शरीर में फोड़े-फुंसी किस विटामिन की कमी से होते हैं: ज़्यादा तर लोगों के साथ ऐसा होता है की एक समय पर उनको बहुत ज्यादा फोड़ा-फुंसी होने लग जाता है और हमें समझ ही नही आता की क्या दिक्कत है
किसी भी प्रकार के विटामिन या प्रोटीन से फोड़े- फिंसी नही निकलते पर यदि हमारे शरीर में पोषण तत्व जैसे प्रोटीन या विटामिन की कमी हो जाए तो इसके कारण फोड़े फिंसी ज़रूर निकल सकते है
बहुत से ऐसे विटामिन है जो हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते है पर यदि यही विटामिन कम हो जाए तो हमारी त्वचा स्वस्थ नही रह पाती और ज़ल्दी ही गन्दगी या किसी भी प्रकार के संक्रमण में आ जाती है
और यदि किसी प्रकार का संक्रमण न भी हो तो भी हमारी त्वचा ज़ल्दी प्रतिक्रिया देने लग जाति है जिसके परिणाम स्वरुप दाने, फोड़े-फिंसी आदि निकलने लगते है
चार ऐसे मुख्य विटामिन है जो हमारी त्वचा को सही रखने के लिए बहुत आवश्यक है, फोड़े-फिंसी के निकलने का एक कारण गन्दगी भी है, धूल हमारी त्वचा पर एक लम्बे समय तक जमे रहने से वह हमारे त्वचा के पोरस से अन्दर चली जाति है
जिससे गन्दगी के साथ हमारे त्वचा की क्रिया होती है और प्रतिक्रिया के रूप में हमें दाने और फोड़- फिंसी देखने को मिलते है
इनके निकलने के और भी बहुत से कारण है जिसमे त्वचा का रोग, पोषण तत्वों की कमी, सफाई न रखना, किसी चीज़ का संक्रमण शामिल है
आजके इस आर्टिकल “sharir mein fode funsiyon kis vitamin ki kami se hoti hai” में आपको उन विटामिन के बारे में बताएँगे जिनके कम होने से त्वचा स्वस्थ रखने में असमर्थ हो जाति है और परिणाम स्वरुप हमें त्वचा पे फोड़े- फिंसी आदि देखने को मिलते है

अनुक्रम
शरीर में फोड़े-फुंसी किस विटामिन की कमी से होते हैं
शरीर में फोड़े फिंसी मुख्य तौर पर चार विटामिन की कमी से हो सकते है क्योंकि ये चार विटामिन ही अलग-अलग तरीके से हमारी त्वचा को सही रखने का काम करते है, इन चार विटामिन में से सबसे मुख्य विटामिन विटामिन ए और विटामिन ई है
इनका हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने में अहम् भूमिका है और इनकी कमी होने पर नुकसान भी त्वचा को ही झेलना पड़ता है बाकी दो विटामिन भी अलग अलग तरीके से त्वचा से जुड़े है ये दो विटामिन विटामिन डी और विटामिन सी है यह भी त्वचा को चमकदार, साफ़ आदि रखने में सहायता करते है आइये जानते है की शरीर में फोड़े-फुंसी किस विटामिन की कमी से होते हैं
फोड़े फुंसी को कम करने वाले मुख्य विटामिन
- विटामिन ए ( Vitamin A)
- विटामिन ई (Vitamin E)
- विटामिन डी (Vitamin D)
- विटामिन सी (Vitamin C)
विटामिन ए (Vitamin A) की कमी से शरीर में फोड़े-फुंसी होते हैं
विटामिन ए एक ऐसा विटामिन है जो वसा में घुलनशील होता है विटामिन ए प्राकृतिक रूप से बहुत सारे खाद पदार्थों में मौजूद होता है यह दृष्टि को सही रखने में हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने में वृद्धि और विकास और प्रजनन के लिए महत्वपूर्ण होता है
यदि हमारे शरीर में विटामिन ए उचित मात्रा में हो तो इससे हमारी त्वचा भी अच्छे स्वास्थ्य में रहती है विटामिन ए हमारी त्वचा को जल्दी ठीक करने, उसकी चमक बरकरार रखने आदि चीजों में मुख्य भूमिका निभाता है बहुत सारे ऐसे ब्यूटी प्रोडक्ट्स है जिसके अंदर विटामिन ए की मौजूदगी होती है
विटामिन ए हमारी त्वचा की कोशिकाओं को सही करने में उनको और अच्छा दिखाने में सहायता करता है यह दाग-धब्बे, फोड़े-फुंसी, तेल की मात्रा आदि को संतुलित करता है
यह हमारी त्वचा पर होने वाली किसी भी तरह के नुकसान को सही करने में सक्षम होता है यह त्वचा की कोशिकाओं को सही रखता है, यह त्वचा को हाइड्रेट रखती है
उस पर होने वाला ऑयल बैलेंस या फिर किसी तरह की समस्या को सही करती है जिसके कारण फोड़े-फुंसी हटाने की समस्या विटामिन ए की उचित मात्रा में उपस्थित होने पर नहीं मिलती है पर यदि हमारे शरीर में विटामिन ए की कमी हो जाती है तब हमारी त्वचा भी फोड़े -फिंसी आदि समस्याओं से घ्रस्त हो जाति है
विटामिन ए की कमी के लक्षण (vitamin A ki kami ke lakshan)
- विटामिन ए की कमी का सीधा असर हमारी त्वचा पर पड़ता है, हमारी त्वचा सूखी-सूखी हो जाती है जिन लोगों की त्वचा oily होती हैं उन लोगों की त्वचा विटामिन ए की कमी से ज्यादा ऑइली भी हो जाती है जिसके कारण फोड़े-फुंसी आदि भी देखने को मिलते हैं
- विटामिन ए की कमी का हमारी आंखों पर बहुत असर पड़ता है इससे आंखों का सूखा होना, आंखों में दर्द होना या फिर आंखों में ज्यादा दबाव पड़ना आदि समस्याएं होने लगती हैं
- विटामिन ए की कमी से बांझपन या फिर गर्भावस्था में परेशानी भी देखने को मिल सकती है
- विटामिन ए की कमी से गले और छाती में संक्रमण बहुत जल्दी बढ़ने लगता है जिसके कारण और व्यक्ति को गले और छाती में समस्या होने लगती है
- विटामिन ए हमारी वृद्धि के लिए भी बहुत अहम भूमिका निभाता है यदि हमारे शरीर में इसकी कमी हो जाए तो हमें हमारे विकास में भी कमी दिखती है यहां पर विकास का अर्थ शारीरिक विकास से है
- विटामिन ए प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने का काम करता है यदि इसकी कमी हो जाए तो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है जिसके कारण हमारा शरीर जल्दी संक्रमण का शिकार हो जाता है जिससे हमारे घाव जल्दी नहीं भरते हैं या हम जल्दी बीमार पड़ जाते हैं
- चेहरे पर फोड़े-फिंसी और मुंहासे का होना भी विटामिन ए की कमी का ही लक्षण है
विटामिन ए के 20 श्रोत ( 20 sources of vitamin A in Hindi)
- बीफ लीवर
- सॉसेज लीवर
- मेमने का जिगर
- सामन मछली
- टूना
- बकरी पनीर
- चीज़
- मक्खन
- अंडा
- शकरकंद
- शलगम का शाग
- गाजर
- लाल मिर्च
- पालक
- आम
- अंगूर
- पपीता
- तरबूज
- कीनू
- अमरुद
विटामिन ई (Vitamin E) की कमी से शरीर में फोड़े-फुंसी होते हैं
विटामिन ई हमारी कोशिकाओं की प्रक्रिया को बनाये रखने , त्वचा के स्वास्थ्य,और प्रतिरक्षा प्रणाली को सही रखने में सहायता करता है विटामिन ई ही एक ऐसा विटामिन है जो हमारी त्वचा को सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाता है
विटामिन ई भी उन विटामिन में आता है जिसकी जरूरत हमें अपनी त्वचा को स्वस्थ रखने में होती है यह समय के साथ-साथ हमारे शरीर में कम होता जाता है,
यह त्वचा और बालों के लिए बहुत जरूरी है और साथ में यह नींद को भी सही रखने में सहायता करता है यह कह सकते हैं कि विटामिन ई हमारे लिए शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों से ज़रूरी है
विटामिन ई हमारे मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है, उम्र के साथ-साथ हमारे शरीर में विटामिन ई घटने लगता है और हमारे शरीर की विटामिन ई की आवशयकता बढ़ने लगती है इसलिए विटामिन ई हमारे लिए और आवश्यक हो जाता है
विटामिन ई की कमी के लक्षण (Vitamin E ki kami ke lakshan)
- विटामिन ई की कमी से हमारी त्वचा पर सीधा असर दिखता है हमारी त्वचा आसानी से यूवी किरणों के असर में आ जाती है
- विटामिन ई की कमी से हमारे बाल बहुत ज्यादा झड़ने लग जाते हैं
- मांसपेशियों का कमजोर होना, तनाव बढ़ना, किसी भी काम को करने में कठिनाई होना भी विटामिन की कमी का लक्षण है
- मांसपेशियों में दर्द होना, हाथों पैरों में झुनझुनी या उनका सुन्न होना, देखने में कठिनाई हो या मानसिक तनाव बढ़ना भी विटामिन ई की कमी का लक्षण है
- विटामिन ई की कमी से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली भी कमजोर हो जाती है
- विटामिन ई की कमी का सीधा असर बालों, त्वचा और दिमाग पर पड़ता है
विटामिन ई के 20 श्रोत (20 sources of vitamin E in hindi)
- ब्लैकबेरी
- कीवी फल
- काजू
- घोंघे
- शलगम
- मूंगफली
- आम
- रेनवो त्रुत
- एवोकैड़ो
- सैलमन मछली
- हंस का मॉस
- अबलों
- हेजनल
- बादाम का तेल
- सूरजमुखी का तेल
- सूरजमुखी का बीज
- गेंहू
- बादाम
- मिमी सपाटे
- कद्दू
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से शरीर में फोड़े-फुंसी होते हैं
विटामिन डी हमारे शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट प्रदान करता है, विटामिन डी का मुख्य काम हमारे शरीर में हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत रखना है विटामिन डी के कमी हड्डियों की कमी और कमजोरी का कारण बनता है
विटामिन डी हमारी त्वचा के लिए बहुत आवश्यक है, क्योंकि यह हमारी त्वचा को बूढा होने से रोकता है जिसके कारण हमारी त्वचा पर चमक बनी रहती है और झूरिया भी नहीं पड़ते हैं
विटामिन डी हमें सूर्य की किरणों से मिलता है और विटामिन डी की कमी अर्थात हम सूर्य की किरणें नहीं ले रहे हैं और सूर्य की किरने भी हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायता करती हैं
यह बात भी सही है कि सूर्य की किरणों से हमें यूवी रेडिएशन हो जाता है जिससे हमारी त्वचा को हानि होती है पर इसका मतलब यह नहीं है कि सूर्य की किरने हमें चाहिए ही नहीं, सूर्य की किरणें की कमी का अर्थ विटामिन डी की कमी और यह हमारे लिए हानिकारक है
यह चार मुख्य विटामिन है अब आप जान गये होंगे की हशरीर में फोड़े-फुंसी किस विटामिन की कमी से होते हैं
विटामिन डी की कमी के लक्षण (Vitamin D ki kami ke Lakshan)
- विटामिन डी हड्डियों को मजबूत रखने वाला विटामिन है अगर इसकी कमी हो जाए तो हमारी हड्डियां नरम और कमजोर होने लगती है
- हमारी हड्डियों में दर्द होना भी एक विटामिन डी का ही लक्षण है
- विटामिन डी हमारी त्वचा के लिए भी आवश्यक है विटामिन डी की कमी से हमारी त्वचा में झुर्रियां पड़ने लगती है
- विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन होने लग जाती है, पैर में दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी आदि विटामिन डी की कमी का लक्षण है
विटामिन डी की कमी से हमारा विकास सही से नहीं हो पाता है हमारी हड्डियों का निराकार होना, उनकी विकास में कमी होना विटामिन डी की कमी का एक मुख्य लक्षण है - विटामिन डी हमारे शरीर में खुशी पैदा करने वाले हार्मोन भी पैदा करता है जिसके कारण इसकी कमी से हमें डिप्रेशन की समस्याएं भी हो सकती हैं
- शरीर में पूरा दिन बिना बात की थकावट रहना, किसी भी काम को थोड़ा सा करने पर ही थक जाना या फिर किसी भी काम को करने में असमर्थ होना भी विटामिन डी का ही लक्षण है
विटामिन डी का श्रोत (Vitamin D ka shrot)
- विटामिन डी का मुख्य श्रोत धूप है धूप से हमें सबसे ज्यादा विटामिन डी मिलता है, सबसे ज्यादा और लाभदाई विटामिन डी हमें सुबह 7:00 से 10:00 के बीच में मिलता है हर व्यक्ति के लिए दिन में कम से कम 10 से 15 मिनट की धूप आवश्यक होती है
- दूध
- दही
- पनीर
- मक्खन
- मछली
- अंडे
- अंडे का बीच वाला हिस्सा
- मशरूम
- संतरे का जूस
- सोयाबीन का जूस
- पालक
- सोयाबीन
विटामिन सी (vitamin C) की कमी से शरीर में फोड़े-फुंसी होते हैं
विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट जैसा काम करता है यह हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, विटामिन सी हमारे आंतरिक अंगों को स्वस्थ रखने का काम करता है जैसे की लीवर किडनी दिल आदि
विटामिन सी हमारी त्वचा की कोशिकाओं को सही करने का काम करता है, हमारी कोशिकाओं की मरम्मत करता है विटामिन सी के कारण ही हमारे चेहरे पर निखार बना रहता है
विटामिन सी हमारी त्वचा की मरम्मत तो करता ही है साथ में यह किसी भी प्रकार के तनाव की वजह से होने वाले समस्या को भी रोकता है विटामिन सी की वजह से ही हमारी त्वचा का निखार बना रहता है
आसान शब्दों में कह सकते हैं कि यह त्वचा की देखभाल करता है, किसी भी प्रकार के घाव को भरने में सहायता करता है, कोशिकाओं की मरम्मत करता है जिसकी वजह से हमारे चेहरे पर रौनक बनी रहती हैं और यह हमारी त्वचा में खून का संचार सही से करता है जिसके कारण भी हमारी त्वचा स्वस्थ रहती है
विटामिन सी की कमी के लक्षण (vitamin C ki kami ke lakshan)
- विटामिन सी की कमी से हमारे शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है
- वसा में वृद्धि होती है
- विटामिन सी की कमी से हमारे बाल बहुत ज्यादा झड़ते हैं, दो मुंहे या कमजोर हो जाते हैं
- हड्डियों में विकास सही से नहीं हो पाता है
- हमारी त्वचा खराब होने लग जाती है
- प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना भी विटामिन सी की कमी का लक्षण है
विटामिन सी का श्रोत ( vitamin C ka shrot)
- चेरी
- पल्म
- गुलाब के कुल्हे
- खरबूजा
- मिर्च
- पपीता
- निम्बू
- ब्रोकली
- स्ट्रॉबेरी
- संतरा
फोड़े फिंसी सही करने के घरेलु उपाय
- सेंधा नमक
पानी में सेंधा नमक डालकर उसे गर्म कीजिए और आपकी शरीर की त्वचा पर जहाँ फोड़े-फुंसी हुए है उसको इस पानी से धो लिए ऐसा लगभग 20 मिनट तक करते रहिए आपको जल्दी फायदा दिखेगा
- हल्दी का पेस्ट
हल्दी के गुणों के बारे में हम सब ने कभी ना कभी सुना होगा हल्दी का प्रयोग हम बाहरी और आंतरिक दोनों रूप से करते हैं हल्दी एक एंटीसेप्टिक फॉर एंटीबायोटिक क्रीम के रूप में भी काम करती है
हल्दी से बहुत सारे प्रोडक्ट बनते हैं जो हमारी त्वचा के लिए लाभकारी होते हैं यदि आपको भी फोड़े फिंसी की समस्या है तो आप हल्दी में दूध मिलाकर या पानी मिलाकर उसका पेस्ट बनाकर अपनी फोड़े फुंसी पर लगा सकते हैं से आपको बहुत जल्द ही आराम मिलेगा यह आपकी त्वचा के लिए भी बहुत अच्छा होता है इसका कोई नुकसान नहीं है
- एलोवेरा का पेस्ट
एलोवेरा एक अच्छी त्वचा के लिए बहुत उपयोगी है एलोवेरा को अपनी त्वचा पर लगाने से त्वचा के रोग दूर होते हैं यदि आपको फोड़े फुंसी की समस्या है तो आप एलोवेरा के पेस्ट में हल्दी मिलाकर अपने फोड़े या फिंसी पर लगा लीजिए
और आप ऊपर से पट्टी भी बाँध सकते हैं, ज्यादा प्रभाव होने के लिए इसका उपयोग रात के समय करिए कुछ दिन ही ऐसा करने पर आपको अच्छा महसूस होगा
- तुलसी या नीम का लेप
तुलसी और नीम एंटीबायोटिक के रूप में इस्तेमाल होते हैं यह दोनों फोड़े फुंसी को सही करने के लिए बहुत उपयोगी है आपको बस इतना करना है नीम या तुलसी अपनी इच्छा और व्यवस्था के हिसाब से इन दोनों में से किसी एक को पीसकर उनका लेप बना लीजिए और इससे अपने फोड़े पर रखकर कपड़े से बांध सकते हैं
- नारियल का तेल
नारियल के तेल और ट्री ऑयल को साथ में मिलाकर दिन में तीन से चार बार अपने फोड़े पर लगाइए ऐसा लगभग 1 हफ्ते तक करने से आपका पूरा एकदम अच्छे से सही हो जाएगा और आपकी त्वचा को भी कोई नुकसान नहीं होगा
FAQs – शरीर में फोड़े-फुंसी किस विटामिन की कमी से होते हैं
सवाल: फोड़े को कैसे ठीक करे ?
आप घरेलु उपाय भी कर सकते है या दवाई भी ले सकते हैं घरेलु उपाय में सबसे अच्छा है की नीम की पट्टी का पेस्ट बना कर फोड़े पर लगाये
सवाल: कौन सी विटामिन की कमी से खुजली होती है ?
विटामिन डी और सी की कमी से खुजली होती है
सवाल: फोड़े फुंसी की टेबलेट का नाम ?
क्लेफ्ट(cleft) 10 mg टेबलेट
सवाल: फोड़े फुंसी क्यों होते है ?
यह किसी संक्रमण के कारण या त्वचा पे गन्दगी होने के कारण मुख्य रूप से होते है इनके इलावा यह कभी कभी शरीर में पोषण तत्वों की कमी से भी होते है
conclusion
आज इस आर्टिकल शरीर में फोड़े फुंसी किस विटामिन की कमी से होते हैं में हमनेआपको सभी ज़रूरी विटामिन बताये है
जिसकी कमी से आपका शरीर-फोड़े फिंसी का शिकार हो सकता है, फोड़े फिंसी से बचने के लिए आपको अपनी त्वचा की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए
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