आज के मुख्य सवाल के बारे में जानकारियां इकट्ठी करने से पहले हम आपको डीएनए (DNA) होता क्या है इसके बारे में भी कुछ जानकारियां देना चाहेंगे जिससे आपको हमारा आज का सवाल DNA kriyatmak khand kaun sa hai अच्छे से समझ में आ जाये
जीवित कोशिकाओं के गुणसूत्रों में पाए जाने वाले तंतुनुमा अणु को ही हम डीएनए (DNA) कहते हैं यदि डीएनए की संरचना आप देखेंगे तो यह एक घुमावदार सीढ़ी के जैसी होती है डीएनए को डी-ऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल कहा जाता है
डीएनए का एक अणु चार अलग-अलग वस्तुओं से बना होता है जिन्हें न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है
हर न्यूक्लियोटाइड एक नाइट्रोजन से युक्त वस्तु है इन हाइड्रोजन से युक्त चार न्यूक्लियोटाइडोन को एडेनिन, ग्वानिन, थाइमिन और साइटोसिन कहा जाता है
डिऑक्सीराइबोस नाम का एक शक्कर पाया जाता है जो कि इन न्यूक्लियोटाइडों से युक्त होता है
इन न्यूक्लियोटाइडों को आपस में एक फॉस्फेट की अणु जोड़ती है न्यूक्लियोटाइडों के सम्बन्ध के अनुसार एक कोशिका के लिए आवश्यक प्रोटीनों का निर्माण होता है इसलिए डीएनए हर एक जीवित कोशिका के लिए अनिवार्य है
डीएनए आमतौर पर क्रोमोसोम के रूप में पाया जाता है एक कोशिका में गुणसूत्रों के सेट अपने जीनोम का निर्माण करते है मानव जीनोम 46 गुणसूत्रों की व्यवस्था में डीएनए के लगभग 3 अरब आधार जोड़े हैं
डीएनए की खोज सन 1869 में फ्रेडरिक मिशर द्वारा की गयी थी यह मुख्य रूप से नाभिक (Nucleus), माइटोकॉण्ड्रिया (Mitochondria) और क्लोरोप्लास्ट (Chloroplast) में पाया जाता है
सभी जीवों के विकास, प्रजनन, कामकाज और अनुवांशिक गुणों को अगली पीढ़ी में स्थानांतरित करने के लिए डीएनए जिम्मेदार होता है
डीएनए के बारे में आवश्यक जानकारियां प्राप्त करने के बाद अब हम देखेंगे DNA kriyatmak khand kaun sa hai तथा उस खंड को क्या कहते हैं इन सबके बारे में आगे विस्तार से हम सारी जानकारियां प्राप्त करेंगे

अनुक्रम
DNA Kriyatmak khand kaun sa Hai | डीएनए का क्रियात्मक खंड कौन सा है
जीन को डीएनए (DNA) का क्रियात्मक खंड कहा जाता है क्योंकि ये एमआरएनए (RMNA) का उत्पादन करने में सक्षम होते हैं
जीन डीएनए का एक खंड होता है जो माता-पिता से संतानों तक सारी जानकारी पहुंचाता है और संतानों में अनुवांशिकता के लक्षणों को भी निर्धारित करता है मानव शरीर की व्यक्तिगत कोशिका में 30000 से अधिक जीन पाए जाते हैं
लगभग 2500 साल पहले, सुकरात चाहते थे कि हम लोग पहले खुद को समझने की कोशिश करें उनकी यह इच्छा पूरी होने की संभावना उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य में बहुत समय बाद उठी, जब ग्रेगर मेंडल द्वारा ऑस्ट्रिया के एक ईसाई मठ में यह पता लगाने के लिए एक सर्वे करना शुरू किया गया कि एक प्राणी ऐसा क्यों होता है
मेंडल एक पादरी थे उनका जन्म 1822 में हुआ था, उन्होंने वियना विश्वविद्यालय में विज्ञान का अध्ययन किया था 1843 में, उन्होंने ईसाई मठ की बाग़डोर संभाली इस दौरान यूरोप के धार्मिक संस्थान भी इस शोध में शामिल थे
मेंडल ने भी अनुसंधान के माध्यम से अपनी जिम्मेदारियों से दूर अपने समय का उपयोग करने का फैसला लिया इसके लिए उन्होंने अपने मठ के ही बगीचे में सुगंधित मटर उगाना शुरू कर दिया उन्होंने आठ सालों तक मटर की विभिन्न विशेषताओं के प्रसार पर नज़र बनाये रखी इस दौरान उन्होंने 30 हजार पौधे भी लगाए
उन्होंने उनमें लक्षणों के प्रसार के आधार पर वंशानुक्रम के नियमों का निर्माण किया तब से इन नियमों का पालन हर पौधा तथा हर प्राणी कर रहा है
इसके अलावा हम खुद भी इस नियम का पालन कर रहे हैं उसी समय, मेंडल ने अनजाने में एक जीन की भी खोज की थी
उन्होंने इस ठोस विरासत इकाई के लिए “कारक” शब्द का प्रयोग किया, जिसके लिए डेनिश वैज्ञानिक जोहानसन ने 1909 में जीन नाम का प्रस्ताव रखा था जोहानसन द्वारा दिया गया यह नाम आज लोकप्रिय है
जैसा कि हमारा सवाल है कि DNA kriyatmak khand kaun sa hai तो इसके कार्यात्मक खंड को जीन कहा जाता है इसके बारे में और जानकारियां हमारे द्वारा आपको आगे दी जाएंगी उन्हें भी अवश्य पढ़े
तो चलिए आगे विस्तार पूर्वक पढ़ते हैं कि डीएनए के क्रियात्मक खंड को क्या कहते हैं
डीएनए के क्रियात्मक खंड को क्या कहते हैं – DNA ke kriyatmak khand ko kya kahte hain
जीवित कोशिकाओं के गुणसूत्रों में पाए जाने वाले रेशेदार अणु को डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड या डीएनए को कहा जाता है
इसमें एक आनुवंशिक कोड होता है जैसा कि आपने ऊपर भी पढ़ा है कि अणु की संरचना घुमावदार सीढ़ी की तरह होती है
डीएनए के एक अणु चार अलग-अलग घटकों से बने होते हैं जिन्हें हम न्यूक्लियोटाइड भी कहते हैं तो आईये अब देखते हैं कि डीएनए के क्रियात्मक खंड को क्या कहते हैं
तो हमारे इस सवाल का जवाब यह है कि डीएनए के क्रियात्मक खंड को जीन कहते हैं
जीन को आनुवंशिकता की मूल भौतिक इकाई माना जाता है यानी इसमें हमें अपनी आनुवंशिक विशेषताओं के बारे में जानकारी प्राप्त होती है जैसे कि हमारे बालों का रंग क्या होगा, आंखों का रंग क्या होगा या हमें कौन-कौन से रोग हो सकते हैं और यह सारी जानकारी कोशिकाओं के केंद्र में मौजूद तत्व में इकट्ठी रहती है, इसे ही हम डीएनए कहते हैं
जब किसी जीन के डीएनए (DNA) में स्थायी परिवर्तन होता है तो उसे उत्परिवर्तन कहते हैं यह परिवर्तन कोशिका विभाजन में दोष, पराबैंगनी विकिरण, या रासायनिक पदार्थों या किसी वायरस के कारण भी हो सकता है तो अब आपको पता चल गया होगा कि डीएनए के क्रियात्मक खंड को क्या कहते हैं अब हम आगे पढेंगे कि डीएनए क्या होता है
डीएनए क्या होता है – DNA kya hota hai
डीएनए या डी-ऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल (Deoxyribonucleic Acid) एक अनुवांशिक पदार्थ होता है जो कि सभी जीवों तथा इंसानों में पाया जाता है
अधिकतर एक व्यक्ति की प्रत्येक कोशिका जिसे हम Cell भी कहते हैं में एक ही तरह का DNA पाया जाता है जैसा कि आपको पता चल ही गया होगा कि अधिकतर DNA कोशिका केन्द्रक में ही पाए जाते हैं
इन्हें नाभिकीय DNA कहा जाता है लेकिन DNA कुछ मात्रा में माइटोकांड्रिया में भी पाए जाते हैं जिसे Mitochondrial DNA कहते हैं
माइटोकांड्रिया कोशिकाओं में मौजूद स्ट्रक्चर होते हैं जो भोजन से मिलने वाली ऊर्जा को उस रूप में बदल देते हैं जिसे कोशिकाओं के लिए भी इस्तेमाल किया जा सके
DNA के अंदर जानकारियां एक कोड के रूप में सुरक्षित रहती हैं जो चार केमिकल बेसेस पर बना होता है एडेनिन (A), ग्वानिन (G), थाइमिन (T) और साइटोसिन (C) इंसानी DNA में लगभग 3 Billion (300 करोड़) बेसेस पाए जाते हैं
और इन बेसेस में से 99 प्रतिशत से ज्यादा बेसेस सभी लोगों में एक जैसे होते हैं इन बेसेस का आर्डर एक जीव को बनाने और रखरखाव के लिए उपलब्ध जानकारी को निर्धारित करता है
DNA बेसेस एक यूनिट बनाने के लिए एक दूसरे के साथ एक जोड़ा (Pair) तैयार करते हैं जिन्हें बेस पेयर्स (Base Pairs) कहा जाता है A, T के साथ पेअर बनाता है और C, G के साथ पेअर बनाता है प्रत्येक बेस एक सुगर मॉलिक्यूल और एक फॉस्फेट मॉलिक्यूल से जुड़ा होता है
जब एक बेस, सुगर और फॉस्फेट मिलते हैं तो इसे एक न्यूक्लियोटाइड कहा जाता है
न्यूक्लियोटाइडस दो लंबे Strands में व्यवस्थित होते हैं जो एक Spiral बनाते हैं
जिसे दोहरी कुंडली (Double Helix) कहा जाता है दिखने में दोहरी कुंडली का स्ट्रक्चर एक घुमावदार सीढ़ी की तरह होता है, जो बेस पेयर्स के साथ सीढ़ी का डंडा बनाता है और सुगर और फॉस्फेट मॉलिक्यूल सीढ़ी के वर्टीकल साइड पीस (Vertical Side Piece) बनाते हैं
डीएनए (DNA) की सबसे खास बात यह होती है कि यह खुद को दोहराता है यानी खुद की कॉपी तैयार करता है DNA का प्रत्येक Strand दोहरी कुंडली में Bases Sequence के Duplicating के लिए काम कर सकता है
कोशिकाओं के विभाजन के समय यह कार्य काफी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि प्रत्येक नई कोशिका को पुरानी कोशिका में मौजूद डीएनए की एक कॉपी प्रतिलिपि की आवश्यकता होती है
डीएनए के बारे में इतनी सारी जानकारियां प्राप्त करने के बाद यदि हम आपसे पूछे कि DNA Kriyatmak khand kaun sa hai तो हमें भरोसा है कि आप अब इस सवाल का जवाब आसानी से दे पाएँगे तो आईये आगे डीएनए के बारे में कुछ और भी जानकारियां प्राप्त करें
डीएनए के कार्य – DNA ke karya
DNA में किसी जीव के बढ़ने, जीने और प्रजनन के लिए जो भी आवश्यक निर्देश होते हैं वो सभी मौजूद रहते हैं इन सभी कार्यों को करने के लिए DNA Sequences को उस संदेश में बदल दिया जाता है
जिसका इस्तेमाल प्रोटीन बनाने के लिए किया जा सकता है, ये जटिल मॉलिक्यूल होते हैं जो कि अधिकांश कार्यों को पूरा करते हैं
प्रत्येक डीएनए सीक्वेंस जिसमें प्रोटीन बनाने के लिए निर्देश मौजूद रहते हैं उन्हें जीन (Gene) कहा जाता है
इंसानों में जीन का आकार 1000 बेसेस से 1 Million बेसेस तक का हो सकता है जीन DNA सीक्वेंस के केवल 1 प्रतिशत भाग से बनते हैं इस 1 प्रतिशत से बाहर DNA सीक्वेंस कब, कैसे और कितना प्रोटीन बनाता है इसे नियंत्रित करता है
प्रोटीन बनाने के लिए एक टू स्टेप प्रोसेस के तहत DNA के निर्देशों का इस्तेमाल किया जाता है सबसे पहले Enzymes एक डीएनए मॉलिक्यूल में मौजूद जानकारी को पढ़ते हैं
और इसे एक इंटरमेडियेट्री मॉलिक्यूल (Intermediary Molecule) में दर्ज करते हैं जिसे Messenger Ribonucleic acid या mRNA कहा जाता है.
अब mRNA मॉलिक्यूल में मौजूद जानकारी को अमीनो अम्ल के भाषा में ट्रांसलेट किया जाता है जो कि प्रोटीन में बिल्डिंग ब्लॉक्स (Building Blocks) होते हैं
यह भाषा कोशिका की प्रोटीन बनाने वाली मशीनरी के सटीक क्रम को बताती है जिसमें अमीनो अम्ल को एक विशिष्ट प्रोटीन का उत्पादन करने के लिए जोड़ा जाता है
यह एक मेजर टास्क होता है क्योंकि यहां 20 तरह के अमीनो अम्ल होते हैं जिन्हें एक प्रोटीन की व्यापक वैरायटी उत्पन्न करने के लिए कई अलग-अलग ऑर्डर्स में रखा जाता है
ये तो थे डीएनए के कार्य, इसके अलावा हमने देखा कि डीएनए क्या होता है तथा डीएनए के क्रियात्मक खंड को क्या कहते हैं तथा अब हम अंत में देखेंगे कि डीएनए के क्या फायदे होते हैं
डीएनए के फायदे – DNA ke fayde
डीएनए के कुछ फायदे हमारे द्वारा निम्न दिए गए हैं तो यदि आप डीएनए के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके फायदों को भी अवश्य पढ़ें
- जैसा कि आपने सुना ही होगा कि डीएनए के माध्यम से किसी भी व्यक्ति की पहचान की जा सकती है, इसके अलावा डीएनए के माध्यम से यह भी पता लगाया जा सकता है, कि किसी भी व्यक्ति की उम्र क्या है
- हमें खुदाई के दौरान प्राप्त हुए अवशेषों के डीएनए के माध्यम से ही यह पता चल पाता है, कि यह अवशेष कितने वर्ष पुराने हैं
- डीएनए के माध्यम से किसी भी व्यक्ति के असली माता पिता का भी पता लगाया जा सकता है, इसके अलावा आप किसी भी माता-पिता के असली बच्चे के बारे में डीएनए के माध्यम से आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
- डीएनए का इस्तेमाल कई प्रकार के वाद-विवाद के क्षेत्रों के अंतर्गत भी किया जाता है, कई ऐसे मामले होते हैं जिसके अंतर्गत यह पहचानने की जरूरत होती है कि किसी व्यक्ति के माता पिता कौन है, या फिर किसी भी माता-पिता का बच्चा कौन है, तो इसकी जानकारी डीएनए के माध्यम से लगाई जाती है
अब तक के अपने आर्टिकल में हमने बहुत सी आवश्यक जानकारियां प्राप्त की जैसे कि डीएनए के कार्य तथा डीएनए के क्रियात्मक खंड को क्या कहते हैं
इसके अलावा हमने DNA kriyatmak khand kaun sa hai, डीएनए के फायदे तथा डीएनए होता क्या है इन सबके बारे में हमने सारी जानकारियां अपने इस आर्टिकल की मदद से विस्तार पूर्वक हासिल की
FAQ’s – DNA kriyatmak khand kaun sa hai
सवाल : डीएनए किससे बनता है?
डीएनए न्यूक्लियोटाइड नामक रासायनिक बिल्डिंग ब्लॉक्स से बना होता है ये बिल्डिंग ब्लॉक तीन भागों से बने होते हैं एक फॉस्फेट समूह, एक चीनी समूह और चार प्रकार के नाइट्रोजन बेस में से एक, डीएनए के एक किनारे को बनाने के लिए, न्यूक्लियोटाइड्स को जंजीरों में जोड़ा जाता है, जिसमें फॉस्फेट और चीनी समूह बारी-बारी से पाए जाते हैं
सवाल : डीएनए के क्रियात्मक खंड को क्या कहते हैं?
जीन को डीएनए का क्रियात्मक खंड कहते हैं यह किसी भी डीएनए के अंतर्गत अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और जीन अनुवांशिकता की एक मूल भौतिकी का ही होता है
सवाल : DNA कहाँ स्थित है?
अधिकांश डीएनए सेल न्यूक्लियस (Cell Nucleus) जहां इसे न्यूक्लियर डीएनए कहा जाता है में स्थित होता है, लेकिन डीएनए की थोड़ी मात्रा माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria) में भी पाई जा सकती है
सवाल : डीएनए के 4 प्रकार क्या हैं?
डीएनए में चार न्यूक्लियोटाइड या आधार होते हैं जो कि एडेनिन (A), साइटोसिन (C), गुआनिन (G), और थाइमिन (T) होते हैं
सवाल : कौन DNA के संरचनात्मक रूप हैं?
न्यूक्लियोटाइड, यह न्यूक्लिक अम्ल की बुनियादी संरचनात्मक इकाई होती है न्यूक्लियोटाइड एक न्यूक्लियोसाइड और एक फॉस्फेट समूह से मिलकर बने हुए अणु होते हैं वे डीएनए और आरएनए के बुनियादी निर्माण खंड हैं
Conclusion
आईये देखते हैं कि आज हमें इस आर्टिकल की मदद से क्या-क्या जानकारी प्राप्त हुई है तो आज हमने देखा कि DNA kriyatmak khand kaun sa hai, डीएनए किसे कहते हैं, इसके कार्य क्या होते हैं तथा इसके क्या-क्या फायदे होते हैं इन सबके बारे में आज हमने पढ़ा
इसके अलावा हमने डीएनए के क्रियात्मक खंड को क्या कहते हैं के बारे में विस्तार से आपको महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की, हमें उम्मीद है कि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया होगा, इसके साथ ही यदि आपको हमारे आर्टिकल से जुड़ी कोई भी समस्या या सुझाव हो तो Comment Box में ज़रूर बताएं, हमें अपना कीमती समय देने के लिए आपका धन्यवाद