हार्ट अटैक कितनी बार आता है : आजकल जहां भी देखो बहुत से लोग दिल से जुडी बीमारियां से परेशान हैं। बहुत सी बीमारियों से मौत होने वाले लोगो में दिल से जुडी हुई समस्याओं का पता चलता है।
इस साल हमें हार्ट अटैक से अचानक डेथ के बहुत से मामले न्यूज में सुनने को मिले, कितने ही लोगो को चलते या नचते हुए हार्ट अटैक आया और उनकी डेथ हो गई|
यह खतरा अब भी खत्म नहीं हुआ है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार वर्ष 2023 में लोगो को इन हार्ट अटैक की समस्याओं से अलर्ट रहने की चेतावनी दी गई है।
दिल को हमारी बॉडी का सबसे महत्वपूर्ण पार्ट में से एक माना जाता है। आपके दिल का स्वस्थ रहना ही आपकी बॉडी के स्वस्थ रहने का कारण है।
अगर आपके हृदय में कोई भी समस्या होने लगती है तो आपको कई परेशानियां का सामने करना पड़ता है।
ये हार्ट अटैक की प्रॉब्लम डायरेक्ट शुरू नहीं होती है इसके पहले आपको ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर या कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने जैसी परेशानियां होने लगती हैं।
जैसे-जैसे आपको ये स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं उसके साथ-साथ हर्ट अटैक के खतरे बढ़ने लगते हैं।
जब आपको ये दिल से जुड़ी बीमारी होती है तो हर्ट अटैक के लक्षण दिखने लगते हैं। रिसर्च से पता चलता है कि कुछ लोगों को एक या दो बार हर्ट अटैक आ सकता है।
लेकिन बहुत से लोगों को इस बात का पता नहीं है कि एक इंसान को कितने बार हार्ट अटैक आ सकता है।

अनुक्रम
हार्ट अटैक क्या होता है ? – Heart attack kya Hota Hai?
हार्ट अटैक कितनी बार आता है? ये जानने से पहले हार्ट अटैक क्या होता है, हम इसके बारे में जान लेते हैं।
तो हम आपको बताते हैं कि हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा तब आता है जब हमारे ह्रदय में रक्त प्रवाह ब्लॉक या कम हो जाता है, यानि की जब हमें हार्ट ब्लॉकेज हो जाती है।
हमारी कोरोनरी धमनियों में फैट और कोलेस्ट्रॉल जामने या बढ़ने की वजह से ब्लड फ्लो में रुकावट आ जाती है। ऐसे में हार्ट अटैक मौत का कारण भी बन सकता है।
अगर आपको हार्ट अटैक के कोई भी लक्षण महसूस होते हैं तो उससे बिलकुल भी नजर अंदाज न करें।
कभी – कभी दिल का दौरा पड़ने पर जरूरी नहीं कि आपको दिल में ही दर्द होगा, आपको कहीं और दर्द हो सकता है। इसे सैलेंट हर्ट अटैक कहा जाता है।
जिसका मतलब यह है कि आपको पता ही नहीं चलेगा कि आपको हर्ट अटैक आ रहा है। ऐसे में आपको इसके संकेत पहचानना अनिवार्य हो जाता है।
हार्ट अटैक आने के करण – Cause of Heart Attack in Hindi
हार्ट अटैक का मुख्य कारण कोरोनरी डिजीज (Coronary artery disease) है।
धमानी में जटिल एंथन या अचानक एंथन (संकुचन) के कारण दिल की नासो में ब्लॉकेज हो सकती है और इसकी वजाह से हर्ट अटैक आ सकता है, लेकिन बहुत कम केस में हार्ट अटैक से मौत होती है।
- डायबिटीज
हार्ट अटैक से जुडी हुई बीमारी की बात करे तो डायबिटीज सबसे पहले नंबर पर आती है।
ब्लड शुगर अगर ज्यादा हाई हो जाती है तो यह हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। इसलिए आपको अपने शुगर लेवल को कंट्रोल करके रखना चाहिए।
- स्मोकिंग
आज कल सिगरेट पीना तो जैसा फैशन बन गया है, बहुत से नवयुवाको ने स्मोकिंग करना शुरू कर दिया है। लेकिन वह ये नहीं जानते हैं
कि इस फैशन के चक्कर में ये दिल के अटैक के खतरे का कारण भी बन सकता है। काई लोगो को दिल से जुड़ी हुई प्रॉब्लम्स स्मोकिंग की वजह से ही हो जाती है।
इसलिए हमें अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए सिगरेट नहीं पीना चाहिए।
- फैमिली हिस्ट्री
फैमिली हिस्ट्री भी दिल से जूडी हुई बिमारियों का कारण हो सकती है।
इसलिए कुछ कम उम्र के लोगो को हार्ट प्रॉब्लम हो जाती है। अगर आपको भी कोई हार्ट अटैक से रिलेटेड फैमिली हिस्ट्री है, तो अपने फैमिली डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।
- हाई ब्लड प्रेशर
ब्लड प्रेशर की बीमारी होने पर लोगों को हार्ट अटैक का खतरा बहुत ज्यादा होता है। अगर ब्लेड प्रेशर को सही टाइम पर नियंत्रण न किया जाए तो यह हर्ट अटैक का कारण बनता है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर यह खून की नसों में जम जाता है और हार्ट में जाने वाले ब्लड को ब्लॉक कर देता है।
यही कारण है कि लोगो को हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट जैसे स्वास्थ्य समस्या हो जाती है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखना महत्वपूर्ण है।
- स्ट्रेस और डिप्रेशन
बहुत से लोग आज की दुनिया में तनाव की समस्या से जूझ रहे हैं। जब हद से ज्यादा तनाव हो जाता है, तब डिप्रेशन में बदल जाता है। और फिर यही डिप्रेशन और स्ट्रेस की वजह से हार्ट अटैक का खतरा बहुत बढ़ जाता है।
- मोटापा
आप यही सोच रहे होंगे कि मोटापा भी दिल से जुड़ी हुई समस्याओं में आता है, तो आपको जानकर हैरानी होगी कि मोटापा हमारी हार्ट हेल्थ के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है।
आपको मोटापे की वजह से हार्ट प्रॉब्लम्स भी हो सकती हैं। इसलिए स्वस्थ आहार लें, व्यायाम करें और अपने वजन को कंट्रोल में रखें।
हार्ट अटैक के मुख्य लक्षण – Symptoms of Heart Attack in Hindi
मायोकार्डियल इन्फेक्शन का सबसे सामान्य लक्षण है छाती में दर्द होना या किसी प्रकार की परेशानी होना। लेकिन हार्ट अटैक के बहुत से लक्षण होते हैं, जिनमे से कुछ महत्वपूर्ण यहां शामिल हैं।
- ऊपरी शरीर में दर्द
अगर आपको सीने में दर्द, बेचेनी या किसी भी तरह का दबाव महसूस होता है, और आपकी भुजाएं (विशेष कर लेफ्ट आर्म), जबड़ा, गले और कंधो में होता है तो यह एक लक्षण है ये कि आपको हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है .
- अचानक से चक्कर आना
येदी आप खाली पेट है या डिहाइड्रेटेड है तो ऐसी बहुत सी स्थितियों में आपको चक्कर आ सकते हैं।
लेकिन अगर आपको चक्कर आने के साथ छती में किसी प्रकार की जकड़न के साथ सीने में बेचानी भी हो रही है तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। ज्यादातर महिलाओ में हार्ट अटैक से जूडी प्रॉब्लम में यह संभावना अधिक होती है।
- असामान्य दिल की धड़कन
दिल की धड़कन का तेज होना, बहुत सी कारणों के परिणाम हो सकते हैं जैसे कि उच्च कैफीन का सेवन और सही से नींद न आना भी शामिल हैं।
लेकिन अगर आपको लगता है कि आपका दिल टाइम से कुछ सेकेंड्स के लिए तेजी से धड़क रहा है, तो आपको तुरत ही डॉक्टर से मिलने की जरूरत है।
- अत्यधिक ठंडा पसीना आना
अगर आपको अचानक से पसीना आता है या आप उससे परेशान हैं तो इस समस्या को नज़र अंदाज़ न करें, और विशेष करके तब जब आप हार्ट अटैक के अन्य लक्षणों से गुज़र रहे हों।
हार्ट अटैक कितनी बार आता है – Heart attack kitni baar aata hai
डॉक्टर के मुताबिक, आम तौर पर किसी भी इंसान को तीन बार हार्ट अटैक आ सकता है। और हार्ट अटैक कि कोई उमर सीमा नहीं होती है, ये किसी भी उमर में आ सकता है।
लेकिन मर्दों के लिए 45 साल से ज़्यादा और महिलाओं के लिए 55 साल से ज़्यादा की उमर में हार्ट अटैक आने की संभावनाएँ बढ़ जाती है।
हार्ट अटैक एक गंभीर आपातकालीन परिस्थिति है जिसमे पेशेंट को जल्दी-से-जल्द हॉस्पिटल लेकर जाना जरूरी है। ये स्थिति में मेरीज को अगर मेडिकल हेल्प ना मिले तो उसकी मौत भी हो सकती है।
इसी कारण से एक्सपर्ट्स दिल के दौर की समस्याओं के लक्षणों को बिल्कुल भी इग्नोर ना करने की सलाह देते हैं। और इमरजेंसी मेडिकल हेल्प मिलने से हार्ट डैमेज होने से बचाया जा सकता है, और मरीज की जान भी बचाई जा सकती है।
हार्ट अटैक किस साइड होता है?
आम तौर पर दिल का दौरा पड़ने पर सीने के बीच में दर्द हो सकता है। या फिर सीने के बाईं ओर भी दर्द हो सकता है। लेकिन हार्ट अटैक का दर्द ज्यादातर पर एक जगह से दूसरी जगह होता है।
जब हार्ट अटैक आता है टैब चेस्ट, गार्डेन और हाथ के बीच में दर्द महसूस होता है। यह कुछ मिनटों तक बड़ी जोर से आता है और फिर चला जाता है।
और जैसे हमने आपको पहले भी बताया कि जब ह्रदय की धमनियों में रुकावट के कारण हृदय की मांसपेशियां तक रक्त नहीं पहुंच पाता है, इसीलिए हार्ट अटैक की स्थिति जन्म लेती है।
हार्ट अटैक से कैसे करें बचाव?
हार्ट अटैक का आना कोई साधारण समस्या नहीं है। अगर आपको हार्ट की कोई समस्या है तो आपको हार्ट अटैक से बचने के लिए कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए।
- अपने वजन को कंट्रोल में रखना जरूरी है।
- धूम्रपान, एल्कोहल ऐसे सारे नाशो का सेवन करना छोड़ना चाहिए।
- हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जंक फूड, शुगर, नमक और ऑयली फूड से बचना चाहिए।
- अपनी डाइट में फ्रूट्स और उसके जूस और सब्जियों को ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए।
- दिल को स्वस्थ रखने के लिए रोज एक्सरसाइज और योग जरूर करना चाहिए।
किसी भी इंसान को हार्ट अटैक तीन बार आ सकता है। लेकिन कुछ विकल्पों में यह अलग भी हो सकता है। ऐसे में लाइफस्टाइल और हेल्दी खाना को अपनी डाइट में शामिल करें।
हार्ट अटैक का परीक्षण
दिल का दौरा सामान्य रूप से विशिष्ट लक्षणों द्वारा किया जा सकता है और निम्नलिखित क्रम को पूरा करके इसकी पुष्टि की जा सकती है:
- ECG
Electrocardiogram या ECG एक तरह का परीक्षण है, जो हृदय के माध्यम से जाने वाले इलेक्ट्रिक सिग्नल को मापता है।
जब ह्रदय अपने जमे हुए माध्यम से रक्त पंप करता है तब ये संकेत को माप जाता है। इसे एक ग्राफ में रूप में तैयार किया जाता है, जिसमें अलग-अलग पैटर्न की तरंगें दिखाई देती हैं।
इन आयतों के आकार के आधार पर, डॉक्टर हृदय की किसी भी असामान्य स्थिति का आकलन कर सकते हैं।
- Echocardiography (इकोकार्डियोग्राफी)
यह दिल का दौरा पड़ने के दौरान और बाद में एक दस्तावेजी परीक्षण है। यह आपके डॉक्टर को बताता है कि आपका हृदय अच्छी तरह से पंप कर रहा है या नहीं। इस जाच से यह भी पता चलता है कि दिल का दौरा पड़ने के दौरान आपके दिल का कोई हिस्सा घायल हुआ है या नहीं।
- Angiogram (एंजियोग्राम)
यह धमनियों में कितनी रुकावट है इसका पता लगाने के लिए एक रिकॉर्डिक परीक्षण है। दिल के दौरे का परीक्षण करने के लिए इसका उपयोग बहुत ही कम किया जाता है।
इस जाच में, एक तरल डाई को कैथेटर के नाम से जाने वाली ट्यूब की सहयाता से आपके दिल की धमनियों में इंजेक्ट किया जाता है।
- ब्लड टेस्ट
कार्डियक एंजैम की उपस्थिती का पता लगाने के लिए ब्लाडवार्क की आवश्यकता होती है, जो हार्ट अटैक के दौरे उठाते जाते हैं। इस रीडिंग की मदद से, आपका डॉक्टर अटैक के समय की पहचान करने में समर्थ होते हैं।
कुछ रक्त परीक्षण, कुछ हृदय के प्रोटीन के स्तर को भी मापते हैं जो रक्त में कमी की कम होने के कारण हर समय हो जाती हैं।
- Cardiac CT या MRI (कार्डिएक सीटी या एमआरआई)
ये इमेजिंग जाच आपके दिल की मांसपेशियों को नुकसान की कितनी सीमा है, उसे प्रकट करती हैं।
FAQs – Heart Attack kitni baar aata hai
सवाल: हार्ट अटैक कितनी बार आता है?
आमतौर पर किसी भी इंसान को तीन बार हार्ट अटैक आ सकता है।
सवाल: हार्ट अटैक का दर्द कहा होता है?
आम तौर पर दिल का दौरा पड़ने पर सीने के बीच में दर्द हो सकता है। या फिर सीने के बाईं ओर भी दर्द हो सकता है।
सवाल: हार्ट अटैक के लक्षण क्या होते हैं?
सीने में दर्द तथा सास लेने में तकलीफ होना आदि हार्ट अटैक के लक्षण हैं।
सवाल: हार्ट अटैक का मुख्य कारण क्या होता है?
ब्लड सर्कुलेशन में रुकवत यही हार्ट अटैक का मुख्य करण है।
सवाल: हार्ट के किन टेस्ट किए जाते हैं?
दिल के दौरे में इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) एक महत्वपूर्ण परीक्षण है|
Conclusion
उम्मीद करते है आप को आज का इंसान को लेख हार्ट अटैक कितनी बार आता है यह पसंत आया होगा इसके अलावा हम ने हार्ट अटैक क्या होता है, हार्ट अटैक किस साइड आता है जैसे महत्वपूर्ण विषय के बारे में भी विस्तार में जानकारी साझा की है
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और आपके ज्ञान में सकारात्मक वृद्धि करते रहें, इस लेख को पढ़ने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत धन्यवाद तथा आभार