मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं – Muh ke chale kitne prakar ke hote hain

मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं : मुंह में छालों को किसी बहुत बड़ी बीमारी के रूप में तो नही देखा जाता है पर यह हमें दर्द किसी बड़ी बीमारी जितना ही देते है

मुंह में छाले होने के मुख्य कारन पेट की गर्मी या जूठा खाना समझा जाता है जिसके कारन लोग इसको बहुत ज्यादा चिंता का विषय नही मानते है, या तो इसको ऐसे ही नज़रअंदाज कर दिया जाता है और समय के साथ ठीक होने के लिए छोड़ दिया जाता है या तो घरेलु नुस्खे का इस्तेमाल किया जाता है

और बहुत दिन तक ठीक न होने पर तब जाके चिकित्सक की सहायता ली जाती है, पर ऐसे बहुत प्रकार के छाले होते है जिनका हमें समय के साथ इलाज कारन आवश्यक होता है ऐसे बहुत से प्रकार के छाले होते है जो किसी बड़ी बीमारी के लक्षण होते है

आइए आजके इस आर्टिकल में जानते है की मुंह के अल्सर के बारे में क्या चीज़ें सही है और इसके क्या कारन है और क्या उपाय है

 

मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं

 

अनुक्रम

मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं – Muh ke chale kitne prakar ke hote hain

मुंह के छाले होने के वैसे तो मुख्य रूप से कई कारन है पर इससे पहले यह जान लेना आवश्यक है मुंह के छाले क्यों होते है

वैसे तो आम रूप से यह हमारे आंतरिक शरीर में हो रही रासायनिक प्रक्रिया, वायरल, एलर्जी, जलन या चोट, संक्रमण, बैक्टीरिया और तनाव के कारन भी होते है

यदि किसी व्यक्ति को मुंह के छालों की शिकायत बहुत ज्यादा रहती है तो यह उसके शरीर में किसी गड़बड़ी के कारन हो रहा है, जिसके लिए उसे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए

 

मुंह के छालों के प्रकार – Muh ke chale ke Prakar 

वैसे तो इसके बहुत से प्रकार होते है पर हमने इसके सबसे मुख्य 6 प्रकार के बारे में हम ने बताने की कोशिश की है जिसे आप को जरूर पढ़ना चाहिए

 

1) छोटे एफ्थस छाले 

 

MOUTH ULSER

 

यह सबसे आम छाले है और लगभग 90 प्रतिशत लोग इसी प्रकार के छाले से पीड़ित होते है, यह एफ्थस छाले का सबसे आम प्रकार है, यह मुख्य रूप से गोले के आकर के होते है और छोटे होते है, इनका साइज़ 3 से 5mm के जितना होता है और यह बीच से सफ़ेद या पीले रंग के होते है, और किनारों से लाल घेरे बने होते है

वैसे तो यह एक या दो ही होते है बाकी सब तो लाल रंग के धब्बे होते है, पर ज्यादा से ज्यादा यह घाव के जैसे छोटे अंदर से पीले होते है

यह ज्यादा से ज्यादा 10 दिन तक रहते है, और बिना शरीर को कोई नुकसान किए ठीक हो जाते है, यह मुख्य रूप से होठों पर होते है

 

छोटे कामोत्तेजक छाले  का इलाज 

 

1) खारे पानी से कुल्ला करना 

  • गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं
  • पानी से गरारा करे
  • लगभग 30 सेकंड तक इसे मुह में घुमाते रहे
  • दिन में दो बार कुल्ला करे

 

2) हल्दी के पेस्ट का इस्तेमाल 

  • आप हल्दी का पेस्ट बना कर रात में सोने से पहले अपने घाव पर रख ले

 

3) बर्फ का इस्तेमाल 

  • आपको बर्फ को धीरे धीरे अपने छाले पर लगाना है
  • ऐसा दिन में दो या तीन बार करने से आपके छालों की सुजन कम हो जाएगी

 

4) विटामिन ई की कैप्सूल का इस्तेमाल 

  • विटामिन ई की कैप्सूल में छेड़ करके धीरे धीरे अपने छालों पर लगा ले

 

5) बेकिंग सोडा के पेस्ट का इस्तेमाल 

  • बेकिंग सोडा में पानी मिला कर पेस्ट बना ले
  • पेस्ट को छालो पर लगाएं
  • कुछ मिनट के लिए ऐसे रहने दे
  • ऐसा दिन में एक बार करे

 

6) एलोवेरा जेल

  • आप दुकान से  खरीद कर या ताज़ा अलोवेरा जेल का इस्तेमाल कर सकते है
  • यह स्वाद में तो बहुत कडवे होते है पर यह छालों की सूजन कम करने में मदद करते है

 

7) शहद का इस्तेमाल 

  • शहद को थोडा थोडा करके अपने घाव पर लगाए
  • ऐसा आप दिन में दो बार करे
  • शहद खूबियों से भरपूर होता है और यह छाले को ज़ल्द से ज़ल्द सही करने में मदद करता है

 

8) बबूने के फूल से चाय बना कर उसका उपयोग करे 

  • एक कप बबूने के फूल की चाय बना कर उसे ठंडा करना है
  • इससे कुल्ला करना है

 

2) बड़े एफ्थस छाले का इलाज 

यह छोटे एफ्थस छाले की तुलना में बहुत कम होते है और यह आकर में बहुत बड़े होते है, और इनका साइज़ 10 mm का होता है, और यह बहुत दर्दनाक होते है ज़ल्दी सही भी नही होते है

यह दो हफ्ते से लेकर एक महीने तक रहते और ज़ल्दी किसी घरेलु इलाज या दवाई से ठीक नही होते है, और तो और यह अपने होने के निशान भी छोड़ देते है, यह हमारे शरीर को कई तरह से नुक्सान भी करते है

इनके होने पर व्यक्ति में खाने पीने या बोलने में भी कठिनाई होती है

इसका इलाज भी छोटे एफ्थस छाले के घरेलु इलाज जैसा ही होता है पर हम आपको ऐसी अवस्था में डॉक्टर से सलाह लेने को कहेंगे

मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं इसमें सबसे मुख्य प्रकार के बारे में हमने अभी अभी पढ़ा और यह आम रूम से होने वाले छाले है


 

3) हेरपेटिफ़ॉर्म छाले

यह कामाभिसहट अल्सर का एक प्रकार है, यह बहुत कम होने वाले छाले है, यह समूह में होते है और बहुत छोटे छोटे पिन पॉइंट फफोले के जैसे होते है, यह हमारे मुंह के नरम सतहों पर होते है

इनके होने के कारन जलन, दर्द, झुनझुनी, गले में दर्द और थूक घोटने में भी तकलीफ होती है

यह सफ़ेद या पीले रंग के होते है और यह बहुत ज्यादा मात्रा में समूह में फैले होते है


 

4) एरिथेम मल्टीफार्मेय छाले 

यह त्वचा रोग की वजह से होता है, यह रशेस जैसे दीखते है 1000 में से कोई एक ही व्यक्ति इस प्रकार के छालों से पीड़ित होता है

जैसे ही हमारा त्वचा रोग ठीक होता है यह भी खुद ही ठीक हो जाते है, इसके लिए किसी भी प्रकार की होम रेमेडी का इस्तेमाल न करे और सीधे डॉक्टर से सलाह ले


 

5) लाइकेन प्लानस छाले 

लाइकेन प्लानस के कारन ही इस प्रकार के छाले होते है यह लेसदार धब्बे और सफ़ेद छाले जैसे होते है

इसके इलाज के लिए अपने डॉक्टर से सलाह ले


 

6) संक्रामक छाले 

ऐसे छाले जो संक्रमण की वजह से होते है, यह मुख्य रूप से हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस के संक्रमण की वजह से होते है

इनके इलाज के लिए भी डॉक्टर से सलाह ले और इनके फैलने से पहले ही अपना इलाज करवाए, क्योंकि यह बहुत तेजी से फैलते है और बहुत ज्यादा फैलने पर इनके ठीक होने में भी बहुत दिन लग सकते है

हमने आपको 6 सबसे मुख्य प्रकार के अल्सर यानी छालों के बारे में बताया है पर इसमें से सबसे आम प्रकार के छाले छोटे एफ्थस छाले है

क्योंकि लगभग 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग इसी प्रकार के छाले से घ्रसित होते है, हमें आशा है की अब आपको यह पता चल गया होगा की मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं और इनके सबके नाम और जानकारी भी प्राप्त हुई होगी


 

मुंह में छाले होने के कारण – Muh ke chale ke Karan

  1. प्रतिरक्षा प्रणाली के कमज़ोर होने पर भी हमारा शरीर छालों के प्रति संवेदनशील हो जाता है और हम आसानी से इसके प्रभाव में आ जाते है
  2. तनाव से सीधा असर हमारे शरीर और इसकी क्रियाओं पर पड़ता है, और तनाव से प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर हो जाती है और मुंह में छाले बहुत आसानी से पड़ जाते है
  3. मुंह में दांतों से चोट लगने पर भी हमारे मुंह में छाले पड़ जाते है
  4. किसी संक्रमण के कारण भी छाले पड़ते है
  5. एलर्जी के प्रभाव से भी छाले पड़ते है
  6. शरीर में मुख्य पोषण तत्व जैसे आयरन, विटामिन बी 12 और फोलिक एसिड की कमी से भी हमारे मुंह में छाले पड़ते है
  7. कुछ बिमारियों के लक्षण के रूप में भी छाले पड़ते है

 

मुंह के छाले का घरेलु उपाय – Muh ke chale Ka Gharelu Upay

 

1) अमरुद की पत्ती का सेवन 

जी हाँ, आपने सही पढ़ा अमरुद की पत्ती जो की अभी अभी ही पेड़ पे आई हो और नाज़ुक हो और रंग में कम हरी हो उनका दिन में खाली पेट सुबह सेवन करने से छाले बहुत ज़ल्दी ठीक होते है

गाँव के लोग आज भी इस चीज़ का इस्तेमाल करते है, इसका कोई नुक्सान नही है पर इससे आपके पेट को बहुत फायदा मिलता है

 

2) फिटकरी के पानी से गरारा 

आप फिटकरी को पानी में रखके बाद में उस पानी से गरारा कर सकते है, शुरुआत में तो आपको ऐसा लगेगा जैसे आपकी जीभ पत्थर जैसी हो गयी है जो की फिटकरी का असर है

इससे कोई नुकसान नही है पर ज्यादा से ज्यादा दिन में एक बार और लगभग एक सप्ताह तक ही इसका इस्तेमाल करे

अगर ठीक होता है तो ठीक अन्यथा इसका इस्तेमाल करना बंद कर दे, क्योंकि फिटकरी अधिक मात्रा में हमारे शरीर के लिए सही नही है भले ही आप इसका इस्तेमाल सिर्फ गरारे के लिए ही क्यों नही कर रहे है

 

3) लहसुन के एक कलि का रोजाना सेवन 

जी हां, यह खाने में बहुत असुविधा ज़रूरी देगा पर इसके फायदे जान के अप इसको भी दवाई के रूप में खा लेंगे, इसमें खून को साफ़ करने की और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने की और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने की क्षमता होती है

यदि आप लहसुन की एक कलि को सुबह खाली पेट खाते है तो छाले के साथ साथ आप अपने शरीर को बहुत सी बिमारियों से मुक्त रखेंगे इसके साथ आपका पाचन तंत्र भी मजबूत रहेगा

 

4) शहद का इस्तेमाल 

यह एक मीठा उपाय है, शहद भी हमारे लिए बहुत लाभकारी है और तो और इसके स्वाद में भी कोई कमी नही है हम शहद को अपने घावों पर लगा सकते है

आप दिन में दो से तीन बार ऐसा कर सकते है और कोशिश करे की आप शहद को खा ना ले इसको अपने मुंह में छालों पर लगा रहने दे

ऐसा दिन में तीन से चार बार करने से आपको लाभ ज़रूर दिखेगा, इसका कोई नुक्सान नही है बस मार्किट से मिलने वाले शहद में बहुत चीनी होता है इसलिए कोशिश करे की शुद्ध शहद का इस्तेमाल करे

 

5) नमक के पानी से गरारा 

यह बहुत देरी से फायदा करने वाला उपाय यह समय ज़रूरी लगाएगा पर यह बहुत ही आसान और आसानी से उपलब्ध नुस्खा है आप दिन में तीन से चार बार पानी में नमक डाल कर उसे गरम करके उससे गरारा करे

 

6) बेकिंग सोडा का पेस्ट 

आप बेकिंग सोडा में पानी डाल कर पेस्ट बना सकते है और उसको अपने घाव पे लगा के 5 मिनट के लिए छोड़ दे, और कोशिश करे की इस समय बनने वाली लार को आप अंदर न ले और बहार थूक दे,

आपको ऐसा दिन में बस एक बार करना है और ज्यादा से ज्यादा इस उपाय को एक हफ्ते करे इससे ज्यादा इस उपाय को करना सही नही है

 

7) बर्फ का इस्तेमाल 

बर्फ के चिप्स को दिन में दो बार अपने छालों पर रगड़े, इसको ध्यान से करे आपको अपने छालों को और जख्मी नही करना है आपको बस आराम से अपने छालों पर बर्फ लगाना है

 

8) तनाव मुक्त जीवन जीए

बहुत लोगों को इस बात का पता ही नही है की तनाव से भी मुंह में छाले पड़ते है और एक तनाव मुक्त जीवन हमें छालों से भी मुक्त करना है, तो यदि आप बहुत तनाव लेते है और आपको छाले भी अक्सर होते है तो आपको पहले तनाव मुक्त होना चाहिए

उसके बाद ही किसी नुस्खे या दवाई का इस्तेमाल करे

 

FAQ’s : मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं

Q1 :  मुंह का कैंसर कहाँ होता है?

यह जीभ, मसूड़ों और होंठ पर आम करके होता है

Q2 : अगर मुंह का छाला बड़ा हो जाए तो इसका क्या मतलब है?

इसका मतलब आपका छाला संक्रमण की वजह से हो रहा है और आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए

Q3 : सफेद छाले कैसे होते हैं?

यह छोटे फिंसी जैसे होते है, बीच से सफ़ेद और किनारे से लाल और फूले हुए होते है

Q4 : मुंह में छाले किसकी वजह से होते हैं?

यह मुख्य रूप से पेट की गर्मी के कारन होता है

 

Conclusion 

हमने आजके इस आर्टिकल में मुंह के छाले के बारे में चर्चा की, हमें आशा है की आप अब इसके प्रकार और इसके होने के कारण के बारे में जान गए होंगे

मुंह के छालों को मौखिक अल्सर भी कहा जाता है, यह आकर में तो बहुत बड़े नही होते है पर यह अपनी उपस्थति से हमें हर समय पीड़ा देते है और तो और इसके कारन हम आम चीज़ें भी आसानी से नही खा पाते है

यह आंतरिक गालो, मसूड़े, होठो और मुंह के अंदर की उपरी सतह पर और आंतरिक गले पर हो सकते है, यह अलग अलग आकर के होते है और यह आम तौर पर हमारे शरीर को कोई हानि नही पहुचाते है और खुद ही एक से दो हफ्ते में सही हो जाते है

लेकिन कुछ प्रकार के मौखिक अल्सर एक या दो हफ़्तों में भी ठीक नही होते और उनका होना भी हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है

हमें आशा है की आपको हमारा यह आर्टिकल मुंह के छाले कितने प्रकार के होते हैं के बारे में जान गए होंगे हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद