पुरानी से पुरानी खांसी की घरेलू दवा – बदलते मौसम में सर्दी-खांसी और जुकाम का खतरा बहुत बढ़ जाता है इस मौसम में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और ज़ीका वायरस समेत कई बीमारियां आपके शरीर में प्रवेश कर सकती हैं
ये बीमारियां मच्छरों के काटने से होती हैं मच्छरों से बचने के लिए बंद बाजू वाले या पूरे कपड़े पहनें और मॉस्क्यूटो रेपलेंट का इस्तेमाल ज़रूर करें
बरसात के दिनों में सर्दी-खांसी और जुकाम से बचाव के लिए पानी को उबालकर पिएं साथ ही रोजाना काढ़े का सेवन करें इसके अतिरिक्त, अपनी डाइट में इम्यून सिस्टम को मजबूत करनी वाली चीजों को भी शामिल करें, विशेषज्ञों की मानें तो यदि आपको लगातार 2 सप्ताह तक सर्दी-खांसी की समस्या है
तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से अवश्य सलाह लें खासकर कोरोना काल में पुरानी खांसी को बिल्कुल भी इग्नोर न करें
जैसा कि आपने देखा ही होगा कि बदलते मौसम का हमारे शरीर पर अटैक सबसे पहले खांसी के रूप में सामने आता है बार-बार खांसी आने की वजह से आपको अच्छी खासी परेशानी हो जाती है तथा इससे आपके गले की पसलियों में भी दर्द होने लग जाता है
आम तौर पर खांसी की समस्या ज्यादा समय तक नहीं रहती है तथा कुछ दिन बाद अपने आप ही चली जाती है इससे राहत के लिए आप कुछ दवाइयों या कफ़ सीरप का प्रयोग कर सकते हैं
परन्तु यदि आपको काफी समय से खांसी की समस्या है तो ये गंभीर समस्या हो सकती है अधिक खांसी आने पर लोग खांसते-खांसते परेशान हो जाते हैं
ज्यादा खांसी पेट एवं पसलियों में दर्द का कारण बनने लग जाता है इससे बचने के लिए आप अनेक प्रकार के घरेलू इलाज कर सकते हैं जिससे कि आपको पुरानी से पुरानी खांसी से जल्द राहत मिल सकती है
तो जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि ज्यादा समय तक आने वाली खांसी आपके शरीर पर काफी बुरा प्रभाव डाल सकती है तो इसलिए आज हम आप को पुरानी से पुरानी खांसी की घरेलू दवा का नाम क्या है यह विस्तार में बताने की कोशिश करेंगे
हमारे द्वारा नीचे दिए खांसी को कम या ठीक करने के इलाजों को ध्यानपूर्वक पढ़ें जिससे आप खांसी की समस्या से छुटकारा पा सकें

अनुक्रम
पुरानी से पुरानी खांसी की घरेलू दवा – Purani Se Purani Khansi Ki Gharelu Dava
जैसा कि आपने देखा ही होगा कि मौसम के बदलते ही लोगों को गले में खराश और खांसी आने की समस्या पैदा हो जाती है
हालांकि लोग कई बार खांसी की समस्या को गंभीरता से नहीं लेते परन्तु यदि आपको खांसी की समस्या लम्बे समय से है तो इसे लेकर आपको कोई भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए
यदि आपको खांसी के साथ कफ, बुखार, सांस लेने में दिक्कत, चक्कर आना जैसे लक्षण दिखाई दें रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए जुकाम होने पर अक्सर खांसी की समस्या हो ही जाती है हालांकि ऐसी खांसी एक समय के बाद अपने आप ही ठीक भी हो जाती है
आमतौर पर नॉर्मल खांसी एक या दो सप्ताह के बाद अपने आप ही ठीक हो जाती है. वहीं यदि किसी बीमारी के कारण आपको खांसी आती है तो यह खांसी भी लगभग 18 दिन में ठीक हो जाती है परन्तु यदि आपकी खांसी को आठ सप्ताह से अधिक हो गए हैं तो यह क्रोनिक यानि कि पुरानी खांसी के लक्षण हैं
सर्दियों के मौसम में इम्यून सिस्टम कमजोर होने का खतरा सबसे अधिक रहता है
यही कारण है कि इस मौसम में अधिकतर लोग सर्दी, खांसी, बुखार और जुकाम जैसे बीमारियों के शिकार हो जाते हैं खासकर, ऐसे मौसम में खांसी की समस्या बहुत बड़ी मुसीबत बन जाती है
हालांकि, खांसी की समस्या जल्द ठीक हो जाती है, लेकिन समय रहते इसका इलाज न करने पर यह गंभीर रूप ले सकती है इसलिए, यदि किसी को हल्की सी भी खांसी है, तो उसे ठीक करना जरूरी है इसके लिए आप खांसी के घरेलू इलाज का सहारा ले सकते हैं
ये घरेलू उपचार शुरुआत में ही खांसी को गंभीर रूप लेने से रोक सकते हैं पर यदि किसी की खांसी गंभीर अवस्था में आ चुकी है तो ऐसे में घरेलू उपचार खांसी से उबरने में तो मदद कर सकते हैं,
परन्तु खांसी को पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकते इसलिए बहुत अधिक खांसी होने पर मरीज को बिना देरी किए डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए
तो आईये अब देखते हैं पुरानी से पुरानी खांसी की घरेलू दवा तथा इन घरेलू इलाजों को किस प्रकार इस्तेमाल में लाया जा सकता है इन सब के बारे में हम आपको नीचे विस्तार से सारी जानकारियां देंगे
पुरानी से पुरानी खांसी का घरेलु इलाज – Purani Se Purani Khansi Ki Gharelu ilaj
1) काली मिर्च का सेवन करके भी आप ठीक कर सकते हैं पुरानी खांसी
काली मिर्च को खांसी के घरेलू इलाज के लिए बहुत अच्छी हर्बल दवाई माना जा सकता है इस संबंध में किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, खांसी की समस्या में सुधार करने के लिए काली मिर्च एक प्राकृतिक दवा के रूप में काम करती है
इसके अलावा, यह सर्दी जुकाम और गले के रोग में भी सुधार करने का काम कर सकती है इसके लिए काली मिर्च में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण फायदेमंद हो सकते हैं
2) खांसी के इलाज में से ही एक है शहद का सेवन
खांसी में शहद भी बहुत फायदेमंद माना जाता है शहद में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं जिससे गले में उपस्थित बैक्टीरिया मर जाते हैं एक चम्मच शहद खाने से सूखी खांसी से आराम मिलता है
एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, शहद को खांसी के इलाज के लिए एक अच्छा उपाय माना जा सकता है अदरक खांसी को ठीक करने वाली दवा से भी अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकता है वहीं,
एनसीबीआई की वेबसाइट पर दिये गए एक वैज्ञानिक अध्ययन में भी दिया है कि शहद के सेवन से कुछ हद तक खांसी कम की जा सकती है
इसके सेवन से मरीज की खांसी में कुछ कमी होती है और रात को सुकून की नींद आती है इसके लिए शहद में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण को सहायक माना जाता है
इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को दूर करने का काम करते हैं इससे इन्फेक्शन से होने वाले अन्य जोखिमों से भी बचा जा सकता है
3) हल्दी के सेवन से भी आप कर सकते है Cough का घरेलू इलाज
हल्दी वाला दूध भारत में लगभग हर बीमारी के लिए प्रसिद्ध घरेलू इलाजों में से ही एक है यह गले में हो रहे खराश और खांसी के लिए भी एक शक्तिशाली घरेलू उपचार माना जाता है हल्दी में करक्यूमिन (Curcumin) होने के कारण यह अत्यंत फायदेमंद होता है
करक्यूमिन हल्दी को एक पीला रंग प्रदान करता है और साथ में सूजन-रोधी गुण भी प्रदान करता है हल्दी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली और संक्रमण के खिलाफ सक्रिय एंटीबॉडी (Active Antibody) प्रतिक्रिया को बढ़ाती है
खांसी से जल्दी राहत पाने के लिए हल्दी में थोड़ी सी काली मिर्च मिलाकर उसका सेवन करें
4) Khasi के इलाज के लिए तुलसी का सेवन करें
तुलसी कई तरह के औषधीय गुणों से समृद्ध होती है इसलिए, यह खांसी और अस्थमा जैसी अन्य कई बीमारियों के इलाज में मदद कर सकती है इन समस्याओं से राहत दिलाने के लिए इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल व एंटिफंगल गुण मदद कर सकते हैं
ये गुण खांसी के कारण बनने वाले बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर रख सकते हैं ऐसे में कहा जा सकता है कि तुलसी खांसी की दवा की तरह काम कर सकती है
5) खांसी के लिए अनानास का करें सेवन
आपके लिए यह आश्चर्य की बात होगी, लेकिन अनानास को भी पुरानी खांसी में सहायता के लिए जाना जाता है ब्रोमेलैन (Bromelain) अनानास में पाया जाने वाला एक एंजाइम होता है
जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-Inflammatory) और म्यूकोलिटिक (Mucolytic) गुण पाए जाते हैं ब्रोमेलैन की ये दो विशेषताएं अनानास को खांसी से राहत दिलाने में मदद करती हैं इसी लिए अनानास को खांसी के घरेलू इलाज में से ही एक माना जाता है
6) लहसुन का सेवन करके आप खांसी से छुटकारा पा सकते हैं
लहसुन आपको सर्दी, खांसी और फ्लू से लड़ने में मदद कर सकता है यह तेजी से ठीक होने के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य लाभों को भी सुनिश्चित करता है लहसुन उन यौगिकों से भी भरपूर होता है जो प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं, इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं
और यदि आपको पुरानी खांसी से बचाव करना है तो आप इन्हें अपने दैनिक आहार का हिस्सा भी बना सकते हैं
7) नमक के पानी से गरारा या भाप लेकर भी आप खांसी को कम कर सकते हैं
खांसी जुकाम में भाप लेने को दूसरा कारगर उपाय माना जाता है यदि किसी को जुकाम है तो उसे भाप लेना चाहिए क्योंकि भाप लेने से बंद नाक खुल जाती है
ऐसा करने पर गले में जलन से भी राहत मिलती है इसके अलावा भाप लेने से कफ पिघलने लगता है और खांसी से भी आराम मिलता है
8) खांसी होने पर अदरक का प्रयोग करें
खांसी के लिए अदरक को एक लोकप्रिय घरेलू उपचार माना जाता है यह एक एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में भी कार्य करता है एक कप गर्म अदरक की चाय आपकी कष्टप्रद और दुखदायी खांसी तथा गले की खराश को कम कर सकती है
अदरक में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो फेफड़ों की रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को फैलाते हैं और साथ ही चिकनी मांसपेशियों को आराम भी देते हैं खांसी से राहत के लिए आप गर्म चाय में ताजा अदरक या ताजा कद्दूकस किये हुए अदरक का भी उपयोग कर सकते हैं
9) लौंग के प्रयोग से भी पुरानी खांसी को किया जा सकता है ठीक
आपने शायद सुना ही होगा कि लौंग का उपयोग करके कई समस्याओं से बचा जा सकता है, उन्हीं समस्याओं में से एक खांसी भी है
दरअसल, लौंग एक्सपेक्टोरेंट की तरह काम करता है, जो कि खांसी के इलाज की दवाई होती है इसलिए, आप लौंग को खांसी की अचूक दवा भी कह सकते हैं
पुरानी खांसी के कारण – Purani khansi ke karan
आपको खांसी अनेक प्रकार के कारणों से हो सकती है उन्ही कारणों के बारे में हम आपको नीचे बतायेंगे जिससे कि कारण जानकार आप अपना उसी हिसाब से ध्यान भी रख सकें
- ट्यूबरक्लोसिस या टीबी (T.B)
- धूल-मिट्टी या प्रदूषण
- एलर्जी
- दमा
- मौसम का बदलना
- फेफड़ों का कैंसर
- मुंह सूखना
- ब्रोन्किइक्टेसिस
- टॉन्सिल का संक्रमित होना यानी टॉन्सिलाइटिस
- गर्ड (Gastroesophageal Reflux Disease)
- धूम्रपान करना
- काली खांसी (Pertussis)
- ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम या कोल्डड्रिंक आदि का सेवन
- सांस का संक्रमण
अपने इस आर्टिकल में हमने बहुत सी जानकारियां इकत्रित की जो कि खांसी से संबंधित थी, यदि आपने हमारा आर्टिकल अच्छे से शुरुवात से अंत तक पूरा पढ़ा होगा तो आपको ऊपर बताई गयी सारी आवश्यक बातें और पुरानी से पुरानी खांसी की घरेलू दवा के बारे में सारी जानकारियां अच्छे से समझ आ गयी होंगी
FAQ’s – Purani Se Purani Khansi Ki Gharelu Dava
अदरक (Ginger) का एक छोटा सा टुकड़ा लेकर उस पर एक चुटकी नमक छिड़क लें और इसे अपने दांतों के नीचे दबा लें इस तरह अदरक का रस धीरे-धीरे मुंह के अंदर जाने दें करीब 5-7 मिनट तक इसे मुंह में ही रखें और फिर यदि आप चाहें तो कुल्ला कर लें, ऐसा करने पर आपको खांसी से आराम मिलेगा
सवाल : खांसी के लिए क्या करें?
भुनी हुई लौंग और शहद के मिश्रण का इस्तेमाल करके आप पुरानी से पुरानी खांसी से भी छुटकारा पा सकते है
सवाल : पुरानी खांसी कब तक रह सकती है?
पुरानी खांसी एक लगातार आने वाली खांसी है जो लगभग आठ सप्ताह या उससे अधिक समय तक रहती है
सवाल : पुरानी खांसी की घरेलू दवा बताइए?पुरानी खांसी के घरेलू इलाज में से ही एक है शहद का सेवन, शहद का इस्तेमाल करके आप पुरानी से पुराणी खांसी से राहत पा सकते हैं
सवाल : खांसी आने पर क्या क्या नहीं खाना चाहिए?यदि आपको खांसी, जुकाम या फिर सर्दी की समस्या है तो आपको सबसे पहले दूध, दही, पनीर तथा घी आदि के सेवन से बचना चाहिए इसके साथ ही खांसी आने पर आपको केले से भी परहेज करना चाहिए
Conclusion
आईये देखते हैं कि आज के इस आर्टिकल में हमने किन चीजों के बारे में जानकारियां प्राप्त कीं, तो आज हमने पढ़ा कि पुरानी से पुरानी खांसी की घरेलू दवा कौन-कौन सी है तथा खांसी किन कारणों से आती है इन सबके बारे में ऊपर हमने विस्तार से पढ़ा है
इसके अलावा हमने khansi ke gharelu ilaj के बारे में भी ऊपर सारी जानकारियां आपको प्रदान की हैं हम आशा करते है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा तो यदि आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई सुझाव है या फिर कोई भी समस्या है तो Comment box में अवश्य बताएं, धन्यवाद