कोशिका किसे कहते हैं – Koshika (Cells) Kise Kahate Hain

कोशिका किसे कहते हैं : कोशिका एक तरह की जीवन रचनाओं की क्रिया से जुड़ी जीवनी है जैसे हम सेल (Cell) भी कहते हैं।

यह एक छोटी छोटी मात्रा में पाए जाने वाली कोशिकाएं है। यह हमारे शरीर मे मौजूद होती है हमारे जीवन से जुड़ी कई ऐसी महत्वपूर्ण चीजे हमारे शरीर मे होती है जिनके क्रिया के माध्यम से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है

साथ ही हर हिस्सों पर खून से लेकर पानी और खाने की चीजों पहुचाने का काम करती हैं उनमे से एक कोशिकाओं की भी महत्वपूर्ण कार्य होता है जो जिसे एक तरह की रचना कहा जाता है। यह ज्यादातर खून में पाए जाती है। आपको ये जानकारी हैरानी होगी कि हमारा शरीर खरबों और अरबों कोशिकाओं से बना है।

कोशिका हमारे शरीर के लिए संरचना प्रदान करते हैं और इसके बिना हमारे शरीर का जीवित रहना असंभव है क्योंकि यह  भोजन से पोषक तत्व लेते हैं और बाद में

उन पोषक तत्वों को ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं,हमारे शरीर मे खून को स्वस्थ रखने का महत्वपूर्ण कार्य कोशिकाओं का होता है। अब आपको पता चला गया होगा कि कोशिका किसे कहते हैं आगे हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से कोशिका से जुड़ी दिलचस्प बातें बताएंगे

 

अनुक्रम

कोशिका किसे कहते हैं – koshika kise kahate Hain

 

koshika kise kahate hain
koshika kise kahate hain in Hindi

 

Cell kise kahate Hain – what are cells called in Hindi

मानव शरीर के अलावा कई जीव में पाए जाने वाली प्रणाली के रूप में कोशिकाएं मौजूद होती हैं जिसे हम रचनात्मक इकाई भी कहते है

हालांकि कोशिकाओं में कई तरह के पार्ट देखने को मिलते और हर पार्ट का कार्य कई तरह का रहता है। जिनमे से कुछ पार्ट को ओर्गेनल कहते है।

हमारे शरीर मे कई ऐसी कोशिका होती हैं जिनके आकार अलग अलग होते है लेकिन ज्यादातर इमारतों की इंटो की तरह दिखती हैं।

और एक कोशिका दूसरे से जुड़ कर एक मेस टाइम की जाल की तरह बनती हैं जिससे हमारे शरीर का निर्माण होता है।

हमारे शरीर मे बैक्टीरिया की तुलना में में कोशिकाओं की संख्या अधिक होती है। इसलिए हमारे शरीर मे बैक्टीरिया जैसी चीज़ो से लड़ने में कोशिका भी महत्वपूर्ण कार्य करती हैं

 

koshika (Cells) kise kahate hain

 

कोशिका झिल्ली किसे कहते हैं (koshika jilli kise kahate hain)

अगर सीधे तौर पर कहे को कोशिका झिल्ली कोशिकाओं को सुरक्षित (SAFE) रखने का काम करती हैं। साथ कोशिकाओं को आदर्श वातावरण और शुद्ध तत्व पहुचाने का कार्य करती हैं यह एक तरह की कोशिका का अंग माना जाता है।

यह वो सब कार्य करती है जो कोशिकाएं करती हैं साथ ही कोशिका को दूषित तत्व या खराब रसायन चीजों से बचाने में मदद करती है।

मेडिकल भाषा मे कोशिका को प्लाज्मा झिल्ली (Plasma Membrane)  कहते है और साथ ही आपको इसके बारे में सटीक जानकारी बताये तो कोशिका झिल्ली में  प्रोकैरियोटिक (prokaryotic) और यूकेरियोटिक (eukaryotic) होते हैं

जो कोशिका की विशेषता है साथ ही कोशिकाओं को सुरक्षित रखने में इन दोनों की काफी महत्वपूर्ण योगदान रहता है इसके अलावा अगर आपको बताये तो यह दोनो चीजें कोशिका झिल्ली में पाए जाती है।

 

कोशिका द्रव्य किसे कहते हैं (Koshika dravya kise kahate hain)

जैसे कि हमने पहले बताया कोशिका हमारे शरीर मे खरबो की सख्या में होती हैं और कोशिका से कई रचनाए जुड़ी है उनमें से एक कोशिका द्रव्य है।

यह एक तरह का तरल पदार्थ है जिनमे कोशिका भरी होती हैं। अगर ज्यादा डिटेंल में बताए तो कोशिका द्रव्य (cytoplasm) में कोशिश भरी होती हैं उनमें प्रोटीन, आयन और मैक्रोमोलेक्यूलर जैसे रचनाएँ ओर्गेनल में होती हैं।

कोशिका द्रव्य को कोशिका को एक बड़ा हिस्सा माना जाता है। जो कोशिका झिल्ली को छोड़कर अभी हिस्सो को कोशिका द्रव्य कहते हैं। साथ ही 70% हिस्सो की रचना के लिए कोशिका के लिए महत्वपूर्ण कार्य करता है।

और कोशिका द्रव्य में कई रचनाए पाए जाती हैं। इसे आम तौर पर देख नही सकते, इसको देखने के लिए माइक्रोस्कोप मशीन की जरूरत पड़ती हैं।

 

पादप कोशिका किसे कहते हैं (Padak koshika kise kahate hain)

जिस तरह से हमारे शरीर मे कोशिका होती हैं वैसे ही कई जीवों में अलग प्रकार की कोशिकाए होती हैं।

मानव और जानवर को छोड़कर पेड पौधों में पायी जाने वाली कोशिश को पादप कोशिका कहते है। पादप कोशिकाओं के तीन हिस्से होते है एक कोशिका भित्ति दूसरा जीव द्रव्य और तीसरे हिस्से को रसधानिया कहते है।

  1. कोशिका भित्ति : गोल्जी उपकरण इस कोशिका के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। साथ ही पेड़ पौधों में निन्म परतों से कोशिका भित्ति उतपन्न होती हैं। जैसा कि पादप कोशिका एक निर्जीव रचना होती हैं। और कोशिका भित्ति उनका एक अंग हैं।
  2. जीव द्रव्य : किसी भी तरह के पेड़ या फूलो की वृक्ष हर किसी वन्य जीव में कोशिका के भीतर रहे जीवित प्रदार्थ को जीव द्रव्य कहा जाता हैं। साथ ही आपको बता दें जीव द्रव्य के दो और महत्वपूर्ण भाग होते है एक कोशिका द्रव्य और दूसरा रिक्तिका कला है।

 

जंतु कोशिका किसे कहते हैं (Jantu koshika kise kahate hain)

हमने पहले मानव शरीर की कोशिकाओं के बारे में बताया फिर पेड पौधे और अब जंतु कोशिका के बारे में बताने जा रहे है

जंतु नाम से ही पता चल गया होगा कि जंतु में पायी जाने वाली कोशिकाओं को जंतु कोशिका कहते है।

आम तौर पर यह काफी छोटी कोशिका होती हैं। जो सभी जंतु में रचनात्मक और कार्यत्मक इकाई को जंतु कोशिका कहते है।

अगर प्रत्येक जीव कोशिकाओं से जुड़कर एक शरीर की रचना होती वैसे ही जंतु में भी कोशिका द्वारा जीव की रचना होती है।

यह कोशिका हर जंतु की ऊँचाई और साइज पर निर्भय करता है हमने जंतु कोशिका के कुछ प्रकार नीचे दिए हैं।

  1. तारककाय
  2. गाल्जीकाय
  3. केन्द्रक
  4. साइटोप्लाज्म
  5. रसधानी
  6. माइट्रोकाण्ड्रिया
  7. कोशिका झिल्ली

 

कोशिका का ऊर्जा ग्रह किसे कहते हैं (koshika ka urja ghar kya hai)

कोशिका में छोटे छोटे सूक्ष्म गोलाकार जैसे कोशिकांग होती हैं। और आपको बता दें माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का ऊर्जा ग्रह कहते है। इसे सीधे तौर पर पावर हाउस भी कहा जाता है।

और पावर हाउस के बिना कोशिका की प्रकिया अधूरी है और कोशिका को मजबूत और सख्त सुरक्षित रखने के लिए माइटोकॉन्ड्रिया की काफी महत्वपूर्ण भूमिका है।

और 1857 में  अल्बर्ट वॉन कोलिकर (Albert von Kolliker) द्वारा माइटोकॉन्ड्रिया की खोज की थी।

साथ ही आपको बता दें कोशिका में माइटोकॉन्ड्रियासंख्या काफी ज्यादा होती है। और तरह तरह की कोशिकाओं में तरह तरह के प्रकाश देखने को मिलते है

 

कोशिका का इंजन किसे कहते हैं (koshika ka injan kise kahate hain)

कोशिका का इंजन राइबोसोम (Ribosome) को कहते है  राइबोसोम कोशिका में कई तरह का प्रोटीन डेवेलोप करते है साथ तरह तरह की प्रक्रिया करता है। आरएनए राइबोसोम का सबसे प्रचुर पदार्थ माना जाता है। इसके अलावा अगर महत्वपूर्ण बात बताये तो राइबोसोमल द्वारा बनाए गर प्रोटीन आरएनए से बने होते हैं।

 

Cells kise kahate hain

 

कोशिका का इंजन राइबोसोम जिस तरह से कार्य करता है उसके मुताबिक कोशिका में एक जटिल मैक्रोमोलेक्यूलर संरचना होती है कोशिकाओं के विभिन्न प्रक्रिया के लिए मददगार साबित होते है।  साथ ही यह जीवित कोशिकाओं का एक महत्वपूर्ण कार्य होता है।

 

राइबोसोम क्या है (Ribosome kya hai)

जैसा कि हमने बताया राइबोसोम कोशिश का इंजन है और राइबोसोम आरएनए का एक प्रोटीन से युक्त सूक्ष्म कण होते हैं जो प्रोटीन को सुरक्षित या सुद्ध रखने का कार्य करता है।

साथ ही  राइबोसोम साइटोप्लाज्म के भीतर तैरते हुए या एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम से जुड़े हुए पाए जाने वाले छोटे कण हैं

 

कोशिका क्या होती है (koshika kya hoti hai in hindi)

मानव,जानवर और पेड़ पौधों में पाए जाने वाली जीव रचनात्मक इकाई को कोशिका कहते है। जो एक कोशिका दूसरी कोशिका से मिलकर कोशिका झिल्ली में परिवर्तन होती हैं

और बाद में उनसे मानव या अन्य जीव के शरीर का निर्माण होता है। हालांकि हर जीव में तरह तरह की कोशिकाएं होती हैं और उनमें हर तरह के भाग होते है।

प्रोटीन से लेकर पोषण तत्व के गुणो के लिए कार्यरत महत्वपूर्ण चीज़ो में से एक कोशिका होती हैं। मानव शरीर से लेकर जंतु में  कोशिका की संरचना भिन्न होती है।

मानव लाल रक्त कोशिकाओं में तंत्रिका कोशिका संरचना की तुलना में विभिन्न संरचनाएं होती हैं। फिर भी, जीवन को बनाए रखने के लिए सभी कोशिकाएं महत्वपूर्ण हैं। उसके अलावा जानवरों में भी भिन्न आकर की कोशिकाएं मौजूद होती हैं।

 

कोशिका चक्र किसे कहते हैं (koshika chakra kise kahate hain)

कोशिका का एक डीएनए की मात्रा कम करने वाला एक चक्र होती हैं। कोशिकाओं में पायी जाने वाली मातृ कोशिकाओं की छोटे सूक्ष्म होते है। इसलिए उसमे पायी जाने वाली हर कोशिकाएं काफी महत्वपूर्ण और काफी जरुर प्रकिया होती हैं।

साथ ही कोशिका में पाये जाने वाले केन्द्रक चीजें को परिवर्तित करती हैं और प्रत्येक कोशिकाओं प्रवेश करती हैं इस परिवर्तन स्थिति को कोशिका चक्र कहा जाता हैं। जिनमे कई विभाजित होने वाली प्रक्रिया देखने को मिलती हैं।

 

कोशिका के कितने प्रकार है (koshika ke prakar)

आप ये तो जान गए होंगे कि कोशिका किसे कहते हैं अब आपके ये जानना भी जरूरी है कि कोशिका के कितने प्रकार है तो आपको बता दें कोशिका के कुल दो प्रकार है,प्रोकेरियोंटिक और युक्रेरियोंटिक है।

  • प्रोकेरियोंटिक ( prokaryotic)

इस प्रकार की कोशिश काफी जटिल और काफी तरल होती हैं। वैसे तो यह कई आकर की होती हैं लेकिन सामान्य यब माइक्रोमीटर की होती हैं।साथ ही इसमें केन्द्रक भी शामिल होता है।

  • युक्रेरियोंटिक (eukaryotic)

कोशिका के इस प्रकार में कई झिल्ली पायी जाती हैं। और यह सल्युलोस से बनी है जो एक वनस्पति कोशिका है। साथ ही इसमें माईन्ट्रोकांड्रिया मौजूद होता है।

 

कोशिका के महत्वपूर्ण भागो की जानकारी

कोशिका वैसे कई भागों में विस्तृत होती हैं लेकिन मुख्य भागो के बारे में हमने नीचे महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।

  • नाभिक

यह भाग कोशिकाओं को निर्देश देने का कार्य करता है। जो क्रोमोसोम के माध्यम से डिवाइस करता है और साथ ही कोशिकाओं के लिए जरूरी हिस्सा है।

  • माइटोकॉन्ड्रिया

यह एक बेहद जरूरी कोशिका का हिस्सा है सीधे तौर पर बताएं तो माइटोकॉन्ड्रिया द्वारा कोशिकाओं को ऊर्जा मिलती हैं। हमारे शरीर मे रहे भोजन को पचाने के बाद कोशिका के लिए ऊर्जा विरक्ति करती है,और महत्वपूर्ण बात दे इस प्रकार के बारे में तो माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका में ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया और यूज उत्पन्न करने का महत्वपूर्ण योगदान है।

  • साइटोप्लाज्म

कोशिका के कई हिस्सों के साथ साइटोप्लाज्म भी एक जरुरी हिस्सा है। जो अन्य कोशिका के हिस्सों को प्रोटीन से भरता है  इसके अलावा कोशिका के अन्य हिस्सो में  तत्वों  साइटोप्लाज्म में चारों ओर तैरते रहते हैं। यह ज्यादातर पानी में पाए जाते है।

  • राइबोसोम

यह कोशिका के लिए प्रोटीन का काम करता है और यह छोटे छोटे सूक्ष्म कणों की तरह होते है। और यह प्रोटीन की कई तरह की चीजो को परिवर्तित करती हैं।

  • लाइसोसोम

यह मानव शरीर की कोशिकाओं की महत्वपूर्ण कार्य करता है यह कोशिका में रहने वाले दूषित पदार्थों को साफ करने में मदद करता है ।

  • झिल्ली

कोशिका का यह प्रकार कोशिका के भीतर होते है। यह भी तरल ओर दूषित तत्वों से प्रोटेस्ट करता है। यह कोशिका के भीतर रहने वाली एक झिल्ली है ।

 

कोशिका की संरचना (Cell structure in Hindi)

हमारे पृथ्वी पर जितने जीव और मानव जाति है उसके शरीर की रचना कोशिका के आधार पर होती हैं। जिसे में कोशिका की रचना कहते है। वैसे अगर देखा जाए तो कोशिकाएं जीव में सिर्फ एक ही कोशिका पायी जाती है।

जो कई प्रकार की होती हैं। आपको हमने पहले बताया कि कोशिका द्वारा जीव की रचना होती हैं और रचना के बाद शरीर मे रक्त और भोजन के अलावा पोषक तत्वों से जुड़े कई प्रकिया कोशिका द्वारा की जाती हैं।

झिल्ली कोशिका की भीतर रहती हैं और कोशिश को सुरक्षित रखना कार्य करती हैं।

 

कोशिका की खोज किसने की ?

रॉबर्ट हूक नाम के एक वैज्ञानिक ने 1665 में कोशिका की खोज की,उस समय उन्होंने पाया कि मानव शरीर मे पाँच हजार अरब कोशिकाएं है। और इस रिसर्च के मुताबिक कुछ तरल,पानी जैसी तो कुछ बैक्टीरिया जैसी कोशिकाएं पायी गई।

अमेरिकन वैज्ञानिक  रॉबर्ट हुक ने माइक्रोस्कोप का माध्यम से जब काच के टुकड़ों पर रखकर देखा तो  कई छोंटे-छोटे टुकड़ों मे बनी कोशिकाएं देखी जो पहली सामने आई।

उसके बाद कई खोज हुए और कई तरह के रिसर्च के बाद मानव,जानवर और पेड पौधे में कोशिकाओं की खोज की गई। हमारी जानकारी के मुताबिक 1665 में रॉबर्ट हूक नाम के अंग्रेजी वैज्ञानिक द्वारा कोशिका की पहली बार खोज की गईं।

इस खोज के बाद पता चला कि शरीर की रचना के लिए कोशिका कितना महत्वपूर्ण हिस्सा है और मानव शरीर मे पाए जाने वाली कोशिका हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए काफी बेहद जरूरी है।


Conclusion

इस लेख में आपने कोशिका किसे कहते हैं के बारे में जाना आशा करते है आप को koshika (Cells) kise kahate hain के बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त हूई होगी आपको लगता है कि इसे दूसरे के साथ भी Share करना चाहिए तो इसे Social Media पर सबके साथ इसे Share अवश्य करें।

और इस विषय संबंधित कोई भी सवाल आप के मन में होगा तो निचे कमेंट में बताये हम आप के कमेंट का जरूर जवाब देंगे | शुरू से अंत तक इस Article को Read करने के लिए आप सभी का तहेदिल से शुक्रिया…