ऑपरेशन के बाद हड्डी कितने दिन में जुड़ती है | टूटी हुई हड्डी कैसे जुड़ती है

ऑपरेशन के बाद हड्डी कितने दिन में जुड़ती है : हमारे शरीर में हड्डी सबसे कठोरतम भागों में से एक मानी जाती है, दातों में उपस्थित इनेमल के बाद एक मानव शरीर का सबसे कठोरतम भाग हड्डी को ही माना जाता है

यह हड्डियां ना केवल हमारे बाहरी शरीर को आकार प्रदान करती है बल्कि इसके अलावा आंतरिक अंगों को सुरक्षा प्रदान करने का कार्य भी यही करती है तो ऐसे में अगर इसे कोई नुकसान पहुंचता है तो वह बहुत ज्यादा खतरनाक होता है

आमतौर पर हड्डियां जिस प्राकृतिक पदार्थ से बनी होती है, उसे शरीर का कैल्शियम कहा जाता है और इसी से हड्डियों को मजबूती मिलती है पर अगर इसकी कमी भी हो जाए तो भी शरीर में हड्डियां टूटने लगती है और कमजोर पड़ने लगती हैं

अगर किसी वजह से हड्डी टूट जाती है, जैसे कि एक्सीडेंट या किसी ऑपरेशन के बाद तो ऐसे में वह कितने दिनों में वापस जुड़ती हैं, इस बारे में हम आज के इस लेख में चर्चा करने वाले हैं

साथ ही हमारे आज के इस लेख का मुख्य विषय रहेगा ऑपरेशन के बाद हड्डी कितने दिन में जुड़ती है

 

Opretion ke baad haddi kitne din me judti hai
Opretion ke baad haddi kitne din me judti hai

 

ऑपरेशन के बाद हड्डी कितने दिन में जुड़ती है | टूटी हुई हड्डी कितने दिन में जुड़ती है

अगर ऑपरेशन के बाद हड्डी के वापस जोड़ने की बात की जाए तो इसे जुड़ने में सामान्यता 2 से 3 माह का समय लगता है परंतु यह समय अलग-अलग कैसो में अलग-अलग हो सकता है क्योंकि अगर हड्डी को ज्यादा नुकसान पहुंचा है तो ऐसे में 6 महीने तक भी समय लग सकता है

पर अगर ऑपरेशन करने के बाद हड्डी को जोड़ने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस का यूज करके हड्डी पर चूने का प्लास्टर किया जाता है, तो ऐसे में 4 से 5 महीने का समय भी हड्डी को जोड़ने में लग सकता है

अक्सर हमारे शरीर में छोटे-मोटे फ्रैक्चर होते रहते हैं तो ऐसे में उस समय हड्डी अपने आप ही जुड़ जाती है परंतु हमें इसका ज्ञान नहीं रहता क्योंकि वह फैक्चर हमें किसी प्रकार का शारीरिक दर्द भी नहीं देता है

अगर सामान्य फैक्चर की बात की जाए तो ऐसे में हड्डी 18 से लेकर 24 दिनों के भीतर ही जुड़ जाती हैं क्योंकि वह फैक्चर हाथों की अंगुलियों या कोहनी इत्यादि के होते हैं

 

ऑपरेशन के बाद टूटी हुई हड्डी जल्दी जुड़ने के उपाय

ऑपरेशन होने के बाद हड्डी को जल्दी जोड़ने के लिए आप निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं :

  • उन मेडिसिंस का उपयोग करें जो आपके शरीर को उचित मात्रा में कैल्शियम प्रदान करती हैं क्योंकि यह आप की हड्डी को जोड़ने में और ज्यादा सहायता प्रदान करेगी
  • आप रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि आयुर्वेद में हल्दी को हड्डियों की मजबूती देने वाले पदार्थ के रूप में जाना जाता है
  • आपके शरीर की जिस हड्डी का ऑपरेशन किया गया है उस भाग को ज्यादा मूवमेंट कराने से बचना चाहिए क्योंकि हल्की सी भी चोट उसे और ज्यादा गंभीर बना सकती हैं
  • जहां पर प्लास्टर हो रखा है उसके आसपास गर्म पानी की थैली से सेट करना चाहिए जिससे कि ब्लड फ्लो बना रहता है और जो की हड्डियों की मजबूती के लिए भी जरूरी है
  • हड्डियों में मौजूद अस्थि मज्जा से ही ब्लड का निर्माण होता है तो ऐसे में उन पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो हमारे रक्त की मात्रा को बढ़ाते हैं जैसे कि टमाटर एवं सेव इत्यादि
  • शरीर की जिस हड्डी का ऑपरेशन हुआ है, वहां के भाग को हल्का-फुल्का मूवमेंट देना चाहिए ना कि अत्यधिक जिससे कि सामान्य एक्सरसाइज होती रहे और वह भाग सुन्न पड़े

 

हड्डी की देखभाल ऑपरेशन के बाद

सामान्य तौर पर ऑपरेशन होने के बाद हड्डी की स्थिति बहुत ही ज्यादा नाजुक होती है तो ऐसे में शरीर के उस हिस्से को विशेष रुप से केयर करने की आवश्यकता होती है

तो ऐसे में ऑपरेशन के बाद हड्डी की देखभाल के लिए कोई रोगी निम्नलिखित उपायों को अपना सकता है :

  1. हड्डी का ऑपरेशन होने के 24 से 48 घंटों के भीतर हाथ या पैर के आसपास हमें लालिमा छाने लगती है तो ऐसे में गर्म पानी की बजाय आइस पैक से सेक करना चाहिए जिससे कि ब्लड फ्लो कंटिन्यू रहे
  2. हड्डियों को मजबूत करने के लिए आयरन से भरपूर भोजन भी करना चाहिए क्योंकि यह ऑपरेशन के बाद फास्ट रिकवरी में रोगी को मदद करता है इसके लिए हरी सब्जियों एवं पालक तथा करेले के जूस का भी प्रयोग किया जा सकता है
  3. रात को सोते समय दूध के साथ कैल्शियम पाउडर को मिलाकर भी लिया जा सकता है यदि डॉक्टर की सलाह देते हैं तो क्योंकि रात को रिकवरी मोड में आपका शरीर इसे बहुत अच्छी तरह से अब्जॉर्ब भी कर पाता है
  4. इस प्रकार के ऑपरेशन के बाद हल्का भोजन लेने के साथ ही फाइबर युक्त भोजन का सेवन भी करना जरूरी है
  5. शरीर के जिस भाग की हड्डी का ऑपरेशन हुआ है उसे सामान्य जमीन पर नहीं रखना चाहिए बल्कि उसकी बजाय कुछ सहारा रखकर उसके ऊपर उस अंग को रखना चाहिए जैसे कि कोई तकिया इत्यादि ताकि वह सामान्य से अधिक ऊंचाई पर रहे
  6. ऑपरेशन के बाद हड्डी पर अनावश्यक भार देने से बचना चाहिए और कोई भी भारी काम शुरुआती पांच से छह महीनों में नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे में हड्डी रिकवरी फेस से वापस डैमेज मोड में आ सकती है

 

हाथ या पैर की टूटी हुई हड्डी कितने दिन में जुड़ती है

कोई टूटी हुई हड्डी कितने दिनों में जुड़ती है यह बात इस पर निर्भर करती है की हड्डी किस वजह से टूटी है

उदाहरण के तौर पर अगर हड्डी में कोई फ्रैक्चर हुआ है तो वह सामान्यता दो से तीन महीनों में रिकवर हो जाती है परंतु अगर कोई भयंकर एक्सीडेंट में हड्डी फैक्चर हुई है तो ऐसे में उसे 1 साल तक भी लग सकता है

फ्रैक्चर हुई हड्डी को वापस जोड़ने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस का प्रयोग किया जाता है और इसमें भी हड्डियों पर दो प्रकार का प्लास्टर होता है

  • सामान्य प्लास्टर जिसकी अवधि 1 महीने की होती है
  • उच्च स्तर का प्लास्टर ऑफ पेरिस जिसकी अवधि 2 महीने तक होती हैं

कई बार बहुत ज्यादा डैमेज हुई हड्डी को जोड़ने के लिए डॉक्टर्स द्वारा स्टील की रॉड्स को भी ऑपरेशन द्वारा फिट किया जाता है क्योंकि यह हड्डी को स्थिरता प्रदान करने के साथ-साथ ही और किसी डैमेज होने से भी बचाती हैं

 

ऑपरेशन के बाद हड्डी ठीक होने वाली दवाइयाँ

सामान्य तौर पर बहुत से लोग ऑपरेशन होने के बाद हड्डियों को जोड़ने वाली दवाइयों को लेने से बचते हैं परंतु ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि उन दवाइयों में अधिकतम मात्रा में कैल्शियम का उपयोग किया जाता है

जो की हड्डियों की रिकवरी के लिए बेहद आवश्यक हैं और साथ ही हड्डियों को उचित पोजीशन देने में भी इसका एक अहम योगदान होता है

इसके अलावा बहुत से आयुर्वेदिक उपायों द्वारा भी ऑपरेशन के बाद हड्डी को मजबूत करने के लिए बहुत सारे उपाय किए जाते हैं

ऑपरेशन के बाद हड्डी ठीक करने वाली मेडिकल साइंस से प्रमाणित दवाइयां :

  • Calvitan D3 tablets
  • Our daily calcium tablets
  • Calcium complex medical tablets
  • Kalvbest calcium tablets
  • Bone max tablets
  • Femycal tablets
  • Petvit calcium tablets

इन सभी दवाइयों का प्रयोग मेडिकल साइंस में ऑपरेशन के बाद टूटी हुई हड्डियों को मजबूती प्रदान करने एवं सही करने के लिए किया जाता हैं

 

ऑपरेशन के बाद हड्डी के लिए आहार

शरीर के किसी भी भाग का ऑपरेशन या सर्जरी होने के बाद जो सबसे अहम चीज का ख्याल रखना होता है वह है हमारा आहार यानी कि भोजन

ऑपरेशन के बाद हड्डी के लिए आहार में सबसे ज्यादा वरीयता कैल्शियम एवं आयरन से भरपूर भोजन को दी जाती है क्योंकि यही दोनों ऐसे पदार्थ है जो की हड्डियों को मजबूती एवं उन्हें वापस से ठीक करने में अपनी भूमिका सर्वाधिक निभाते हैं

ऑपरेशन के बाद हड्डी के लिए आहार का सेवन करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए :

  1. बहुत अधिक भारी भोजन करने की बजाय हल्का भोजन करना चाहिए क्योंकि शरीर को भी उसी मात्रा में कार्य करना होता है
  2. रात को सोते समय आप एक गिलास दूध में हल्दी को मिलाकर पी सकते हैं क्योंकि यह एंटीबायोटिक होने के साथ-साथ ही आपकी हड्डियों को भी मजबूती प्रदान करती हैं
  3. अपनी रेगुलर डाइट में हरी सब्जियों को ज्यादा शामिल करना चाहिए जैसे कि पालक एवं करेला या लौकी इत्यादि
  4. बहुत ज्यादा मसालेदार एवं बहुत ज्यादा भुने हुए भोजन की बजाए हरी सब्जियों के सलाद का सेवन भी किया जाना उचित रहता है
  5. आप अंडे का सेवन भी कर सकते हैं जो कि प्रोटीन का सर्वोत्तम स्रोत माना जाता है, पर अगर आप शाकाहारी हैं तो ऐसे में आप प्रोटीन के लिए विभिन्न प्रकार की दालों वाली खिचड़ी का प्रयोग कर सकते हैं
  6. रोजाना चाय पीने की बजाय आपको दिन में दो से तीन बार गर्म दूध का सेवन करना चाहिए और वह भी देसी गाय का जिससे कि यह हड्डियों में चिकनाई को बढ़ाने के साथ-सथ ही उन में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाने में भी योगदान देता है
  7. हल्का भोजन ग्रहण करने के साथ-साथ ही आपको उचित व्यायाम भी करना चाहिए जितना हो सके क्योंकि ऑपरेशन के बाद शरीर में खाना मुश्किल से पचता है तो व्यायाम की सहायता से यह और भी ज्यादा आसान हो जाता है

 

हड्डी जल्दी जुड़ने के लिए क्या करें

शरीर में किसी भी कारण से टूटी हुई हड्डी को जल्दी रिकवर करने के लिए दो-तीन बातों का ही विशेष ख्यल रखना होता है

पहला है उचित आहार, साथ ही दूसरा है उचित व्यायाम एवं तीसरा है सही देखभाल एवं केयर

आहार के बारे में जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि ऐसे भोजन को वरीयता देनी चाहिए जिसमें कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन एवं आयरन से युक्त पोषक तत्व होते हैं साथ ही चिकनाई युक्त पदार्थों का सेवन करना भी ऐसे में अच्छा रहता है जैसे कि गाय का देसी घी

रात को सोते समय एक गिलास दूध में एक चम्मच देसी गाय का घी मिलाकर पीने से भी हड्डियों को चिकनाई मिलती है एवं उन में चलने वाले सरने बंद हो जाते हैं

हड्डियों को उचित मात्रा में प्रोटीन एवं आयरन उपलब्ध करवाने के लिए आप अंडों का प्रयोग कर सकते हैं एवं शाकाहरी होने की स्थिति में आप दालों का प्रयोग भी कर सकते हैं

आयुर्वेद में कुछ ऐसे व्यायाम भी बताए गए हैं जो की हड्डियों की मजबूती एवं उनकी रिकवरी के लिए जाने जाते हैं तो ऐसे में उनको भी करना चाहिए परंतु उन व्यायाम को करने से बचना चाहिए जिनमें हड्डियों पर ज्यादा जोर पड़ता हो

 

FAQs : Opretion ke baad haddi kitne din me judti hai

सवाल : टूटी हुई हड्डी कितने दिन में जुड़ती है?

सामान्यतः ऑपरेशन के 2 से 3 महीने बाद हड्डी जुड़ जाती हैं

सवाल :  टूटी हुई हड्डी को जोड़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण दवाई कौन सी है?

ऑपरेशन के बाद टूटी हुई हड्डी जोड़ने के लिए Calvitan D3 tablets का प्रयोग करना चाहिए

सवाल : शरीर में टूटी हुई हड्डी को जोड़ने के लिए सबसे ज्यादा प्रचलित उपाय कौन सा है?

सामान्यता हाथों एवं पैरों की टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस का प्रयोग किया जाता है

सवाल : ऑपरेशन के बाद टूटी हुई हड्डी को सही करने के लिए आहार में किस पदार्थ को शामिल करना चाहिए?

ऑपरेशन के बाद टूटी हुई हड्डी को वापस से मजबूत करने के लिए उन पोषक तत्व का प्रयोग करना चाहिए जिनमें आयरन एवं कैल्शियम की मात्रा होती है क्योंकि यह हड्डियों को मजबूती एवं उन्हें शेप देने में मदद करते हैं

सवाल : क्या ऑपरेशन के बाद टूटी हुई हड्डी को सही करने के लिए व्यायाम करना चाहिए?

अगर ऑपरेशन बहुत ज्यादा गंभीर हुआ है तो किसी भी प्रकार के व्यायाम करने से बचना चाहिए पर सामान्य ऑपरेशन की स्थिति में कुछ भी आयामों को किया जा सकता है जैसे कि सामान्य सूर्य नमस्कार एवं श्वसन संबंधी व्यायाम

 

Conclusion

ऑपरेशन के बाद हड्डी कितने दिन में जुड़ती है यह व्यक्ति की सेहत और ऑपरेशन की प्रक्रिया पर निर्भर करेगा। आमतौर पर, हड्डी जुड़ने में लगभग 6 से 8 हफ्ते का समय लग सकता है, लेकिन इसमें अन्य कारक जैसे उम्र, रोग प्रकार, ऑपरेशन का प्रकार और व्यक्ति की शारीरिक स्थिति भी शामिल हैं।

डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना और ठीक से आराम करना आवश्यक है ताकि हड्डी ठीक से जुड़ सके। हर व्यक्ति की स्थिति अलग हो सकती है, इसलिए ऑपरेशन के बाद हड्डी जुड़ने के समय के बारे में सबसे अच्छी राय आपके डॉक्टर द्वारा दी जाएगी इसीलिए इस विषय पर अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लीजिये