखता है जो भी कुछ महिला को चाहिए होता है तो उस समय पति का फर्ज बनता है कि वह अपनी पत्नी का ख्याल रखे और उसकी ज़रूरतों का ध्यान रखे

प्रेगनेंसी के दौरान जहां एक महिला अनेकों परेशानियों से गुजर रही होती है वहीं पर एक पति का फर्ज होता है कि वह अपनी पत्नी को स्पेशल फील कराए जिससे वह अपनी परेशानियों को भूल कर अच्छे से रह सके

प्रेगनेंसी के दौरान अगर महिला को किसी भी बात से दिक्कत है तो ये पति को समझना चाहिए और समस्या का समाधान निकालना चाहिए

प्रेगनेंसी के दौरान जब महिला के शरीर में बदलाव हो रहे होते हैं, उस वक्त अनेकों परेशानियों आती हैं, उस समय एक पति का फर्ज होता है कि वह अपनी पत्नी की हर बात को सुनें क्योंकि प्रेगनेंट महिला को किस बात की दिक्कत है

यदि कोई परेशानी हो रही है तो ये बात पति को पता होनी चाहिए इसीलिए जितना हो सके अपनी पत्नी की बात को सुनें

प्रेगनेंसी के समय एक पत्नी को अपने पति की सबसे ज्यादा जरूरत होती है पति का पूरा फर्ज बनता है कि वह अपनी पत्नी को अटेंशन दे क्योंकि प्रेगनेंसी के समय एक पत्नी को अपने पति की अटेंशन की बहुत जरूरत होती हैं

एक पति की जिम्मेदारी होती है कि वह अपनी प्रेगनेंट पत्नी का पूरी तरह से ख्याल रखे और उसकी पूरी देख भाल करे इससे प्रेगनेंट महिला को कम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है

गर्भावस्था के समय जब एक महिला का मन बार बार दर्द और परेशानी पर जाता है तो उसी को दूर करने के लिए महिला के पति को अपनी पत्नी से बातें करनी चाहिए जिससे वह अपने मन को भटका सके और खुश रह सके

प्रेगनेंसी के दौरान बातें करने से पति-पत्नी के रिश्तों में भी बहुत सुधार आता है और वह पहले की तुलना में अधिक खुश रहते हैं

इस समय पति को हमेशा एक बात और ध्यान रखना चाहिए कि अगर आपकी पत्नी प्रेगनेंट है तो उस वक्त मन-मुटाव बिल्कुल भी न रखें इससे रिश्ता में दिक्कत आने की संभावना अधिक आ जाती है


पति को ध्यान रखना चाहिए प्रेगनेंसी के दौरान पत्नी को होने वाली परेशानियां 

आम तौर पर जब भी एक महिला प्रेगनेंट होती है तब से लेकर डिलीवरी से पहले तक उसके शरीर में बहुत से बदलाव देखने को मिलते है इन्ही बीच महिलाओं को बहुत सी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है

जिसमे प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर आना, मिचली आना, वजन बढ़ जाना, चिड़चिड़ापन होना, ब्लीडिंग होना, और पेट में दर्द होना आदि शामिल है

इन परेशानियों से लगभग हर प्रेगनेंट महिला को जूझना पड़ता है प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में सूजन भी आ जाती है जो कि एक प्रेगनेंट औरत में होने वाले साधारण लक्षण हैं

एक और सामान्य समस्या का सामना प्रेगनेंट महिला को करना पड़ता है जिसको हम सभी कब्ज़ के नाम से जानते हैं

शुरुआती 3 महीनों में कब्ज़ की समस्या प्रेगनेंट महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है क्योंकि इसी दौरान प्रेगनेंट महिलाओं का जी अधिक मिचलाता है और उल्टी होने के कारण, सही ढंग से पोष्टिक आहार नहीं ले पाती हैं

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का खान-पान भी बदल जाता है जिसकी वजह से दस्त होने की संभावना भी बढ़ जाती है

प्रेगनेंसी के दौरान बवासीर होने का भी खतरा अधिक बढ़ जाता है क्योंकि ये समस्या भी तभी होती है जब नियमित आहार नहीं मिल पाता है

सर्दी-खांसी भी आमतौर पर प्रेगनेंट महिलाओं को आसानी से हो जाती है और गले में सूजन भी आ जाती है, गैस और पेट दर्द जैसी समस्या भी देखने को मिल जाती हैं

प्रेगनेंट महिलाओं में यूरिन इन्फेक्शन भी देखने को मिलता है

Pre–Eclampsia (पूर्व–प्रसवाक्षेप)

एक ऐसी समस्या है जो कुछ प्रेगनेट महिलाओं में देखने को मिलती है इसके लक्षण भी आप देख सकते हैं

जैसे उच्च रक्तचाप और यूरीन में प्रोटीन का पाया जाना अगर कभी भी आपको ऐसे लक्षण देखने को मिले तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें

इन सारी परेशानियों को प्रेगनेंट पत्नी के पति को ध्यान रखना चाहिए जिससे होने वाली समस्या को भी  बहुत हद तक कम किया जा सके

नोट– Pre-Eclampsia की समस्या हर साल 10 लाख महिलाओं में देखने को मिलता है


प्रेगनेंसी में पति से संबंध बनाने पर क्या होगा 

इससे महिलाओं के बच्चे पर खतरा आ जाता है, बच्चे की जान भी जा सकती है और तो और प्रेगनेंसी में समस्याएँ देखने को मिल सकती है

प्रेगनेंसी के दौरान संबंध बनाने से महिला को ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है जिससे प्रेगनेंसी पर खतरा तो पड़ता ही है और साथ में महिला के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है


पति को प्रेगनेंसी में अपनी पत्नी का कैसे ध्यान रखना चाहिए 

पहली बात अपनी पत्नी के साथ रहिये और उसके खाने पीने वाली चीज़ों को डॉक्टर से पूछ कर ही दीजिए

प्रेगनेंसी में चिडचिडा पन और थकान बहुत आम बात है इसलिए कुछ भी हो अपनी पत्नी को प्रसन्न रखिये, आपकी पत्नी से प्रसन्न रहने से आपका बच्चा भी प्रसन्न रहेगा

किसी भी प्रकार की चिंता और तनाव बच्चे पर सीधा असर डाल सकता है इसलिए अपनी पत्नी को खुश और स्वस्थ रखने की ज़िम्मेदारी आपकी है

अपनी पत्नी के साथ समय व्यतीत करिए ताकि आपकी पत्नी कम्फर्ट की अवस्था में रह सके


FAQs : प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए

सवाल : प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए
प्रेगनेंसी के दौरान करीब 5 महीने तक संभोग का लाभ उठा सकते हैं लेकिन उसके बाद प्रेगनेंट महिला को अपने पति से दूर रहना चाहिए

सवाल : प्रेगनेंसी में होनी वाली समस्या कौन कौन सी हैं?
प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली समस्या में चक्कर आना, मिचली आना, वजन बढ़ जाना, चिड़चिड़ापन होना, ब्लीडिंग होना, और पेट में दर्द शामिल है साथ में शरीर में सूजन भी एक आम समस्या है

उल्टी आना, कब्ज होना, दस्त होना और कभी कभी यूरीन इन्फेक्शन भी हो जाता हैं
सर्दी खांसी के लक्षण भी सामान्य लक्षण हैं और साथ में पेट दर्द और गैस की भी समस्या हो जाती है

सवाल : प्रेगनेंट महिला को क्या-क्या खाना चाहिए?
टोफू, नाशपाती, बेरीज, जामुन, अमरूद, संतरा, सेब, दाल, घी, ओट्स, ब्राउन राइस, बाजरा, फिश, नट्स, अनाज, साबुत, हरी सब्जी, डेयरी प्रोडक्ट, फलियां और पत्तेदार सब्जियां प्रेगनेंट महिला को खानी चाहिए

सवाल : प्रेगनेंट महिला को क्या-क्या नहीं खाना चाहिए?
कच्चा अंडा, कच्ची फिश, शराब, कच्चे मास की सब्जी, कच्ची सब्जियां, फ्राइड फूड, मसालेदार खाना, जंक फूड, अंगूर, अनन्नास, चाय, ब्लैक टी और कॉफी, धूम्रपान और पैकेज्ड फूड नहीं खाना चाहिए

सवाल : एक महिला कितने महीनों के लिए प्रेगनेंट होती है?
एक महिला 9 महीनों के लिए प्रेगनेंट होती है

 

Conclusion

ऊपर दी गई जानकारी से आप ने जाना की गर्भावस्था मे पति से कब दूर रहना चाहिए, ये भी जाना कि प्रेगनेंट महिलाओं को क्या क्या परेशानी होती है, साथ में ये भी जाना कि एक प्रेगनेंट महिला को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए

हम आशा करते हैं कि आपको आजका आर्टिकल “प्रेगनेंसी में पति के कब से दूर चाहिए” अच्छा लगा होगा, जो जानकारी आप तलाश कर रहे है हम समझते हैं कि आपको वो जानकारी प्राप्त हो गई होगी

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