CBC Test in Hindi | CBC Test Kya hota hai ?

CBC Test in Hindi  : ब्लड टेस्ट से आप सभी परिचित होंगे और आपने अपने जीवन में कभी ना कभी इस टेस्ट को तो जरूर कराया होगा।

अगर आपने यह टेस्ट कराए हैं परंतु आप यह नहीं जानते हैं कि यह टेस्ट क्यों कराया जाता है और यह टेस्ट कीस प्रकार से किया जाता है और इस टेस्ट के द्वारा कोई भी डॉक्टर हमारे शरीर में किस प्रकार की बीमारियों का पता लगाते हैं।

तो आज के इस लेख में हम इसी सीबीसी टेस्ट से जुड़ी वे सभी जानकारियां जानने वाले हैं जो शायद आपको जानना बेहद जरूरी है क्योंकि हो सकता है आने वाले समय में आपको भी यह CBC

टेस्ट कराने की जरूरत पड़ जाए।

आज के इस लेख में हम CBC Test के बारे में जो जो जानकारियां प्राप्त करने वाले हैं वह नीचे अनुक्रमांक मे दी गई हैं

अर्थात कि हम सभी इन्हीं तथ्यों पर बात करते हुए आप को संपूर्ण रूप से इस टेस्ट के बारे में अवगत कराएंगे और इससे जुड़े वे सभी तथ्य भी आपके साथ साझा करेंगे जो शायद आपके लिए फायदेमंद हो।

इन सभी तथ्यों और इन सभी पॉइंट्स के अलावा भी हम इससे जुड़ी अन्य सभी जानकारी अभी इस लेख में प्राप्त करेंगे। तो आइए शुरू करते हैं आज के हमारे इस ज्ञानवर्धक लेख को।

 

Complete Blood Count test in Hindi
CBC (Complete Blood Count) Test in Hindi

 

अनुक्रम

सीबीसी टेस्ट क्या होता है (What is CBC Test in Hindi)

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मानव शरीर में हर अंग का अपना एक महत्व है, उसी प्रकार से बात की जाए मानव रक्त की तो यह भी हमारे मानव शरीर का एक सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जा सकता है।

अब आप यह सोच रहे होंगे कि यह हमारे शरीर का अंग कैसे हुआ परंतु वैज्ञानिकों द्वारा हड्डियों और मांसपेशियों की भांति मानव रक्त को भी मानव शरीर का एक प्रमुख भाग माना गया है

और इसके बिना मानव शरीर की कल्पना कर पाना लगभग असंभव है परंतु कई बार कई वजह से मानव शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग अर्थात की मानव रक्त में कई प्रकार की समस्याएं आ जाती हैं और उन्हीं प्रकार की समस्याओं से निजात पाने के लिए CBC Test कराया जाता है।

सीबीसी टेस्ट मुख्यता मानव रक्त से जुड़ी एक जांच होती है जिसमें कि मानव रक्त के बारे में संपूर्ण रुप से उसकी जांच की जाती है

और यह बताया जाता है कि मानव रक्त में क्या किसी प्रकार की खराबी या किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है।

इस CBC Test में मुख्य रूप से मानव रक्त में मौजूद लाल रक्त कणिकाओं और सफेद रक्त कणिकाओं तथा प्लेटलेट्स की संख्या तथा उनके आकार के बारे में वह सभी जानकारियां एकत्रित की जाती है जो कि जानना जरूरी है।

और इन्हीं सब जानकारियों को एकत्रित करने के बाद डॉक्टर द्वारा इनकी जांच की जाती है अर्थात कि पता लगाया जाता है की क्या इनकी संख्या मानव शरीर में सामान्य संख्या से अधिक है या सामान्य संख्या से कम है।

अगर यह संख्या सामान्य संख्या से अधिक पाई जाती हैं तो भी इसका उपचार करना जरूरी है या फिर सामान्य संख्या से कम पाए जाने पर भी इस मानव रक्त का उपचार करना बेहद जरूरी हो जाता है।

तो हम यह तो समझ ही चुके होंगे कि CBC Test होता क्या है, अगर एक बार फिर से आसान भाषा में कहा जाए तो यह मानव शरीर के महत्वपूर्ण अंग, मानव रक्त की जांच करने का एक साधन है।

अगर आप यह नहीं जानते हैं कि लाल रक्त कणिकाएं और सफेद रक्त कणिकाएं तथा प्लेटलेट्स क्या होती है, तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दूं यह हमारे मानव रक्त के कॉम्पोनेंट्स है अर्थात कि इन सभी से मिलकर हमारा मानव रक्त बना हुआ है।

 

सीबीसी टेस्ट क्यों कराया जाता है  (Why CBC Test)

 इस टेस्ट को कराने के पीछे किसी भी डॉक्टर का यह मकसद होता है कि वह उस व्यक्ति के रक्त की संपूर्ण जांच कर पाए अर्थात कि यह पता लगा पाए की जो समस्या उस व्यक्ति के रक्त में आ रही हैं वह किस कारण से आ रही हैं। 

इसी सीबीसी टेस्ट के आधार पर किसी व्यक्ति में संक्रमण, एनीमिया या फिर प्रतिरक्षा प्रणाली से संबंधित बीमारी का पता लगाया जाता है और इसका उपचार किया जाता है।

 

CBC TEST IN HINDI

 

सीबीसी टेस्ट कराने के बाद रक्त में जिस प्रकार की समस्या आती है, उसी समस्या के अनुरूप डॉक्टर द्वारा उसका इलाज किया जाता है

अर्थात की संक्षेप में हम यह कह सकते हैं कि सीबीसी टेस्ट के आधार पर मानव के रक्त में किस प्रकार की बीमारी है, इसका पता बेहद ही आसानी से लगाया जा सकता है और डॉक्टर द्वारा भी इसका इलाज उतनी ही आसानी से किया जा सकता है।

 

सीबीसी टेस्ट (CBC Test) की शुरुआत कहां से हुई थी

यदि रक्त से संबंधित इस सीबीसी टेस्ट की बात की जाए तो इसकी शुरुआत सर्वप्रथम अमेरिका के लॉस एंजलिस में की गई थी और इसकी शुरुआत वहां के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में की गई थी।

इसी क्रांति के बाद यह धीरे-धीरे सभी देशों में फैलता गया क्योंकि इस टेस्ट के द्वारा मानव रक्त की जांच आसानी से की जा सकती थी और उसका इलाज उतनी ही आसानी से किया जा सकता था।

 

सीबीसी टेस्ट में शरीर के किस अंग की जांच की जाती है

सीबीसी टेस्ट में मुख्यता किसी भी शरीर के अंग की जांच तो नहीं की जाती है परंतु मानव शरीर के एक महत्वपूर्ण अंग अर्थात की मानव रक्त की जांच की जाती हैं और यह पता लगाया जाता है कि क्या उसमें किसी प्रकार की खराबी या संक्रमण तो नहीं।

इस सीबीसी टेस्ट में मानव रक्त का परीक्षण करने के लिए सामान्यता एक कांच की परखनली में मानव रक्त लिया जाता है और उसका परीक्षण किया जाता है और इसी संपूर्ण प्रक्रिया को C.B.C Test नाम दिया गया है।

 

क्या सीबीसी टेस्ट कराना हमारे शरीर के लिए हानिकारक है

आप कई लोगों से सुनते होंगे कि वह अपने रक्त की जांच कराना पसंद नहीं करते हैं और वे यह सोचते हैं कि इससे उन्हें ज्यादा संक्रमण होने की संभावना है परंतु यह पूर्णता गलत और ना समझा पूर्ण कदम है।

सीबीसी टेस्ट के द्वारा हमें किसी प्रकार की हानि नहीं होती हैं और ना ही हमारे रक्त में संक्रमण की कोई संभावना होती हैं बल्कि यह टेस्ट तो इसलिए किया जाता है ताकि हमारे मानव रक्त में कोई संक्रमण है या नहीं इसकी जांच की जा सके।

इस टेस्ट में केवल कुछ मात्रा में मानव रक्त लिया जाता है और उसे मशीनों की सहायता से जांचा जाता है और यह पता लगाया जाता है की वास्तविकता में मानव के रक्त में किस प्रकार की समस्या विद्यमान है।

अतः सीबीसी टेस्ट हमारे शरीर के लिए किसी भी प्रकार से हानिकारक नहीं है और ना ही इससे किसी प्रकार का संक्रमण हमारे खून में होता है

 

सीबीसी टेस्ट कराने के क्या फायदे हैं (Benefits of CBC test in Hindi)

सीबीसी टेस्ट कराने के हजारों फायदे हैं और जो सबसे सामान्य फायदा है वह यह है कि इससे मानव रक्त में मौजूद उन सभी संक्रमण और उन सभी बीमारियों को जांचा जा सकता है जो कि सामान्य जांच के द्वारा डॉक्टर की पकड़ में नहीं आती हैं अर्थात कि इससे मानव शरीर के रक्त की संपूर्ण जांच मात्र कुछ घंटों में हो जाती हैं।

इसके अलावा भी ऐसे कई फायदे हैं जो सीबीसी टेस्ट कराने पर आपको प्राप्त होंगे और वे अधोलिखित हैं।

1) सीबीसी टेस्ट के द्वारा हम हमारे शरीर में मौजूद किसी संक्रामक बीमारी का पता लगा सकते हैं

क्योंकि जो भी वायरस या बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश करता है, वह हमारे पूरे संपूर्ण शरीर में केवल एक ही माध्यम से प्रवेश कर पाता है अर्थात कि फैल पाता है और वह है मानव रक्त अर्थात की रक्त से मदद से वह वायरस हमारे पूरे शरीर में फैल सकता है।

परंतु टेस्ट की मदद से हम उस संक्रामक बीमारी का पता उसके संक्रमण फैलने से पहले ही लगा सकते हैं इसलिए इस सीबीसी टेस्ट का यह सबसे बड़ा फायदा माना जा सकता है।


2) इस टेस्ट के द्वारा हमारे मानव रक्त के महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट्स जैसे एराथ्रोसाइट,लिंफोसाइट, मोनोसाइट और प्लेटलेट्स के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं और समय रहते हैं उनका इलाज भी किया जा सकता है।

आपकी जानकारी के लिए मैं आपको यह भी बता दूं कि एराथ्रोसाइट्स और लिंफोसाइट्स तथा मोनोसाइट्स प्लेटलेट्स के ही अंगों के रूप में जाने जाते हैं और इनके मानव रक्त में अलग-अलग कार्य भी होते हैं।


3) यह टेस्ट कराने का जो सबसे बड़ा फायदा है वह है कि इससे आपके मानव रक्त में मौजूद प्लेटलेट्स की संख्या की जांच होती हैं अर्थात कि यह पता लगाया जाता है कि क्या मानव रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या ज्यादा है या फिर इन में प्लेटलेट्स की संख्या हम हैं।

अगर इनकी संख्या मानव रक्त में सामान्य संख्या से बहुत ज्यादा कम है तो इससे ब्लीडिंग की समस्या हो सकती हैं

अर्थात की बहुत ज्यादा रक्त बहाव हो सकता है और अगर इन प्लेटलेट्स की संख्या मानव रक्त में सामान्य संख्या से अधिक हैं तो हमारे रक्त में खून के थक्के जमने की समस्या भी हो सकती हैं जो कि सबसे ज्यादा घातक होती हैं।

आपने सुना होगा कि जब हमें मलेरिया या डेंगू की बीमारी होती है तो उस समय इन प्लेटलेट्स की संख्या बहुत ज्यादा कम हो जाती हैं तथा साथ ही सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या भी रक्त में कम हो जाती हैं, इस कारण से यह सीबीसी टेस्ट करवाना बहुत ज्यादा आवश्यक हो जाता है।


4) सीबीसी टेस्ट के द्वारा सफेद रक्त कणिकाओं और लाल रक्त कणिकाओं की संख्या का भी पता लगाया जाता है और इसके द्वारा इनका इलाज भी किया जाता है।

अगर हमारे रक्त में सफेद रक्त कणिकाओं की बहुत ज्यादा कमी है अर्थात की रक्त में सामान्य संख्या से कम सफेद रक्त कणिकाएं होने पर हमें किसी भी प्रकार के संक्रामक रोग होने की संभावना सबसे ज्यादा होती हैं

क्योंकि इन सफेद रक्त कणिकाओं को फाइटिंग सेल्स कहा जाता है जो कि संक्रामक रोगों से लड़ने में हमारी सहायता करती हैं और हमारे रक्त को और हमारे शरीर को इन संक्रामक रोगों से बचाए रखती हैं।


5) CBC T

est के द्वारा हम हमारे रक्त में उपस्थित हीमोग्लोबिन की भी जांच कर सकते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं की हिमोग्लोबिन एक वर्णक है जो हमारे रक्त को लाल रंग प्रदान करता है तथा इसके बिना मानव रक्त का रंग केवल सफेद दिखाई देता है।

जो कि प्लाज्मा की वजह से होता है क्योंकि मानव शरीर में मानव शरीर के रक्त में लगभग 70% तक प्लाज्मा होता है।

अगर हीमोग्लोबिन की संख्या मानव रक्त में बहुत ज्यादा हो या बहुत ज्यादा कम हो तो भी इसका पता इस सीबीसी टेस्ट के द्वारा लगाया जा सकता है।

हिमोग्लोबिन के द्वारा मानव रक्त के गाढ़े पन का पता चलता है तथा इससे रक्त से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं का भी पता चलता है। तो इस प्रकार से सीबीसी टेस्ट कराने के बहुत सारे फायदे हैं जो आपने यहां पर पढ़ लिए होंगे।

 

सीबीसी टेस्ट को किस प्रकार की मशीन द्वारा किया जाता है

आमतौर पर CBC TEST को फाइव पार्ट डिफरेंशियल मशीन द्वारा किया जाता है परंतु कहीं कहीं पर थ्री डिफरेंशियल मशीन द्वारा भी सीबीसी टेस्ट किया जाता है।

सीबीसी टेस्ट के लिए सामान्यता मानव के रक्त का एक सैंपल लिया जाता है और इसे कांच की परखनली में डालकर इस विशेष प्रकार की मशीन द्वारा यह देखा जाता है कि उस मानव रक्त में सेल्स की संख्या और आकार किस प्रकार से व्यवस्थित हैं।

 

सी बी सी की फुल फॉर्म क्या होती है (CBC Test Full form in Hindi)

आप सभी पाठकगण सोच रहे होंगे कि हम सभी इतनी देर से सीबीसी टेस्ट की बात कर रहे हैं परंतु इस CBC का मतलब क्या होता है।

तो CBC Full form ( Complete Blood Count) होता है। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है कंपलीट ब्लड काउंट अर्थात कि इसमें मानव रक्त की संपूर्ण जांच की जाती हैं

और साथ ही मानव रक्त के कॉम्पोनेंट्स जैसे कि सफेद रक्त कणिकाएं या लाल रक्त कणिकाओं की संख्या तथा उनके आकार की जांच भी की जाती है और यह पता लगाया जाता है कि वास्तविकता में उस मानव रक्त में किस प्रकार की समस्याएं या रोग विद्यमान हैं।

 

सीबीसी टेस्ट (CBC Test) में Normal Range कितनी होनी चाहिए

यहां पर सीबीसी टेस्ट में नार्मल रेंज से तात्पर्य है कि मानव रक्त के महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट्स अर्थात की सफेद रक्त कणिकाओं यानी कि WBC तथा लाल रक्त कणिकाओं यानी कि आरबीसी की सामान्य संख्या से हैं।

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि इस सीबीसी टेस्ट का उद्देश्य भी यही है कि मानव रक्त में उपस्थित कॉम्पोनेंट की संख्या और उनका आकार सामान्य संख्या जितना ही हो।

यदि बात की जाए लाल रक्त कणिकाओं की जिन को RBC भी कहा जाता है, उनका पुरुषों में काउंटिंग 4.7 से लेकर 6.1 तक होनी चाहिए। अगर बात की जाए महिलाओं की तो उनमें यह संख्या 4.2 से लेकर से लेकर 5.4 तक होनी चाहिए।


यदि बात की जाए सफेद रक्त कणिकाओं की जिनको WBC भी कहा जाता है, इनका सामान्य स्तर 4500 से लेकर 11000 तक होना चाहिए


यदि बात की जाए प्लेटलेट्स की तो इनकी संख्या एक स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में सामान्यता 140,000 से लेकर 450,000 के बीच में होनी चाहिए।


इस प्रकार से हम कह सकते हैं कि सीबीसी टेस्ट की नार्मल रेंज इन्हीं सब आंकड़ों के बीच में होनी चाहिए।

अगर आपके रक्त के कॉम्पोनेंट्स के आंकड़े इससे अधिक या इससे कम है तो आपको भी जल्दी सीबीसी टेस्ट करा लेना चाहिए और अपना इलाज शुरू कर देना चाहिए।

 

सीबीसी टेस्ट की रिपोर्ट को कैसे पढ़ें (CBC Test ki Report kaise padhe)

अगर आपने कभी सीबीसी टेस्ट कराया है या किसी की सीबीसी टेस्ट की रिपोर्ट को पढ़ा है तो आपने देखा होगा कि उसमें हमारे मानव रक्त के सभी कॉम्पोनेंट्स की मात्राएं दी हुई होती हैं

और साथ ही यह भी दिया हुआ होता है कि मानव रक्त में इनकी सामान्य संख्या कितनी होनी चाहिए।

अब आपको इसकी रिपोर्ट को पढ़ने के लिए ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है, सबसे पहले आपको यह देखना है कि मानव रक्त में इन सभी कॉम्पोनेंट्स की सामान्य संख्या कितनी होनी चाहिए

और उसके बाद आपको इसका मिलान अपनी सीबीसी टेस्ट की रिपोर्ट से कर लेना है, अगर इनकी संख्या इस सामान्य संख्या से ज्यादा या कम आती हैं तो आपको जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से इलाज शुरू कराना चाहिए।

उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि आपके शरीर के रक्त में सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या तो होनी चाहिए परंतु सीबीसी टेस्ट में यह देखा जाता है कि इनकी संख्या 138 हैं या फिर इनकी संख्या 100 से कम है।

तो इस प्रकार से आप बेहद ही आसानी से अपनी या और किसी की सीबीसी टेस्ट की रिपोर्ट को समझ सकते हैं।

 

सीबीसी टेस्ट को कराने में कितने रुपए का खर्चा आता है

अब अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि मैं भी अपना सीबीसी टेस्ट करा लूं परंतु आप यह नहीं जानते कि इसको कराने में कितने रुपए का खर्च आता है तो कोई बात नहीं।

अब हम आपको एक सबसे महत्वपूर्ण बात बताने वाले हैं कि आमतौर पर सीबीसी टेस्ट को कराने में कितने रुपए का खर्च आता है।

सीबीसी टेस्ट को कराने का सामान्य खर्च मात्र 600 से ₹1000 के बीच आता है और सरकारी अस्पतालों में इस सीबीसी टेस्ट के लिए किसी भी प्रकार की फीस का भुगतान नहीं करना होता है क्योंकि सरकारी अस्पतालों में यह निशुल्क की जाती हैं।

इस टेस्ट को कराने का खर्च अलग-अलग स्थानों पर अलग अलग हो सकता है परंतु ऊपर लिखित रेंज के बीच ही आपको यह टेस्ट कराना चाहिए जो कि सही भी है।

 

सीबीसी टेस्ट को कहां पर कराया जा सकता है

सीबीसी टेस्ट को किसी भी प्राइवेट या सरकारी अस्पताल लैब में कराया जा सकता है। इस सीबीसी टेस्ट को कराने के लिए मात्र आपको अपने रक्त का एक सैंपल देना पड़ता है

और कुछ ही घंटों बाद आपको इसकी रिपोर्ट प्राप्त हो जाती हैं, जिसकी मदद से आप यह जान पाते हैं कि आपके रक्त में किस प्रकार की समस्याए विद्यमान है और आप इन समस्याओं के आधार पर किसी अच्छे डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं।

 

FAQ : CBC Test in Hindi Meaning

सवाल : CBC की Full Form क्या होती है

सी बी सी की फुल फॉर्म कंपलीट ब्लड काउंट है

सवाल : सीबीसी टेस्ट (CBC Test) में मानव शरीर के किस भाग की जांच की जाती है।

इस टेस्ट में मुख्यता मानव रक्त की जांच की जाती है

सवाल : सीबीसी टेस्ट को कराने का सामान्यता क्या खर्च है

इस टेस्ट को किसी भी प्राइवेट या सरकारी हॉस्पिटल की लैब से मात्र 600 से 1000 के खर्च पर कराया जा सकता है।

सवाल : सीबीसी टेस्ट के द्वारा मानव शरीर की कौन-कौन सी बीमारियों का पता लगाया जा सकता है।

इस टेस्ट के द्वारा एनीमिया जैसी संक्रामक बीमारी का पता लगाया जा सकता है और इसके अलावा उन सभी संक्रामक बीमारियों का भी पता लगाया जा सकता है जो कि मानव रक्त के द्वारा संपूर्ण शरीर में फैलती हैं।

सवाल : सीबीसी टेस्ट को सबसे पहले कहां पर किया गया था।

यह सबसे पहले अमेरिका के लॉस एंजेलिस के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में किया गया था।

Disclaimer

इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न विशेषज्ञों के अध्ययन और राय के साथ-साथ आम आदमी के स्वास्थ्य पर आधारित है। इस जानकारी को देने का उद्देश्य विषय से परिचित होना है। पाठकों को अपने स्वास्थ्य के आधार पर कोई भी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

 


Conclusion

इस लेख में आपने CBC Test in Hindi के बारे में जाना आशा करते है | आप CBC Test Kya hota hai ? जैसे महत्वपूर्ण विषय की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।

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