बलगम वाली खांसी के लिए सिरप – बलगम वाली खांसी संबंधित कही सारे सवाल अक्सर हमे पूछे जाते हैं। जिसका जवाब शायद आप के पास नहीं होता है
इसीलिए आज के लेख में हम विस्तार में जानेंगे कि बलगम वाली खांसी किसे कहते हैं इस सवाल के अलावा बलगम वाली खांसी के लिए कौनसा सिरप अच्छा होता है
बलगम वाली खांसी के लिए घरेलू उपाय। इन सब चीजों की जानकारी आज हम इस लेख के माध्यम से जानने की कोशिश करेंगे
हम आशा करते हैं कि अगर आप हमारे इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक पढ़ते हैं तो आपको Balgam Wali khansi ke liye Syrup की पूरी जानकारी विस्तार में प्राप्त होगी |
जिसके बाद आपको बलगम वाली खांसी के बारे में किसी और वेबसाइट पर सर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी तो चले शुरवात करते है
अनुक्रम
बलगम वाली खांसी के लिए सिरप (Balgam Wali khansi ke liye Syrup)

बलगम वाली खांसी किसे कहते है (Balagam wali khansi kise kahate hai )
बलगम बाली खांसी को कफ के नाम से भी जाना जाता है। जब बलगम वाली खांसी होती है तो गले और नाक के पिछले हिस्से में अत्यधिक बलगम बनने लगता है जिससे हमें असहज महसूस होने लगता है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बलगम झिल्ली श्वसन प्रणाली की रक्षा और समर्थन के लिए कफ बनाती है। यह झिल्ली हमारे निम्नलिखित अंगों में उपलब्ध होती है।
- मुंह
- नाक
- गर्दन
- साइनस
- फेफड़े
हमारे गले और नाक की ग्रंथियां एक दिन में कम से कम 1 से 2 लीटर बलगम का उत्पादन करती हैं। बलगम या कफ की अधिक मात्रा होने से परेशानी हो सकती है।
बलगम बनने के कारण हमेशा बेचैनी महसूस होता है बार बार गला साफ करना और खांसी जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। ज्यादातर लोगों के लिए यह एक अस्थायी समस्या है। हालांकि, कुछ लोगों के लिए यह एक निरंतर समस्या बन जाती है।
इसीलिए इस प्रकार की खांसी को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह एक मामूली जीवाणु संक्रमण के कारण हो सकता है।
लेकिन इसका अंतिम विकल्प डॉक्टर से परामर्श लेना ही सही रहता है क्योंकि अगर यह समस्या बढ़ जाती है तो इससे निमोनिया और टीवी जैसे खतरनाक बीमारियां भी हो सकता है।
बलगम वाली खांसी के लक्षण (Balgam wali khansi ke lakshan)
- गले में जमा बलगम भी सांसों की बदबू का कारण बनता है, क्योंकि बलगम में प्रोटीन होता है, जो बैक्टीरिया पैदा करता है।
- जब आपका शरीर जरूरत से ज्यादा कफ बनाता है, तो बहुत ज्यादा कफ आपके नाक के वायुमार्ग को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है।
- कफ के निर्माण के कारण नाक में जमाव एक बहुत ही असहज और यहां तक कि दर्दनाक स्थिति पैदा कर सकता है।
- बहुत अधिक कफ आपके गले और फेफड़ों में जमा हो सकता है।
- बलगम जो हल्के पीले या हरे रंग का दिखाई देता है या कफ जो असाधारण रूप से गाढ़ा होता है, एक जीवाणु संक्रमण का संकेत देता है।
बलगम वाली खांसी के लिए सिरप (Balgam wali khansi ke Liye syrup)
वैसे तो बाजार में ऐसे कई ब्रांड हैं जो बलगम वाली खांसी के लिए सिरप देने का दावा करते हैं, लेकिन हर किसी पर भरोसा करना और उनके उत्पाद का इस्तेमाल करना हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है।
इसीलिए अगर आप कोई भी मेडिसिन मेडिकल स्टोर से लेते हैं तो उसके ऊपर लिखे गए सभी निर्देशक को अच्छी तरीके से पढ़ ले।
उसके बाद ही उस मेडिसिन का इस्तेमाल करें या फिर आप किसी डॉक्टर से जाकर लिए गए मेडिसिन के बारे में जानकारी ले लें। क्योंकि अगर डॉक्टर के सलाह के बिना आप मेडीसीन का उपयोग करते हैं तो आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
इसीलिए किसी भी दवा का इस्तेमाल डॉक्टर के सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए अगर आप कोई भी मेडिसिन लेते हैं तो सबसे पहले आपको बिना डॉक्टर के सलाह के नहीं लेना चाहिए।
आज मैं आपको इस लेख में एक ऐसी बलगम वाली खांसी के लिए सिरप के बारे में जानकारी दे रहे है । जिसे आप बेझिझक ले सकते हैं क्योंकि इसके इस्तेमाल से आपको किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
सिरप का नाम | कफ जीटीबी सिरप |
निर्माता | बिंदलिश बायोटेक लिमिटेड |
दवा की सामग्री | गुइफेनेसिन (100 मिलीग्राम) + टेरबुटालाइन (1.5 मिलीग्राम) + ब्रोमहेक्सिन (4 मिलीग्राम) |
भंडारण निर्देश | 30°c . से नीचे स्टोर करें
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कफ जीटीबी सिरप उपयोग
कफ और बलगम वाले खांसी के इलाज के लिए कफ जीटीबी सिरप का उपयोग किया जाता है। यह नाक, श्वासनली और फेफड़ों में बलगम को पतला करता है, जिससे कफ आसानी से बाहर निकल जाता है।
यह बहती नाक छीकने खुजली और आंखों में पानी आने से भी राहत प्रदान करता है।
कफ जीटीबी सिरप को डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक और अवधि के अनुसार भोजन के साथ या भोजन के बिना लेना चाहिए। खुराक आपकी स्थिति और दवा के प्रति आपकी प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा। डॉक्टर द्वारा बताई गई अवधि तक इस दवा का सेवन जारी रखें।
यदि आप जल्दी इलाज बंद कर देते हैं, तो आपके लक्षण वापस आ सकते हैं और आपकी स्थिति और खराब हो सकती है। डॉक्टर को अन्य सभी दवाओं के बारे में बताएं जो आप ले रहे हैं क्योंकि उनमें से कुछ इस दवा को प्रभावित कर सकती हैं।
सबसे आम दुष्प्रभाव मतली, दस्त , दर्द, पेट फूलना, अपच,उल्टी, पसीना आना लाल चकत्ते होना कपकपी और हृदय गति में तेजी होना।
इनमें से अधिकांश अस्थायी हैं और आमतौर पर समय के साथ बेहतर हो जाती हैं। यदि आप इनमें से किसी भी दुष्प्रभाव के बारे में चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि अगर आप इस दवा का सेवन करते हैं तो नींद का कारण बन सकता है। इसीलिए जब तक आप यह नहीं जानते है कि यह दवा आपको कैसे प्रभावित करती है ।
तब तक आप गाड़ी ना चलाएं या ऐसा कुछ भी नहीं करें जिससे मानसिक ध्यान केंद्रित करने की आपको आवश्यकता हो। इस दवा को लेते समय शराब पीने से बचें क्योंकि इससे अत्यधिक नींद आ सकती है।
कफ जीटीबी सिरप का इस्तेमाल कैसे करें
अगर आप जीटीबी सिरप का इस्तेमाल करते है तो इस दवा की खुराक और खुराक की अवधि के लिए अपने चिकित्सक से सलाह जरूर ले और इस दवा का उपयोग करने से पहले इसके बारे में सही जानकारी प्राप्त कर ले।
इस दवा को मापने के लिए जो कप दिया जाता है उसी से माप कर दे। पीने से पहले इस दवा को अच्छी तरह से मिला ले
आपको बता दें कि आप इस सिरप को खाली पेट या खाना खाने के बाद भी ले सकते हैं
लेकिन सबसे बेहतर यह होगा कि इस दवा को आप नियमित समय पर ही सही ढंग से लें। अगर आप सही ढंग से इस दवा का उपयोग करते हैं तो आप तुरंत ही बलगम वाली खांसी से राहत पा सकते हैं।
बलगम वाली खांसी के लिए सिरप नाम (Balgam Wali khansi ke Liye Syrup Naam)
- डाबर हनीटस सिरप
- चरक फार्मा कोफोल सिरप
- डॉ. वैद्यस हफ एंड पफ आयुर्वेदिक कफ सिरप
- वद्धमान जकॉफ
- बैद्यनाथ भृंगराजसावी
- हिमालय कोफेल्ट सिरप
- एडुलसा कफ सिरप
- कोफ्तान आयुर्वेदिक/हर्बल कफ सिरप
बलगम वाली खांसी के लिए सिरप प्राइस (Balgam wali khansi ke liye syrup price)
वैसे तो बाजार में बहुत सारे बलगम वाली खांसी के लिए सिरप उपलब्ध होता है। जो कि हम कभी-कभी बिना डॉक्टर की सलाह के भी दवाई लेकर उसका सेवन कर लेते हैं।
लेकिन इसका असर हमारे स्वास्थ्य पर काफी पड़ता है इसीलिए किसी भी दवाई का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए।
दवा का नाम | पैक का आकार मूल्य (रु.) |
ग्रिलिंक्टस सीडी (Grilinctus Cd) | 83.0 |
एलेक्स कफ लोज़ेंजेस लेमन अदरक (Alex Cough Lozenges Lemon Ginger) | 65.1 |
टस्क डीएक्स टैबलेट (Tusq DX) | 31.5 |
ग्रिलिंक्टस ग्रिलिंक्टस बाल चिकित्सा सिरप (Grilinctus Bm) | 43.0 |
रेनोलेन आई ड्रॉप (Renolen Eye Drops) | 65.0 |
विस्कोडीन एस विस्कोडीन एस 4 एमजी/100 एमजी/1 एमजी/2 एमजी सिरप (Viscodyne Syrup) | 67.46 |
एस्कोरिल डी 12 ओरल सस्पेंशन ऑरेंज (Ascoril D) | 53.2 |
नॉर्मोवेंट सिरप (Normet) | 69.0 |
टिक्सी सॉफ्ट 10 एमजी/100 एमजी कैप्सूल (Tixy Soft) | N/A |
ओटीसी मेडिसिन
ओटीसी दवा का नाम | पैक का आकार मूल्य |
हमदर्द लौक कतन | 41.8 |
तैलम आर्य वैद्य शाला कोट्टाक्कल एलादि केरा थैलम | 170.0 |
हमदर्द इक्सीर-एनुअल | 33.25 |
दीनदयाल औषधि कफ केयर सिरप | 138.0 |
रस धूतपापेश्वर आनंदभैरव रस | 70.3 |
श्री श्री तत्व तलिसदि चूर्ण | 45.5 |
धूतपापेश्वर रससिंदूर 5gm | 209.0 |
हमदर्द खमीरा खशखाश | 211.85 |
श्री श्री तत्त्व कसारी खांसी सिरप | 54.0 |
बलगम वाली खांसी के लिए घरेलू उपाय (Balgam wali khansi ke liye gharelu upay)
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काली मिर्च और देसी घी
काली मिर्च और देसी घी बलगम वाली खांसी के लिए रामबाण है। एक चम्मच देसी घी में एक चुटकी काली मिर्च पाउडर मिलाएं और अब इस मिश्रण को धीमी आंच पर गर्म करें।
जब घी अच्छे से पक जाए तो दिन में कम से कम 3 बार इसका सेवन करें। इसके सेवन से सारा बलगम बाहर निकल जाता है और खांसी भी ठीक हो जाती है।
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बलगम वाली खांसी के लिए शहद का उपयोग करें
बलगम के साथ खांसी का इलाज करने के लिए शहद सबसे प्रभावी तरीका है।
एक नैदानिक अध्ययन में पाया गया कि रात को सोने से 30 मिनट पहले 1.5 चम्मच शहद लेने से कफ कम होता है और नींद भी काफी अच्छा आता है।
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बलगम वाली खांसी के लिए विटामिन सी का उपयोग करें
विटामिन सी की बड़ी खुराक प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देती है ताकि शरीर अपने आप वायरस से तेजी से लड़ सके।
खांसी के लक्षणों में सुधार होने तक संतरे का सेवन करें या संतरे का रस दिन में दो बार पियें।
लेकिन आपको संतरे का रस पीने से पहले इस बात का ध्यान देना चाहिए कि संतरे का रस ज्यादा ठंडा नहीं होना चाहिए अगर आप ज्यादा ठंडा कंट्री का रस पीते हैं तो इससे खांसी बढ़ भी सकती है।
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बलगम वाली खांसी के लिए अदरक वाली चाय का सेवन करें
अदरक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। दिन में दो से तीन कप अदरक की चाय पीने से गले को आराम मिलता है। बलगम वाली खांसी में यह उपाय बहुत कारगर है।
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बलगम वाली खांसी के लिए थाइम और लौंग का सेवन करे
एक अध्ययन से पता चला है कि थाइम और लौंग में रोगाणुरोधी गुण होते हैं। आवश्यक तेलों या अर्क के रूप में, वे शरीर को श्वसन पथ में संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। अजवायन और लौंग के पत्तों को पानी में 10 मिनट तक उबालें और फिर छानकर पी लें।
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गर्म पानी का भाप लेना
भाप लेने से श्वास नली साफ हो जाती है। यह छाती में जमा बलगम को भी तोड़ता है। कम से कम पांच मिनट के लिए गर्म पानी की भाप अंदर लें। गर्म पानी से नहाने से भी आराम मिलता है।
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बलगम वाली खांसी के लिए नींबू और शहद का सेवन करे
नींबू की चाय या शहद की चाय या नींबू और शहद की चाय से गले को आराम मिलता है और कफ कम होता है। विटामिन सी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है और बलगम वाली खांसी के लिए एक बेहतरीन उपाय है।
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गर्म पानी में नमक मिलाकर पिए
गर्म पानी में चुटकी भर नमक मिलाकर गरारे करने से भी गले को आराम मिलता है। इस उपाय से गले के संक्रमण की कई समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।
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बलगम वाली खांसी में अधिक पानी पिए
शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। बलगम वाली खांसी के घरेलू उपचार में पीने का पानी भी शामिल है। तरल पदार्थ लेने से गले में जमा कफ को पतला करने में मदद मिल सकती है। अदरक की चाय, जूस आदि लें। आपको गर्म या मसालेदार खाना नहीं खाना है।
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लहसुन खाएं
लहसुन में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस को मारने में मददगार होते हैं। इसी वजह से लहसुन का सेवन करने से कफ से जल्द राहत मिल सकती है। इसलिए खांसी होने पर आपको कच्चा लहसुन खाना चाहिए।
आप चाहें तो लहसुन को गैस पर भून कर खा सकते हैं. इससे आपको अन्य स्वास्थ्य लाभ भी मिलेंगे।
बलगम वाली खांसी के लिए एलोपैथिक दवा (Balgam wali khansi ke liye dawai)
बलगम वाली खांसी के लिए एलोपैथिक दवा- काफी कारगर होते हैं अगर आप एलोपैथिक दवाई लेना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि इसमें सबसे अच्छा सप्रेसेंट, एक्सपेक्टोरेंट और सामयिक मलहम होता हैं।
जिसे आप अपने गले के आसपास या कलेजे पर अच्छे तरीके से मालिश कर सकते हैं। ज्यादातर बच्चों में मौसम परिवर्तन के कारण खांसी होना शुरू हो जाता है जब बच्चे को खांसी होता है
तो उनके माता-पिता काफी घबरा जाते हैं और तुरंत डॉक्टर पास लेकर जाते हैं लेकिन हम आपको बता दें कि खांसी होने पर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। आप अपने बच्चे को बलगम वाली खांसी से छुटकारा दिला सकते हैं।
अंगुर से कम हो सकता है बलगम
अंगूर प्रकृति रूप से बच्चे के शरीर से बलगम को बाहर निकाल सकता है। अंगूर के रस में थोड़ा-सा शहद मिलाकर बच्चे को सोने से पहले पिला दे इससे आपके बच्चे को बलगम वाली खांसी से राहत मिल सकता है।
शहद और नींबू मिलाकर देने से बच्चों का खांसी सही हो सकता है
बच्चों को खांसी होने पर शहद और नींबू देने पर काफी राहत मिलता है। आपको बता दें कि एक चम्मच नींबू के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर प्रत्येक घंटे पर देने से बलगम वाली खांसी से राहत मिल सकता है।
FAQS – Balgam Wali khashi k lea Syrup in Hindi
सवाल : अगर आप कफ जीटीबी सिरप लेना भूल गए हैं तो क्या करें ?
अगर आप कफ जीटीबी सिरप निर्धारित समय पर लेना भूल गए हैं तो जितनी जल्दी हो सके ले लें.
हालांकि, अगर अगली खुराक का समय हो गया है, तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और अगली खुराक को नियमित समय पर लें। खुराक को दोगुना न करें।
सवाल : बलगम वाली खांसी किसे क्या है?
बलगम वाली खांसी वैसे खांसी को कहा जाता है जिसके कारण गले और नाक के पिछले हिस्से में अत्यधिक बलगम बनने लगता है। जिससे हमें असहज महसूस करने लगते हैं उसे हम बलगम वाली खांसी कहते हैं।
सवाल : बलगम वाली खांसी होने पर क्या खाना चाहिए?
बलगम वाली खांसी होने पर ऐसे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन करने की कोशिश करनी चाहिए।जिनमें नींबू, अदरक और लहसुन हो,मसालेदार भोजन जिसमें कैप्साइसिन होता है।
जैसे लाल मिर्च या काली मिर्च। ये अस्थायी रूप से साइनस को साफ करने में मदद कर सकते हैं, जिससे बलगम का निर्माण कम हो जाता है।
सवाल : अत्यधिक बलगम बनने पर क्या करना चाहिए?
अत्याधिक बलगम बनने पर गर्म पानी में नमक डालकर गङारे करना चाहिए। विक्स को गर्म पानी में डालकर उसका भाप लेना चाहिए
तुलसी ,अदरक, काली मिर्च, लोंग इन सब चीजों को मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से भी बलगम कम होता है।
सवाल : बलगम वाली खांसी से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय क्या है?
वैसे तो बलगम वाली खांसी से छुटकारा पाने के लिए बहुत सारे घरेलू उपाय हैं लेकिन सबसे कारगर उपाय लहसुन का सेवन करना है
क्योंकि लहसुन में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस को मारने में मददगार होते हैं। इसी वजह से लहसुन का सेवन करने से बलगम से जल्द राहत मिल सकती है।
Disclaimer
Conclusion
इस लेख में आपने बलगम वाली खांसी के लिए सिरप के बारे में जाना आशा करते है | आप Balgam Wali khansi ke liye Syrup और दवाई जैसे महत्वपूर्ण विषय की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।
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और इस विषय संबंधित कोई भी सवाल आप के मन में होगा तो निचे कमेंट में बताये हम आप के कमेंट का जरूर जवाब देंगे | शुरू से अंत तक इस Article को Read करने के लिए आप सभी का तहेदिल से शुक्रिया…