नाक से खून आने के कारण और उपाय – Naak Se Khun Rokane ka Upay

नाक से खून आने के कारण और उपाय : आमतौर पर शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ जाने पर हमारी नाक से खून आने लगता है जिसे की सामान्य भाषा में नकसीर कहा जाता है और यह नकसीर सामान्यता गर्मी के मौसम में ज्यादा देखने को मिलती हैं

यह समस्या छोटे बच्चों में बहुत ज्यादा देखने को मिलती हैं और अपने नाक से खून आता देख वे काफी घबरा भी जाते हैं क्योंकि इस में रक्त की मात्रा कई बार ज्यादा होती हैं जिससे कि वह बच्चा बेहोश भी हो सकता है

अंग्रेजी में इस समस्या को नोज ब्लीडिंग (Epistaxis) भी कहा जाता है, जिसका अर्थ भी होता है नाक से खून आना

इस समस्या मे व्यक्ति के नाक से रक्त आने लगता है और व्यक्ति के सर में भी दर्द रहता है पर क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है और यह नकसीर की समस्या किसी व्यक्ति को क्यों हो जाती हैं

साथ ही हम किस प्रकार से इस समस्या से बच सकते हैं और इससे बचने के क्या-क्या उपाय हैं, इन सभी के बारे में आज हम इस लेख में चर्चा करने वाले हैं तथा आज के हमारे इस लेख का मुख्य विषय रहेगा नाक से खून आने के कारण और उपाय

अगर हम किसी बीमारी का उपाय खोज रहे हैं तो सबसे पहले हमें यह जरूर पता होना चाहिए कि वह बीमारी होने के क्या कारण हैं और यदि एक बार हम इन कारणों को पहचान गए तो इसका उपाय जानना थोड़ा आसान रहता है

तो सबसे पहले हम इस समस्या यानी की नाक से खून आने के क्या कारण है, और इस समस्या से कैसे बचा जा सकता है, इनकी जानकारी प्राप्त करेंगे और इसके साथ ही इससे बचने के घरेलू उपाय क्या क्या है इसकी चर्चा भी हम आज के इस लेख में करने वाले हैं

Nose Bleeding Problem
Nose Bleeding Problem in Hindi 

 

नाक से खून आने के कारण और उपाय – Naak se khoon anne ke karan aur gharelu Upchar in Hindi

मुख्य रूप से नाक से खून आने के निम्नलिखित कारण हैं :

  • नाक में संक्रमण होने पर

हमारी नाक के अंदर की त्वचा बहुत ज्यादा मुलायम तथा कोमल होती हैं जो कि किसी भी इंफेक्शन के कारण जख्मी हो सकती हैं और अगर यह जख्म थोड़े गहरे हो तो इनसे खून भी निकलना शुरू हो जाता है और कई बार यह समस्या नोज ब्लीडिंग तक चली जाती हैं

इसी समस्या को नकसीर फूटना भी कहा जाता है जो कि हमारे नाक की पतली झिल्ली का अपने स्थान से हटना होता है और जब यह पतली झिल्ली अपने स्थान से हट जाती है तो एपिडर्मिस की लेयर पर आकर रक्त की समस्या उत्पन्न कर देती हैं जिसका परिणाम होता है नोज ब्लीडिंग

  • बहुत ज्यादा गर्म हवा या ठंडी हवा में रहना

यह नकसीर फूटने की समस्या जो कि हमें गर्मी के मौसम में दिखाई देती हैं उसका कारण बहुत ज्यादा चलने वाली गरम हवा की लू हो सकती हैं वहीं कई बार यह दिक्कत हमें सर्दियों में भी उत्पन्न हो जाती हैं जो कि सर्दियों में चलने वाली ठंडी हवाओं के कारण होती हैं

इन गर्म हवाओं की वजह से भी हमारी नाक के अंदरूनी साइड में कई बार चोट पहुंच सकती हैं जो की आगे चलकर नोज ब्लीडिंग का एक प्रमुख कारण बनती है

  • नाक के म्यूकस में कमी

आमतौर पर जब भी कोई अपनी नाक में अंगुली डालता है तो हमें बहुत ज्यादा गिन आती हैं, परंतु वही म्यूकस की कमी हो जाए तो हमें नकसीर जैसी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है

हमारी नाक में स्थित यह म्यूकस या स्लेष्मा आमतौर पर एक कचरा होता है जो कि हमारे नाक के बालों द्वारा रोक लिया जाता है और इन्हीं नाक के बालों द्वारा इसे हमारी स्वास के साथ अंदर नहीं जाने दिया जाता है

परंतु यदि यह श्लेष्मा हमारी नाक में मौजूद ही ना हो तो हमारी नाक बहुत ज्यादा अंदरूनी तौर से कठोर हो जाएगी और क्रस्टी भी हो जाएगी और ऐसा होने के कारण यदि हम गलती से भी अपने नाक के अंदरूनी हिस्से को छू लेते हैं तो इससे नोज ब्लीडिंग होने लगती हैं

  • नाक की साफ सफाई करते वक्त इसे जोर से रगड़ना या साफ करना

शरीर के अंदरूनी भाग में स्थित हमारे मानव शरीर के सभी अंग बहुत ज्यादा कोमल होते हैं और बाहरी अंगों की तुलना में इनकी साफ-सफाई भी बहुत धीरे-धीरे और कोमलता से करनी चाहिए

अन्य अंगों की तरह ही जब हम अपने नाक की सफाई करते हैं तो किसी सॉफ्ट रुमाल या किसी कॉटन बॉल का इस्तेमाल करते हुए ही हमें इसके म्यूकस आदि को साफ करना चाहिए

गलती से भी अंगुलियों का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यदि अंगुलियों के नाखून हमारे नाक के अंदरूनी हिस्से को लग जाते हैं तो इससे गहरा घाव भी बन सकता है एवं यह नोज ब्लीडिंग की समस्या का कारण भी बन सकती हैं

अगर यह घाव जल्दी ठीक नहीं होते हैं तो नोज ब्लीडिंग के साथ साथ ही यह Nose infection को भी बढ़ावा दे सकते हैं और जिस कारण से नाक की सर्जरी तक की नौबत भी आ सकती हैं

  • हाई फीवर होना

अगर छोटे बच्चों को बहुत ज्यादा तेज बुखार आ रहा है तो उस वक्त उन्हें यह नोज ब्लीडिंग की समस्या भी फेस करनी पड़ सकती है, क्योंकि इस हाई फीवर की कंडीशन में उन बच्चों के शरीर का आंतरिक तापमान सामान्य से अधिक होता है

आंतरिक हाई टेंपरेचर को उनका शरीर सहन नहीं कर पाता है जिस कारण से उनकी नकसीर भी फूट जाती हैं और नाक से खून बहने लगता है

आमतौर पर हाई फीवर के कारण यह समस्या छोटे बच्चों में ही देखने को मिलती है ना कि बड़े लोगों में या बूढ़ों में क्योंकि उनका शरीर कुछ मात्रा में उच्च तापमान को आंतरिक तौर पर सहन कर सकता है

  • शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ जाना

नोज ब्लीडिंग के लिए जो समस्या सबसे ज्यादा उत्तरदाई हैं वह है हमारे शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ जाना ही है क्योंकि इसी कारण से नकसीर फूट जाती हैं

जिस तरह से छोटे बच्चों में हाई फीवर की वजह से यह नकसीर की समस्या होती है उसी प्रकार से बड़े लोगों में यह समस्या शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ जाने के कारण होती हैं

आमतौर पर जब हमारे शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ जाती है तो हमारे फोरहेड पर छोटे छोटे दाने निकल आते हैं तथा हमारे लीवर आदि में भी सूजन बढ़ जाती हैं जो कि सीधा सा संकेत होता है कि अब हमारे शरीर का आंतरिक तापमान सामान्य से अधिक हो गया है

  • सर्दी जुकाम होने के या किसी फ्लू होने के कारण

हालांकि सर्दी जुखाम होने पर यह नोज ब्लीडिंग की समस्या बहुत ही कम मात्रा में देखने को मिलती है परंतु यदि किसी को उच्च स्तर पर यह सर्दी जुकम हो जाए तो इससे उसे सांस लेने में भी कठिनाई होती हैं और ऐसा होने से उसकी नाक की आंतरिक स्किन को भी नुकसान पहुंचता है

जिस कारण से उस पर जख्म भी हो सकते हैं और ऐसा होने पर यह नोज ब्लीडिंग की समस्या में कन्वर्ट हो सकती हैं

इसके अलावा किसी प्रकार का इनफ्लुएंजा या फ्लू होने पर भी यह नकसीर की समस्या उत्पन्न हो सकती हैं क्योंकि यह नाक के आंतरिक भाग में इन्फेक्शन को बढ़ावा देता है

  • नाक की आंतरिक त्वचा में नमी की कमी होना

जब बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है तो हमारे शरीर की त्वचा रूखी हो जाती हैं और अगर उसे मोशुराइजर नहीं किया जाए तो वह फटने भी लगती हैं और कई बार उनसे खून भी निकलने लगता है

उदाहरण के तौर पर सर्दियों में हमारी एडिया बहुत ज्यादा फट जाती हैं और उन से खून भी निकलना शुरू हो जाता है क्योंकि उन्हें पर्याप्त मात्रा में नमी नहीं मिलती है

उसी प्रकार से बहुत ज्यादा ठंड होने पर हमारी नाक के अंदर मौजूद श्लेष्मा या म्यूकस सूखकर कठोर हो जाता है और जब हम इसे हटाने का प्रयास करते हैं तो इससे खून भी निकलने लगता है जिसे की नोज ब्लीडिंग कहा जाता है

इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में जब हमारी नाक के अंदर नमी मौजूद नहीं होती है तो यह स्लेष्मा सूखना शुरू हो जाता है

  • नाक की अंदरूनी चोट या नाक की सर्जरी के कारण

उपरोक्त सभी कारणों के अलावा अगर आपको किसी कारण से नाक के अंदरूनी भाग में चोट पहुंची हैं तो इससे भी नकसीर फूट जाती है

उदाहरण के तौर पर अगर कोई आपको आकर नाक पर मुक्का मार दे तो उस दौरान आपके नाक से खून बहने लगता है क्योंकि आपके नाक में मौजूद सॉफ्ट ब्लड वेसल्स फट जाती हैं और उनसे रक्त स्त्राव शुरू हो जाता है

इसके अलावा अगर आप ने हाल ही में अपनी नाक को सही कराने के लिए कोई सर्जरी परफॉर्म की है तो उस स्थिति में भी नाक से खून निकल सकता है हालांकि इस समस्या को नकसीर तो नहीं कहा जा सकता परंतु इसमें नोज ब्लीडिंग की समस्या की तरह ही नाक से खून बहने लगता है

 

नाक से खून आने के प्रमाण किन लोगों में ज्यादा है

वैसे तो यह आम है किसी को भी नकसीर आ सकती है। अधिकांश लोगों के पास अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार तो जरूर होता है । हालांकि, ऐसे लोग भी हैं जिनकी नाक से खून आने की संभावना अधिक होती है जैसे की

  • दो से 10 साल की उम्र के बच्चे। शुष्क हवा, सर्दी, एलर्जी और उनकी नाक में उंगलियां लगने की वजह से यह बच्चो में देखने के लिए मिल सकता है
  • 45 और 65 वर्ष की आयु के बीच के वयस्क लोगों में नाक से खून आना आम बात होती है
  • प्रेग्नेंट महिलाओ में गर्भावस्था के दौरान नाक में रक्त वाहिकाओं का विस्तार होता है, जो नाक की परत में नाजुक रक्त वाहिकाओं पर अधिक दबाव डालता है जिसके वजह से नाक से खून बहना शुरू होता है
  • जो लोग खून पतला करने वाली दवाएं लेते हैं, जैसे Aspirin या Warfarin उन में यह लक्षण देखने मिल सकते है
  • जिन लोगों को रक्त के थक्के बनने का विकार हैं, जैसे Hemophilia या वॉन Willebrand रोग तो ऐसे मरीजों के नाक से खून बह सकता है

 

नाक से खून बह रहा है पढ़िए रोकने के उपाय

जब आप नाक से खून बहने यानी कि नकसीर की समस्या के क्या-क्या कारण होते हैं इन्हें जान ही चुके हैं तो अब हम जानने वाले हैं कि इसे रोकने के कौन-कौन से उपाय विद्यमान हैं, जिनका उपयोग करके हमें समस्या से निजात पा सकते हैं

नाक से खून बहने को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय हैं :

  • नाक से खून बहने को रोकने का प्रारंभिक उपाय

अगर किसी व्यक्ति को नोज ब्लीडिंग हो रही है और उसे अस्पताल पहुंचाने में थोड़ी देर भी हो सकती हैं तो सबसे पहले उस व्यक्ति को उल्टा लिटा दें और उसकी पीठ पर धीरे-धीरे थपथपाए

इस प्रक्रिया को लगभग 10 से 15 मिनट तक एक ही गति से करें और तब तक करते रहे जब तक कि उसे नोज ब्लीडिंग समाप्त नहीं हो जाती

यह प्रक्रिया अपनाने पर जो खून उसकी नाक से लगातार बह रहा था वह बहना बंद हो जाएगा क्योंकि उसको उल्टा लेटा देने से वह खून उसके मुंह के रास्ते आंतरिक शरीर में पहुंच जाएगा और इस तरह से उसे नोज ब्लीडिंग बंद हो जाएगी

  • आइस क्यूब से भी रोका जा सकता है नोज ब्लीडिंग को

नोज ब्लीडिंग की समस्या को तुरंत प्रभाव से कम करने के लिए आइस क्यूब का सहारा भी लिया जा सकता है

इसके लिए जिस व्यक्ति को नोज ब्लीडिंग हो रही है, उसके दोनों नाक के होल्स के ऊपर किसी प्लास्टिक की पाउच में आइस क्यूब को डालकर रख देना चाहिए और ऐसा करने पर उसे तुरंत प्रभाव से नोज ब्लीडिंग बंद हो जाएगी

  • ऊपर की ओर मुंह खड़ा करके स्थिर खड़े रहे

जब अचानक यह नोज ब्लीडिंग की समस्या शुरू हो जाए तो लेटने की बजाय आसमान की तरह सीधा मुंह करके खड़ा हो जाए जिससे कि रक्त की मात्रा बहुत ज्यादा कम हो जाएगी और उसका स्त्राव भी ज्यादा नहीं होगा

आमतौर पर यह नोज ब्लीडिंग की समस्या 5 से 10 मिनट तक ही होती है परंतु अगर इतना समय बीत जाने के बाद भी यह नोज ब्लीडिंग नहीं रुक रही है तो तुरंत प्रभाव से उस व्यक्ति को अस्पताल मे ले जाना चाहिए

  • धीरे-धीरे सांस लेवे और छोड़ें

जब किसी को नोज ब्लीडिंग की समस्या हो रही है तो उसे सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है तो ऐसी स्थिति में उसे स्वसन प्रक्रिया को धीरे-धीरे करना चाहिए और धीरे-धीरे ही सांस लेनी चाहिए तथा छोड़नी चाहिए

यदि कोई व्यक्ति नोज ब्लीडिंग से प्रभावित होने के बावजूद बहुत ज्यादा तेज गति से सांस छोड़ रहा है तो इस गति के कारण उसके नाक से रक्त की मात्रा भी ज्यादा स्रावित होगी

  • नोज ब्लीडिंग के समय नाक को पोछने या रगड़ने से बचें

यदि आपको नोज ब्लीडिंग की समस्या हो रही है तो ऐसे समय में उस खून को रोकने के लिए अपनी नाक को ना बंद करें एवं ना ही उसे जोर-जोर से साफ करें क्योंकि ऐसा करने पर नाक की अंदरूनी स्किन को और ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है और यह नोज ब्लीडिंग रुकने की बजाय और ज्यादा बढ़ सकती हैं


आपातकालीन परिस्थति में यदि किसी के नाक से खून आता है तब आप निचे दिए स्प्रे का इस्तिमाल खून को रोकने के लिए कर सकते है

  1. Afrin®
  2. Dristan®
  3. Neo-Synephrine®
  4. Vicks Sinex®

WARNING: इन सामयिक decongestant स्प्रे का उपयोग लंबे समय तक नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा करने से वास्तव में नकसीर आने की संभावना बढ़ सकती है इसीलिए किसी भी प्रकार के अपने स्वास्थ्य के आधार पर कोई भी निर्णय लेने से पहले पाठकों में डॉक्टर से सलाह लेनी जरूरी है

 

नाक से खून आ रहा है तो आजमाए यह घरेलू एवं आयुर्वेदिक उपाय

आज हमारी रसोई में मौजूद हर सामान से कुछ ना कुछ घरेलू उपाय किया जा सकता है और किसी भी शारीरिक समस्या से निदान पाया जा सकता है

उसी तरह नोज ब्लीडिंग की समस्या को भी कुछ घरेलू उपायो को अपनाकर रोका जा सकता है जो कि निम्नलिखित हैं :

1) एक प्याज के टुकड़े को किसी सिलबट्टे पर पीस कर उसका रस निकाल ले तथा उसमें थोड़ा सा नारियल का तेल मिलाकर अपनी नाक में डालें,  जिससे कि नाक की नमी बरकरार रहेगी तथा उसकी अंदरूनी त्वचा रूखी नहीं होगी जिससे कि नकसीर की समस्या भी उत्पन्न नहीं होती है


2) हरि तुलसी के पत्तों को एवं उसके दानों को एक साथ अपने मुंह में रखकर अच्छी प्रकार से चलाएं क्योंकि यह हमारे मुंह और नाक को ठंडक प्रदान करती हैं,  जिससे कि नकसीर की समस्या भी दूर होती हैं इसके साथ ही यह हरि तुलसी के पत्ते जो की साइज में सामान्य पत्तों से थोड़े छोटे होते हैं, इनसे इंफेक्शन से भी बचाव होता है


3) नमक के पानी को 2 से 3 मिनट के लिए हल्की गैस की आंच पर गर्म करें और उसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें और जब यह पानी ठंडा हो जाए तो इसकी 2-3 बूंदे अपनी नाक में डालें जो कि नाक की सफाई करने का अच्छा काम करता है और इससे नोज ब्लीडिंग की समस्या में भी राहत मिलती हैं


4) आपने विटामिन ई के कैप्सूल का प्रयोग एक मोशुराइजर के तौर पर जरूर किया होगा क्योंकि यह हमारी स्किन को नमी प्रदान कराता है , और इन कैप्सूल का प्रयोग हम अपनी नोज ब्लीडिंग रोकने के लिए भी कर सकते हैं, तो रात को सोने से पहले इन्हें अपनी नाक की बाहरी साइड पर हल्के हल्के से मालिश करके लगा ले


5) आप नोज ब्लीडिंग को रोकने के लिए गाय के देसी घी को अपनी नाक में रात को सोने से पहले डालें यह आपकी नाक की अंदरूनी त्वचा को नमी प्रदान करने के साथ-साथ ही नाक की अन्य समस्याओं से भी निजात दिलाता है जैसे कि नाक का संक्रमण या फिर सर्दी जुकाम इत्यादि


6) आप नोज ब्लीडिंग को रोकने के लिए एप्पल विनेगर का प्रयोग भी कर सकते हैं, क्योंकि इसमें मौजूद अम्ल उन ब्लड वेसल्स को संकुचित कर देता है जिनके द्वारा नोज ब्लीडिंग हो रही है और इससे नोज ब्लीडिंग तुरंत प्रभाव से रुक भी जाती हैं


7) आप किसी बीमारी को खत्म करना चाहते हैं तो पहले उसके कारणों को खत्म कर दीजिए वह बीमारी अपने आप ही खत्म हो जाएगी और जैसा कि हम जानते हैं कि शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ने पर ही यह नकसीर फूटने की समस्या होती है तो शरीर की गर्मी को कम करने के लिए हम गुलकंद के पानी का सेवन कर सकते हैं

और सुबह उठने के बाद आप नियमित रूप से इस गुलकंद पानी का सेवन करें तो आपके शरीर का आंतरिक तापमान नियंत्रित रहेगा


8) एक कांच के बाउल में थोड़ा गर्म पानी लेवे और उसमें थोड़ी विक्स मिला दे,  और ऐसा करने के बाद उस पानी की भाप को अपने अंदर खींचे जो कि आपकी रुकी हुई नाक को खोल देगा और साथ ही आपको और आपकी नाक को मोशुराइजर भी प्रदान करेगा


इस प्रकार से आप उपरोक्त सभी उपाय को अपनाकर अपनी नोज ब्लीडिंग की समस्या को समाप्त कर सकते हैं और काफी हद तक आपको इसमें राहत भी प्रदान होगी

 

ज्यादा देर तक नकसीर ना रुके तो क्या करें?

अगर आपको नोज ब्लीडिंग की समस्या 10 से 15 मिनट होने के बाद भी नहीं रुक रही है तो आपको तुरंत प्रभाव से अस्पताल में जाना चाहिए और अपना इलाज शुरू कर आना चाहिए क्योंकि इस प्रकार की नोज ब्लीडिंग होने के अन्य बड़े कारण भी हो सकते हैं

 अस्पताल में डॉक्टर आपको एनेस्थेटिक में लाकर आपकी नाक से हो रही नोज ब्लीडिंग को आसानी से चेक कर पाएगा पर आपको उचित ट्रीटमेंट भी दे पाएगा 

आमतौर पर अस्पतालों में कुछ ऐसे सेप्टिक स्प्रे होते हैं जिन को किसी कॉटन बॉल में लगाकर आपके नाक के होल्स में फंसा दिया जाता है जिससे कि नोज ब्लीडिंग की समस्या रुक जाती हैं और इस प्रकार के स्प्रे किसी के घरों में मौजूद होना असंभव है

इस प्रक्रिया को नोज पैकिंग भी कहा जाता है और साथ ही इसमें सॉफ्ट रबड़ बॉल्स को भी स्प्रे के साथ लगा कर आपकी नाक के नथुनी पर रखा जाता है

इसके अलावा बहुत ही अधिक मात्रा में हो रही नोज ब्लीडिंग को रोकने के लिए सबसे प्रमुख उपाय उस ब्लड वेसल को बंद करना होता है और ऐसा करने के लिए डॉक्टर नोजल कॉट्राइज का सहारा लेते हैं

जिसे कि नोजल कोटरी भी कहा जाता है, यह छोटी सी इलेक्ट्रिक प्रक्रिया होती है जिसके द्वारा एक केमिकल जिसका नाम है, सिल्वर नाइट्रेट के साथ प्रतिक्रिया करके उस ब्लड वेसल उसको बंद कर दिया जाता है जिससे कि रक्त ना बहे

 

क्या नाक से खून बहने की समस्या अनुवांशिक है?

आमतौर पर अनुवांशिक बीमारियां उन बीमारियों को कहा जाता है जो किसी इंसान में उसके माता-पिता द्वारा हस्तांतरित होती हैं जैसे कि एड्स, एचआईवी और कुछ स्किन रिलेटेड डिजीज जो कि अनुवांशिक डिजीज कहलाती है

परंतु नाक से खून बहने की समस्या जिसे कि नकसीर फूटना भी कहा जाता है, एक अनुवांशिक बीमारी नहीं है क्योंकि यह किसी व्यक्ति में उसके माता-पिता से हस्तांतरित होने की बजाए उसके शारीरिक या प्राकृतिक कारणों से होती है

इस नोज ब्लीडिंग की समस्या होने का प्रमुख कारण नाक की अंदरूनी स्किन में इन्फेक्शन होना या इसमें नमी की कमी होना होता है और इस समस्या को विभिन्न उपायों द्वारा सही किया जा सकता है

हमारे नाक के अंदर स्थित नमी को संतुलित करने का काम नाक में ही मौजूद श्लेष्मा या म्यूकस करता है जो कि अनावश्यक बाहरी तत्वों को शरीर के आंतरिक अंगों तक पहुंचने से भी रोकता है और साथ ही हमारी नाक को रुखा होने से भी बचाता है


FAQs : नाक से खून आने के कारण और उपाय

सवाल : नाक से खून आने की समस्या को क्या कहा जाता है?

नाक से खून आने की समस्या को नकसीर या अंग्रेजी में नोज ब्लीडिंग कहा जाता है जिसका अर्थ है नाक से खून आना

सवाल : नाक से खून आना गंभीर बीमारी है?

अधिकांश नकसीर गंभीर नहीं होते हैं और इन्हें घर पर ही प्रबंधित किया जा सकता है, लेकिन यदि आपको बार-बार नाक से खून आता है, तो अपने डॉक्टर से इसके बारे में बात करना जरूरी है

सवाल : क्या नोज ब्लीडिंग होने का अनुवांशिक कारण क्या होता है?

नहीं, यह समस्या व्यक्ति के बाहरी शरीर से संबंधित होती हैं इस कारण से इसका संबंध अनुवांशिक समस्याओं से नहीं है क्योंकि यहां किसी व्यक्ति में अपने माता पिता के द्वारा हस्तांतरित नहीं की जाती हैं

सवाल : नोज ब्लीडिंग होने के आंतरिक कारण क्या है?

शरीर में पोषक तत्व की कमी या शरीर में अत्यधिक गर्मी के कारण जब नोज ब्लीडिंग होती है तो यह इसके आंतरिक कारण कहलाते हैं

सवाल : क्या नाक में एलर्जी होने से भी नोज ब्लीडिंग हो सकती हैं?

हां, अगर किसी व्यक्ति की नाक में नोज एलर्जी हैं और यदि इस कारण उसकी नाक की अंदरूनी ब्लड वेसल्स रुकी हुई है तो भी इससे यह नकसीर की समस्या हो सकती है

सवाल : नकसीर की बीमारी को रोकने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय कौन सा है?

इस बीमारी को रोकने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय हैं कि रोजाना नाक में प्याज के रस के साथ थोड़ा नारियल का तेल मिलाकर डालें जिससे कि यह समस्या रुक सकती हैं

सवाल : नकसीर की समस्या मे खून का थक्का जमने से कैसे रोका जा सकता है?

इस समस्या मे खून का थक्का जमने से रोकने के लिए आइस क्यूब का सहारा लिया जा सकता है और यदि किसी व्यक्ति को यह नकसीर हो जाए तो उसकी नाक के ऊपर इन आइस क्यूब स्कोर 5 से 10 मिनट के लिए रखना चाहिए

सवाल : नोज ब्लीडिंग की समस्या में किस विटामिन का प्रयोग करना चाहिए?

इस समस्या में विटामिन ई से बने कैप्सूल का प्रयोग किया जा सकता है

सवाल : किसी व्यक्ति को नोज ब्लीडिंग की समस्या होने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए?

अगर किसी व्यक्ति को नोज ब्लीडिंग की समस्या हो जाए तो उसे तुरंत प्रभाव से सिर के बल लेटा देना चाहिए और उसकी कमर को थपथपाना चाहिए

सवाल : क्या किसी व्यक्ति के नाक में रुकी हुई रक्त कोशिकाएं भी इस नोज ब्लीडिंग का कारण बन सकती हैं?

हां, यह रुकी हुई ब्लड वेसल्स भी इस नकसीर का कारण बन सकती हैं क्योंकि शरीर में अचानक गर्मी बढ़ जाने पर इन से खून निकलना शुरू हो जाता है जिससे कि नकसीर की समस्या होती है

सवाल : क्या किसी व्यक्ति को मलेरिया होने पर भी यह नोज ब्लीडिंग की समस्या हो सकती हैं?

हां क्योंकि मलेरिया होने पर व्यक्ति के प्लेटलेट्स में काफी कमी आ जाती है और जिस कारण से उसे यह नोज ब्लीडिंग की समस्या भी हो सकती हैं


Conclusion

तो पाठको हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख नाक से खून आने के कारण और उपाय बहुत ज्यादा पसंद आया होगा और इसे पढ़कर आप नोज ब्लीडिंग को किस प्रकार से रोका जा सकता है एवं यह नोज ब्लीडिंग हमें क्यों होती है, इत्यादि जानकारी को समझ गए होंगे

अगर आपको यह लेख पढ़कर उचित जानकारी प्राप्त हुई हो तो इस लेख के Comment Box में अपने अमूल्य Suggestions जरूर लिखें ताकि हम आपके इन्हीं सुझावों के मुताबिक आने वाले समय में आपके लिए इसी प्रकार के ज्ञानवर्धक लेख लाते रहे और आपके ज्ञान में सकारात्मक वृद्धि करते रहें

इस लेख को पढ़ने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत धन्यवाद तथा आभार