MCHC Blood Test In Hindi | MCHC टेस्ट की पूरी जानकारी

Mchc Blood Test In Hindi : अगर मानव रक्त में किसी भी प्रकार की खराबी आती हैं तो यह पूरे शरीर को प्रभावित करती हैं और साथ ही साथ इस समस्या से शरीर में कुछ अन्य रोग भी उत्पन्न हो जाते हैं

एक लाल रंग के द्रव्य के रूप में दिखने वाला खून अंदर से बहुत सारे तत्वों से मिलकर बना होता है जैसे कि लाल रक्त कणिकाएं एवं हीमोग्लोबिन तथा श्वेत रक्त कणिकाएं इत्यादि

इन सभी तत्वों के अलावा भी खून में कुछ प्रोटीन एवं संश्लेषित प्रकार के अन्य तत्व भी मौजूद होते हैं जो कि इसे एक प्रमुख एवं स्पेशल द्रव्य बनाने का कार्य करते हैं

रक्त का शरीर में सही रूप से परिसंचरण होना एवं इसका बिना किसी संक्रमण के रहना ही हमारे शरीर की तंदुरुस्ती का राज है

अगर इसमें किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होती हैं तो यह समस्या अन्य रोगों को जन्म देने का काम करती है

जैसे कि अगर रक्त की कमी हो जाए तो हमें एनीमिया या थैलेसीमिया के लक्षण हो सकते हैं और कई बार यह ब्लड कैंसर तक का रूप ले लेते हैं

जब भी हमारे रक्त में कोई समस्या उत्पन्न होती हैं तो डॉक्टर समय विभिन्न प्रकार के ब्लड टेस्ट कराने के लिए कहते हैं जैसे कि हीमोग्लोबिन टेस्ट या फिर RBC  टेस्ट इत्यादि

उसी प्रकार से हमारी खून जांच करने के लिए एक Mchc ब्लड टेस्ट भी कराया जाता है और आज के इस लेख में हम इसी ब्लड टेस्ट से संबंधित विभिन्न प्रकार की जानकारियों को आपके साथ साझा करने वाले हैं और साथ ही आज के इस लेख का हमारा मुख्य विषय रहेगा Mchc Blood Test In Hindi

अगर मोटे मोटे तौर पर बात की जाए तो यह Mchc टेस्ट हमारे शरीर में रक्त की मात्रा को जानने के लिए कराया जाने वाला टेस्ट होता है और इससे यह देखा जाता है कि क्या वास्तविकता में शरीर में रक्त की मात्रा उतनी है जितनी की होनी चाहिए

 

MCHC Blood Test In Hindi
एमसीएचसी ब्लड टेस्ट की जानकारी

 

MCHC Blood Test In Hindi 

हम जब भी डॉक्टर के पास खून की जांच करवाने के लिए जाते हैं तो वहां हमें विभिन्न प्रकार के खून जांच के लिए लिखता है और सभी प्रकार की खून की जांच में अलग-अलग प्रकार के रिजल्ट आते हैं

उदाहरण के लिए डॉक्टर द्वारा कुछ ब्लड टेस्ट इसलिए किए जाते हैं ताकि उस व्यक्ति के ब्लड में हीमोग्लोबिन की मात्रा का पता लगाया जा सके तो वही कुछ ब्लड टेस्ट किस लिए किए जाते हैं, ताकि यह पता है लगाया जा सके कि उस व्यक्ति की प्रति है ब्लड सेल में श्वेत रक्त कणिकाएं कितनी है और उसकी प्रतिरोधकता क्षमता कितनी है इत्यादि

इसी प्रकार से यहां Mchc ब्लड टेस्ट भी किसी व्यक्ति के  ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन की मात्रा कितनी है, इसका पता लगाने के लिए किया जाता है क्योंकि मानव रक्त में हीमोग्लोबिन ही वह तत्व हैं जो कि इसे गाढ़ा बनाने का कार्य करता है और साथ ही साथ इसी की मदद से हमारे पूरे शरीर में रक्त का परिसंचरण आसानी से हो पाता है

इस प्रकार से रक्त की यह जांच होने के बाद ही डॉक्टर यह पता लगा पाता है कि क्या किसी मानव के रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी है या नहीं और इस टेस्ट के द्वारा ही यह भी पता किया जाता है कि मानव रक्त में हीमोग्लोबिन की औसत माप विद्यमान है या नहीं

अगर मानव रक्त की प्रत्येक सेल्स में हिमोग्लोबिन का लेवल उतना नहीं होता है, जितना कि होना चाहिए तो ऐसे में डॉक्टर द्वारा इसी टेस्ट के आधार पर ही उस व्यक्ति का इलाज किया जाता है और उसके MCHC  लेवल को वापस से उस मात्रा में लाया जाता है जितना कि जरूरी है

 

Mchc Blood Test Full Form 

यह शब्द चार अक्षरों से बना हुआ है जिसमें से प्रत्येक अक्षर एक विभिन्न प्रकार के शब्द को दर्शाता है और जब यह सभी वर्ड्स एक साथ मिलते हैं तो इसका अर्थ होता है

एक स्पेशल टाइप का ब्लड टेस्ट यानी कि MCHC टेस्ट जिसमें कि मानव शरीर के रक्त की प्रत्येक कोशिका में हीमोग्लोबिन की मात्रा को नापा जाता है

  • M – Mean
  • C – Corpuscular
  • H- Hemoglobin
  • C – Concentration

आप इन सभी अक्षरों में से केवल हीमोग्लोबिन के बारे में भी जान गए हैं तो आपको यह पता चल जाएगा कि इस टेस्ट का मुख्य आधार हीमोग्लोबिन ही होता है और इसके द्वारा हीमोग्लोबिन की मात्रा को ही नापा जाता है

इस अंग्रेजी फुल फॉर्म के अलावा अगर हिंदी में इस MCHC ब्लड टेस्ट की फुल फॉर्म को देखा जाए तो वह निम्नलिखित प्रकार से है :

  • M – कणिका
  • C – माध्य
  • H – हिमोग्लोबिन
  • C – सांद्रता

जब हम MCHC टेस्ट का हिंदी एवं अंग्रेजी अनुवाद करते हैं या इसकी फुल फॉर्म को देखते हैं तो इसमें हीमोग्लोबिन का अर्थ हिंदी और अंग्रेजी में एक समान ही दिखाई देता है क्योंकि हिंदी में हीमोग्लोबिन के लिए कोई अन्य शब्द प्रचलित नहीं है

इसी कारण से अंग्रेजी की तरह ही हिंदी में भी हिमोग्लोबिन को हिमोग्लोबिन ही कहा जाता है

 

Normal Range of MCHC in Human Body in Hindi

आमतौर पर किसी भी तत्व का शरीर में एक निर्धारित मात्रा होनी चाहिए और उसी प्रकार से हमारी रक्त की प्रत्येक कोशिका में एक निश्चित मात्रा तक हीमोग्लोबिन होना चाहिए

अगर इस निश्चित मात्रा से अधिक या इस निश्चित मात्रा से कम हिमोग्लोबिन हमारे रक्त में मौजूद हैं तो यह में विभिन्न प्रकार के रोग दे सकता है

Mchc यूनिट को रक्त की प्रति 1 ग्राम डेशी लीटर में मापा जाता है और इसे मापने के लिए हिमोग्लोबिन रैक्टर का प्रयोग किया जाता है

जिसके अनुसार एक स्वस्थ मानव शरीर के अंदर MCHC की औसतन मात्रा 35 ग्राम से लेकर 37 ग्राम तक के बीच में होनी चाहिए और अधिकतम यह 40 ग्राम तक भी पहुंच सकती हैं परंतु अगर किसी व्यक्ति का MCHC  लेवल इससे भी ज्यादा है तो उसे तुरंत ही किसी अच्छे से डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए

हालांकि अगर किसी व्यक्ति के शरीर में इस MCHC  का लेवल एक निर्धारित मात्रा से अधिक होगा, तो उसे विभिन्न प्रकार के शारीरिक लक्षण दिखाई देने लग जाएंगे जैसे कि शरीर में बहुत ज्यादा थकावट या तेज बुखार आना इत्यादि

 

MCHC Blood Test kaise karaye

MCHC  ब्लड टेस्ट को करने के लिए मुख्यतः चार चरणों का सहारा लिया जाता है, जिसमें की सबसे पहले आपको एक नॉर्मल ब्लड जांच की तरह ही आपके शरीर में से एक उचित मात्रा में से रक्त निकाला जाता है

कुछ रक्त को एक कांच की छोटी पट्टिका पर रखकर एक विशेष प्रकार की मशीन द्वारा उस रक्त की मात्रा में मौजूद सभी प्रकार के तत्वों की जांच की जाती है

साथ ही साथ विशेष रूप से हीमोग्लोबिन की जांच करते हुए यह देखा जाता है कि क्या हीमोग्लोबिन की मात्रा उस रक्त की कोशिका में एक निर्धारित मात्रा यानी कि 35 ग्राम से लेकर 37 ग्राम के बीच में है या नहीं

अगर हीमोग्लोबिन की मात्रा उस निर्धारित दर से ज्यादा या कम होती हैं तो उस MCHC ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट में यह स्वता ही प्रदर्शित हो जाता है कि उस व्यक्ति के खून में हीमोग्लोबिन की कमी है

और ऐसे में उसे खून बढ़ाने के लिए किन-किन प्रकारों का सहारा लेना चाहिए इस बात की पुष्टि भी डॉक्टर द्वारा उसी समय कर दी जाती हैं

अगर MCHC ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आती हैं, तो डॉक्टर द्वारा RBC एवं WBC की जांच करवाने के लिए भी कहा जाता है क्योंकि हिमोग्लोबिन की कम मात्रा का सीधा असर इन दोनों प्रकार की रक्त कणिकाओं पर भी पड़ता है

जिनमें से पहली होती है लाल रक्त कणिकाएं तो दूसरी होती है श्वेत रक्त कणिकाएं

श्वेत रक्त कणिकाओं की कमी होने पर शरीर अपनी प्रतिरोधक क्षमता को भी खो देता है तो, ऐसे में उस व्यक्ति को छोटा सा छोटा रोग भी बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है इस कारण से इस MCHC  ब्लड टेस्ट होने के तुरंत बाद ही यह दोनों टेस्ट भी डॉक्टर द्वारा करवाए जाते हैं

 

शरीर में MCHC लेवल के बढ़ने पर दिखाई देने वाले लक्षण 

मानव शरीर में MCHC  लेवल का कम होना यह दर्शाता है कि उस मानव के खून में हीमोग्लोबिन की कमी हो गई है

जब भी किसी मानव के रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी होती है या हिमोग्लोबिन एक मात्रा से कम हो जाता है तो उसे कुछ विशेष प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं

  • शरीर में MCHC  लेवल बढ़ने के कारण अचानक से व्यक्ति का शरीर हल्का पीला पड़ने लग जाता है क्योंकि ऐसे में उस व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है और साथ ही लाल रक्त कोशिकाओं की भी कमी होने लगती है और आगे चलकर यह लक्षण जॉन्डिस के भी हो सकते हैं
  • प्रारंभिक लक्षण के तौर पर व्यक्ति को बहुत तेज बुखार आता है और साथ ही साथ हल्की खांसी भी चलती रहती है
  • व्यक्ति अपने आप को स्वयं संभालने में असमर्थ महसूस करता है और खड़ा होने पर उसे चक्कर भी आने लगते हैं क्योंकि हिमोग्लोबिन की कमी होने के कारण शरीर के प्रत्येक अंग तक रक्त का परिसंचरण नहीं हो पाता है और प्रत्येक अंग की कोशिका का ब्रेथिंग भी नहीं हो पाती है
  • इसका लेवल बढ़ने के कारण व्यक्ति अत्यधिक थकावट महसूस करता है और किसी भी कार्य में उसका मन पूर्णता नहीं लग पाता है साथ ही साथ व्यक्ति चिड़चिड़ापन भी महसूस करने लगता है
  • सीने के बाई और दर्द होना भी इस MCHC  का शरीर में लेवल बढ़ने के लक्षण होते हैं और कभी-कभी यह दर्द हार्डे के ऊपर भी होने लगता है
  • अगर सामान्य सिर दर्द होने के बाद आपका सिर दुखना बंद हो जाता है और फिर से कुछ समय बाद यदि यह सिर दर्द बना रहता है तो ऐसे में यह आपके शरीर में MCHC  लेवल के कम होने या बढ़ने के लक्षण हो सकते हैं

अतः इस प्रकार से यह सभी MCHC लेवल के बढ़ने के संकेत होते हैं और इनके साथ साथ व्यक्ति को उल्टियां भी हो सकती हैं और कभी-कभी या उल्टियां खून की भी हो सकती हैं

तो ऐसे में तुरंत प्रभाव से किसी अच्छे से डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और अपनी रक्त की MCHC ब्लड टेस्ट जरूर करवानी चाहिए ताकि यह पता लग सके कि क्या शरीर में एमसीएससी का लेवल बराबर है या नहीं

 

Control Of MCHC in Human body in Hindi 

आप विभिन्न प्राकृतिक तरीकों से भी अपने शरीर में मौजूद रक्त एवं उसमें मौजूद हीमोग्लोबिन की मात्रा को संतुलित रख सकते हैं

अपने शरीर का MCHC लेवल कंट्रोल करने के लिए आप निम्नलिखित उपायों का प्रयोग भी कर सकते हैं :

  • आयरन की अधिकतर मात्रा का सेवन करने से आपके रक्त में मौजूद हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती हैं तो ऐसे में आप रोजाना पालक की सब्जी का सेवन करें और हो सके तो कुछ पालक के पत्तों को पानी में भिगोकर शाम के समय खाना भी शुरू कर दे जिससे कि आपके शरीर में आयरन की पूर्ति होगी
  • अन्य सब्जियों की तुलना में आयरन एवं पोटेशियम से भरपूर हरी सब्जियों को प्राथमिकता देवें क्योंकि यह सब्जियां आपके शरीर की रक्त मात्रा को प्रभावित करती हैं और इनमें मौजूद पोटैशियम आपके रक्त को पतला करते हुए उसके परिसंचरण को बढ़ाने का काम भी करता है, जिससे कि रक्त का हृदय से आसानी से आवागमन हो सके
  • कार्बोहाइड्रेट युक्त हल्के-फल्के पदार्थों का सेवन करें जैसे कि शकरकंद और केले क्योंकि इनमें विटामिन B6 की मात्रा भरपूर होती है और इसी विटामिन से आपके शरीर का MCHC  लेवल कंट्रोल भी रहता है
  • विटामिन से भरपूर ज्यादा से ज्यादा फल फ्रूट का सेवन करें जैसे कि विटामिन सी का सेवन करने के लिए आप ओरेंजे का प्रयोग कर सकते हैं तो वहीं विटामिन B की मात्रा को शरीर में पूरा करने के लिए शकरकंद का सेवन और साथ ही चुकंदर के जूस का सेवन भी किया जा सकता है
  • हीमोग्लोबिन की मात्रा को संतुलित करने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार प्रोटीन ही होता है क्योंकि हिमोग्लोबिन के ऊपर ही प्रोटीन की लेयर ही होती हैं और अगर यह प्रोटीन की लेयर प्रभावित होगी तो इससे हीमोग्लोबिन की मात्रा भी प्रभावित होगी
  • प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने के लिए अगर आप एक वेजेट्रेयन व्यक्ति हैं तो विभिन्न प्रकार की दालों का प्रयोग करते हुए सोयाबीन के बीज का प्रयोग भी आप कर सकते हैं, इनका सेवन करने से आपको अच्छा खासा प्रोटीन मिलेगा
  • इसके अलावा राजमा एवं हरे मटर की सब्जी का प्रयोग भी आप प्रोटीन की मात्रा को पूरा करने के लिए कर सकते हैं
  • शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने के लिए अंडों का प्रयोग बहुत ज्यादा नहीं किया जाना चाहिए, इसकी बजाए प्रोटीन बढ़ाने वाले शाकाहारी तत्वों का प्रयोग किया जाना चाहिए जैसे की साग सब्जियां एवं दालें इत्यादि

 

Safe MCHC level in Human body

ऐसा भी नहीं है कि प्रत्येक ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन की मात्रा बहुतायत में होनी चाहिए और ऐसा भी नहीं है कि प्रत्येक ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन की मात्रा बहुत ही कम हो

तो इसके लिए एक निर्धारित मात्रा तय की गई है, जिससे कि यह पता लगाया जा सके कि क्या ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन की कमी है या नहीं

MCHC की मात्रा को एक रक्त कोशिका में प्रति यूनिट ग्राम प्रति डिसिलिटर में मापा जाता है और इसका एक निर्धारित स्तर प्रत्येक रक्त कोशिका में 35 ग्राम से लेकर 37 ग्राम तक के बीच में होना चाहिए

अगर यह लेवल ऊपर या नीचे हैं तो इससे आपको कुछ समस्याएं फेस करनी पड़ सकती हैं, जैसे कि आपको बहुत ज्यादा थकान होने लगेगी और सिर दर्द भारी हो जाएगा आदि

जो मात्रा MCHC की होगी वही की वही मात्रा हीमोग्लोबिन की भी मानी जाएगी अर्थात की अगर 100 लीटर ब्लड में 36 लीटर तक हिमोग्लोबिन हैं तो उसमें MCHC  का लेवल भी 36 लीटर ही माना जाएगा क्योंकि हिमग्लोबिन को ही MCHC  माना जाता है

 

MCHC ब्लड टेस्ट का खर्चा

आज सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की जांचों को निशुल्क कर दिया गया है तो ऐसे में यह MCHC जांच किसी भी सरकारी अस्पताल में फ्री में हो जाती हैं

पर ज्यादा जल्दी नतीजे प्राप्त करने के लिए अगर कोई MCHC  टेस्ट को प्राइवेट सेंटर पर करवाना चाहता है तो ऐसे में इसका खर्चा भी अलग-अलग होता है

इसकी सामान्य कीमत  ₹300 होती हैं जो कि एक CBC  टेस्ट के बराबरी हैं

अगर आप सीबीसी टेस्ट के साथ-साथ इस MCHC  लेवल का टेस्ट करवाना चाहते हैं तो यह ₹450 में हो जाता है

वही कुछ कुछ शहरों में इसकी अधिकतम मांग होने के कारण यह टेस्ट ₹600 में भी प्राइवेट सेंटर्स पर किया जाता है और बहुत अधिक अर्जेंट रिजल्ट्स के कारण कभी कभार यह ₹800 तक भी पहुंच जाता है

ऊपर लिखित सभी राशियां अलग-अलग शहरों के अलग-अलग सेंटर्स पर निर्भर करती हैं क्योंकि पूरे भारत में एक समान चार्ज विद्यमान नहीं है

 

MCHC को काउंट करने का फार्मूला

यहां MCHC ब्लड जांच एक प्रकार की कैलकुलेटिव ब्लड जांच होती है क्योंकि इसमें हीमोग्लोबिन की गणना करते हुए इसकी एक निर्धारित मात्रा को तय किया जाता है

साथ ही सफेद रक्त कोशिकाओं के साथ इसको कंपेयर करते हुए भी देखा जाता है कि क्या उसके बराबर इस हीमोग्लोबिन की मात्रा है या नहीं

इसके अलावा इस MCHC टेस्ट को काउंट करने का फार्मूला होता है प्रत्येक ग्राम डेशी लीटर पर प्राप्त होने वाली हीमोग्लोबिन की मात्रा

यह हीमोग्लोबिन की मात्रा रक्त की प्रत्येक रक्त कोशिका में देखी जाती है और हो सकता है कि अलग-अलग रक्त कोशिकाओं में इसकी मात्रा अलग-अलग भी मिले

 

FAQs : MCHC Blood Test In Hind

सवाल : MCHC क्या होता है?

यह ब्लड टेस्ट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला एक विशेष फार्मूला है, जिससे यह पता चलता है कि हमारी रक्त कोशिका में हीमोग्लोबिन का औसत माप क्या है

सवाल : MCHC की फुल फॉर्म क्या होती है?

MCHC की फुल फॉर्म Mean Corpuscular Hemoglobin Concentration होती हैं

सवाल : MCHC की हिंदी में फुल फॉर्म क्या होती है?

इस फार्मूले की हिंदी में फुल फॉर्म माध्य कनिका हीमोग्लोबिन सांद्रता होती हैं

सवाल : एक स्वास्थ्य मानव के अंदर एमसीएससी की मात्रा कितनी होनी चाहिए?

एक स्वस्थ मानव के अंदर MCHC  की मात्रा 35 ग्राम से लेकर 37 ग्राम तक के बीच में होनी चाहिए पर यह प्रत्येक मानव में अलग-अलग होती है

सवाल : अगर शरीर में MCHC की मात्रा 37 ग्राम से अधिक हो जाए तो क्या होता है?

अगर मानव शरीर में एमसीएससी की मात्रा एक निर्धारित मात्रा से अधिक हो जाए तो ऐसे में उस मानव को जॉन्डिस के लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं और शरीर पीला पड़ने लगता है

सवाल : क्या MCHC की मात्रा बढ़ने से बुखार इत्यादि भी आता है?

अगर मानव शरीर में एमसीएससी की मात्रा बहुत ही थोड़ी बढ़ी है तो इससे थोड़े चक्कर एवं बुखार आता है

सवाल : MCHC की मात्रा को शरीर में निर्धारित किस प्रकार से किया जा सकता है?

मानव शरीर में MCHC की एक निर्धारित मात्रा बनाए रखने के लिए विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए और विटामिन B 6 से युक्त सब्जियों का सेवन भी करना चाहिए

सवाल : MCHC को किस प्रकार से काउंट किया जाता है?

MCHC को हीमोग्लोबिन टेस्ट के द्वारा काउंट किया जाता है

सवाल : MCHC ब्लड रिपोर्ट में मुख्यतः क्या दर्शाया जाता है?

MCHC  ब्लड रिपोर्ट में मानव रक्त की एक ब्लड सेल में उपस्थित हीमोग्लोबिन की एक निर्धारित मात्रा को बताया जाता है और यह देखा जाता है कि क्या हीमोग्लोबिन की मात्रा सही है या नहीं


Conclusion

हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख MCHC Blood Test In Hindi बहुत ज्यादा पसंद आया होगा और इस लेख को पढ़कर आप इस ब्लड टेस्ट के बारे में विभिन्न जानकारियों को समझ चुके होंगे

इसके अलावा आप MCHC  टेस्ट क्यों किया जाता है, MCHC शरीर में कम होने पर कौन से लक्षण दिखाई देते हैं और साथ ही MCHC का लेवल शरीर में किस प्रकार से बनाए रखना चाहिए इत्यादि जानकारियों को भी बहुत अच्छे से जान गए होंगे

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इस लेख को पढ़ने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार